Next Story
Newszop

Rajasthan: मुहर्रम जुलूस के बाद खूनी संघर्ष में नाबालिग की हत्या, पुलिस ने महज 8 घंटे में किया केस सॉल्व

Send Push

चूरू में 6 जुलाई 2025 को मुहर्रम जुलूस के दौरान हुए खूनी संघर्ष में 17 वर्षीय नाबालिग शाहरुख की नृशंस हत्या के सनसनीखेज मामले को कोतवाली पुलिस ने महज 8 घंटे में सुलझा लिया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और आठ नाबालिग अपराधियों को हिरासत में लिया। इस घटना ने समाज में युवाओं में बढ़ती हिंसा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

घटना के अनुसार, शाहरुख पुत्र मोहम्मद सैयद रात करीब 11 बजे मुहर्रम के ताजिये के जुलूस में शामिल होकर घर लौट रहा था। सफेद घंटाघर के पास सब्जी मंडी पार्क में उसका कुछ युवकों से विवाद हो गया। इसके बाद 10-15 युवकों ने शाहरुख पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। गंभीर रूप से घायल शाहरुख को डीबी अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उसकी मौत हो गई। उसके सिर और शरीर पर कई गंभीर चोटें थीं।

कोतवाली थाने में हत्या का मामला दर्ज
शाहरुख के चाचा कादर चौहान की शिकायत पर कोतवाली थाने में हत्या का मामला दर्ज किया गया। एसपी जय यादव ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल खुलासे के निर्देश दिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र दादरवाल और वृत्ताधिकारी सुनील कुमार झाझड़िया के मार्गदर्शन में थानाधिकारी सुखराम चोटिया के नेतृत्व में तीन विशेष पुलिस दल गठित किए गए।इन टीमों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया, सीसीटीवी फुटेज खंगाले और एफएसएल टीम से साक्ष्य एकत्र किए। साइबर और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने हमलावर समूह का पता लगाया। जाँच में पता चला कि हत्या में तीन वयस्क और आठ किशोर अपराधी शामिल थे।

आठ किशोर अपराधी हिरासत में

पुलिस ने मुख्य आरोपी इस्लाम पुत्र असलम, पिंटू लुहार पुत्र विनोद कुमार (18) निवासी गायत्री नगर और शोयब पुत्र मोहम्मद आरिफ (18) निवासी छीपों की मस्जिद, चूरू को गिरफ्तार किया। इसके साथ ही आठ किशोर अपराधियों को भी हिरासत में लिया गया। मृतक का मेडिकल बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम किया गया और मामले की विस्तृत जाँच जारी है।

इस पेचीदा मामले को सुलझाने में कोतवाली थाने के एसएचओ सुखराम चोटिया, हेड कांस्टेबल सुभाष चंद्र, राजेश कुमार, कांस्टेबल सुनील कुमार, राकेश कुमार, मनोज कुमार, नवीन कुमार, कुलदीप भाकर, विकास कुमार, ड्राइवर अमजद, डीएसटी से पुष्पेंद्र और महिला थाने से मुकेश कुमार की अहम भूमिका रही। यह घटना समाज में युवाओं में बढ़ती हिंसा और उनके भविष्य पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों को उजागर करती है।

Loving Newspoint? Download the app now