भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) राजस्थान के विभिन्न जिलों में प्रशासनिक विभागों के भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रहा है। एसीबी की टीम ने अब उपखंड अधिकारी (एसडीएम) और उनके रीडर को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। एसडीएम और रीडर ₹150,000 की रिश्वत मांग रहे थे, लेकिन सौदा ₹80,000 में तय हुआ। धौलपुर एसीबी टीम में शिकायत दर्ज कराई गई और एसडीएम और रीडर को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, राजस्थान ने डीग जिले में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए उपखंड अधिकारी और उनके रीडर को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
₹150,000 की रिश्वत की मांग
शुक्रवार (19 सितंबर) को एसीबी मुख्यालय के निर्देश पर एसीबी धौलपुर इकाई ने डीग के एसडीएम देवी सिंह और उपखंड कार्यालय डीग के अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी (रीडर) मुकेश कुमार को गिरफ्तार किया। आरोप है कि दोनों ने शिकायतकर्ता से उसकी विवादित ज़मीन का रिसीवरशिप आदेश प्राप्त करने के बदले में ₹150,000 की रिश्वत मांगी थी।
₹80,000 की रिश्वत बरामद
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि शिकायतकर्ता ने एसीबी धौलपुर इकाई में शिकायत दर्ज कराई थी। गोपनीय जाँच में पता चला कि रीडर मुकेश कुमार ने एसडीएम और उपखंड अधिकारी के लिए ₹150,000 की रिश्वत मांगी थी। शिकायतकर्ता की सहमति से ₹80,000 में समझौता हुआ। रीडर मुकेश कुमार को शिकायतकर्ता से रिश्वत लेते हुए मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया। बरामद राशि ₹80,000 है। एसडीएम देवी सिंह और रीडर मुकेश कुमार से कथित तौर पर पूछताछ की जा रही है। एसीबी की एक अलग टीम अब एसडीएम और रीडर के अन्य ठिकानों पर छापेमारी की तैयारी कर रही है।
You may also like
Litton Das ने रचा इतिहास, शाकिब अल हसन को पछाड़ बने बांग्लादेश के टी20 में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज
पाकिस्तान की नूरजहां की लता मंगेशकर थीं दीवानी, अटारी बॉर्डर पर फूटकर रोई थीं दोनों, भावुक कर देने वाला था वो सीन
होंडा एक्टिवा ई बनाम टीवीएस आई-क्यूब और बजाज चेतक: कौन सा ई-स्कूटर है बेहतर?
कांग्रेस पार्टी अपनी नीतियों के कारण वजूद खो रही : सौरभ बहुगुणा
भारत और ग्रीस के बीच पहला नौसैनिक अभ्यास: हिंद महासागर से भूमध्य सागर तक का संदेश