राजस्थान, जिसे मरुधरा के नाम से जाना जाता है, अपनी ऐतिहासिक धरोहरों, वीर गाथाओं और भव्य मंदिरों के लिए विश्वविख्यात है। इसी मरुधरा में स्थित है एक ऐसा अद्भुत गणेश मंदिर, जहां "बप्पा" की महिमा के किस्से दूर-दूर तक फैले हुए हैं। कहा जाता है कि जो भी सच्चे मन से यहां प्रार्थना करता है, उसकी हर मुराद जरूर पूरी होती है। यह मंदिर न सिर्फ आस्था का केंद्र है, बल्कि वास्तुकला और धार्मिक परंपरा का जीता-जागता उदाहरण भी है।
कहां स्थित है यह चमत्कारी मंदिर?यह प्रसिद्ध गणेश मंदिर राजस्थान के एक प्रमुख जिले में स्थित है, और हर दिन यहां सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं। यह मंदिर एक छोटी पहाड़ी पर बना हुआ है, जहां तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को कई सीढ़ियां चढ़नी होती हैं। लेकिन भक्तों का मानना है कि इन सीढ़ियों को चढ़ते समय हर कदम पर उनका मन भक्तिभाव से भर जाता है और ऊपर पहुंचते ही एक अलौकिक शांति का अनुभव होता है।
बप्पा की मूर्ति है बेहद खासमंदिर में विराजमान बप्पा की मूर्ति खास तौर पर लोगों के आकर्षण का केंद्र है। यह मूर्ति स्वाभाविक रूप से प्रकट हुई मानी जाती है और इसकी आकृति बेहद अद्भुत है। गणेश जी की यह प्रतिमा भक्तों को तुरंत अपनी ओर आकर्षित करती है। भक्त मानते हैं कि यह मूर्ति दिन में तीन बार रंग बदलती है — सुबह हल्के लाल, दोपहर में नारंगी और शाम को गहरे सिंदूरी रंग की हो जाती है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से यह बात अभी तक सिद्ध नहीं हो पाई है, लेकिन आस्था की नजर से यह बप्पा का चमत्कार माना जाता है।
हर बुधवार लगता है विशाल मेलाहर बुधवार को इस मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन किया जाता है और दूर-दराज़ से श्रद्धालु यहां मन्नतें लेकर आते हैं। खासकर गणेश चतुर्थी के दिन इस मंदिर में लाखों की भीड़ उमड़ती है। लोग यहां नारियल, मोदक और दूर्वा अर्पित करते हैं और मन्नत पूरी होने पर विशेष भोग चढ़ाते हैं।
भक्तों की कहानियां बढ़ाती हैं आस्थाइस मंदिर से जुड़ी कई चमत्कारी कहानियां भक्तों की आस्था को और मजबूत करती हैं। किसी ने नौकरी पाने के लिए बप्पा से प्रार्थना की और मनचाही नौकरी मिल गई, तो किसी ने संतान सुख की मन्नत मांगी और जल्द ही संतान प्राप्त हुई। यहां तक कि कई व्यापारी अपनी दुकान खोलने से पहले यहीं आकर गणेश जी का आशीर्वाद लेते हैं।
प्रशासन और सुविधाएंभक्तों की बढ़ती संख्या को देखते हुए मंदिर समिति और प्रशासन ने बेहतर सुविधाएं भी प्रदान की हैं। पेयजल, विश्राम स्थल, प्रसाद वितरण और साफ-सफाई की व्यवस्था यहां उत्तम स्तर पर है। सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं ताकि भक्त शांति और सुविधा से पूजा कर सकें।
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