
India vs England 2nd Test: एजबेस्टन में, जहां दूसरा टेस्ट खेलना है, क्रिकेट के लिए स्टेडियम और शहर दोनों भारतीय रंग में डूबे रहते हैं भले टीम इंडिया को इसका कोई फायदा नहीं मिला।
इंग्लैंड बनाम भारत, एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के लिए, सीरीज के दूसरे टेस्ट में जब भारत की टीम एजबेस्टन स्टेडियम में खेलेगी तो एक बार तो उन्हें ये भी लग सकता है कि भारत में ही खेल रहे हैं। इंग्लैंड में हो कर भी, अनोखा भारतीय माहौल मिलता है यहां, भले ही इसका मेहमान टीम को कोई ख़ास फायदा नहीं हुआ है। सीरीज का दूसरा रोथेसे टेस्ट 2-6 जुलाई 2025 के बीच एजबेस्टन स्टेडियम में है जो बर्मिंघम शहर में है। शहर की कुल आबादी में से लगभग 6% भारतीय हैं और इसीलिए जब भी भारत की टीम यहां खेलती है तो उसे सपोर्ट करने वालों की कोई कमी नहीं होती।
तब भी मजेदार रिकॉर्ड ये है कि एजबेस्टन स्टेडियम, उन तीन इंग्लिश ग्राउंड में से एक है, जहां टीम इंडिया ने कभी टेस्ट नहीं जीता है। फिर भी, जब भी, भारत की टीम यहां खेलती है, तो मैच टिकट की जबरदस्त डिमांड रहती है और इस बार भी इस ब्लॉकबस्टर फिक्सचर के पहले चार दिन के टिकट, बिक्री शुरू होने के कुछ ही घंटों में बिक गए थे। इस इंग्लिश समर में पहली बार, भारत की पुरुष और महिला दोनों एजबेस्टन में एक्शन में होंगी। महिला टीम 12 जुलाई को यहां सीरीज का 5वां टी20 इंटरनेशनल खेलने वाली है और ऐसा लगता है कि ये ट्रॉफी पर कब्जा तय करने वाला मैच होगा।
इसलिए, जुलाई का महीना, बर्मिंघम शहर के क्रिकेट प्रेमियों के लिए, विश्व क्रिकेट का एक पावर हाउस, भारत के क्रिकेटरों को देखने का महीना है और वह भी जीत की उम्मीद के साथ। इसलिए जश्न के तौर पर जायंट ऑफ क्रिकेट कैंपेन शुरू किया और बर्मिंघम के कुछ मशहूर स्पॉट पर, भारत के कुछ मशहूर स्टार के आर्टवर्क लगे हुए हैं। ये टेस्ट इसलिए भी ख़ास है क्योंकि ये बताएगा कि टेस्ट सीरीज किस तरफ जा रही है? इंग्लैंड पहले ही हेडिंग्ले में जीत के साथ सीरीज में 1-0 की बढ़त पर है।
एजबेस्टन स्टेडियम, वारविकशायर काउंटी क्रिकेट क्लब का होम ग्राउंड है और यहां नियमित इंटरनेशनल मैच खेले जाते हैं। इंग्लैंड टीम का तो ये फेवरेट ग्राउंड है क्योंकि यहां उनका टेस्ट मैच रिकॉर्ड बड़ा शानदार है। रिकॉर्ड में अब तक 30 जीत, 15 ड्रॉ और इसके मुकाबले सिर्फ 11 हार हैं। हमेशा स्टेडियम में एक गजब की तेजी और चकाचौंध का माहौल रहता है क्रिकेट खेलते हुए। 2003 में चेस्टर-ले-स्ट्रीट के लिस्ट में आने तक, ये स्टेडियम इंग्लैंड के नियमित 6 टेस्ट ग्राउंड में से सबसे नया था।
यहां आख़िरी बार रेनोवेशन 1990 के आख़िरी सालों में हुआ और मजेदार बात ये है कि खर्चे के पैसे का एक बड़ा हिस्सा एक लॉटरी स्कीम से जुटाया था। तब ख़ास तौर पर एजबेस्टन क्रिकेट सेंटर और एरिक होलीज़ स्टैंड (उन गेंदबाज एरिक होलीज़ के नाम पर जिन्होंने डॉन ब्रैडमैन को उनके आख़िरी टेस्ट में 0 पर आउट कर 100 की औसत के साथ रिटायर होने का रिकॉर्ड न बनाने दिया था) बने। 2011 में इसे आधुनिक बनाने के प्रोजेक्ट में एक नया पवेलियन खोला और दर्शकों की क्षमता लगभग 25000 तक बढ़ा दी। ये काम यहां के कॉमनवेल्थ गेम्स से पहले हुआ था। साथ में स्टेडियम गेट पर ही नया एजबेस्टन प्लाजा बना।
यहां खेली क्रिकेट से कुछ ख़ास उपलब्धियां
पहला टेस्ट: 1902 में खेले और ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 36 रन पर आउट (रोड्स 17 रन देकर 7 विकेट) होने के बाद फॉलोऑन किया था। बरसात के कारण टेस्ट ड्रा रहा था। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर: ब्रायन लारा ने 1994 में डरहम के विरुद्ध वारविकशायर के लिए 501* रन बनाए थे।
पहला महिला विश्व कप फाइनल: 1973 में, इस फाइनल में मेजबान इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर कप जीता था।
इंग्लैंड का पहला क्रिकेट स्टेडियम जहां फ्लड लाइट्स लगीं: इन्हें 1997 में लगाया ताकि डे-नाइट मैच खेल सकें।
पीटर मे और कॉलिन काउड्रे के बीच 411 रन की रिकॉर्ड पार्टनरशिप: 1957 में वेस्टइंडीज के विरुद्ध इंग्लैंड की अब तक की सबसे बड़ी पार्टनरशिप का रिकॉर्ड बनाया।
कोविड-19 वैक्सीनेशन सेंटर: 2021 में, क्रिकेट स्टेडियम को इस सेंटर में बदल दिया था ताकि स्थानीय लोग वैक्सीन टीके लगाएं।
महिला क्रिकेट टी20 की कॉमनवेल्थ गेम्स में एंट्री: 2022 में यहां गेम्स में महिला टी20 इवेंट का आयोजन हुआ और ऑस्ट्रेलिया ने गोल्ड जीता।
बैंक्वेटिंग सुइट: ये दूसरी मंजिल पर है और इंग्लैंड के उन कुछ स्टेडियम में से एक जहां शादी और अन्य फंक्शन भी स्टेडियम में होते हैं।
इंग्लैंड में फ्लड लाइट्स में पहला सीनियर गेम: ये 1997 में यहां खेला गया था।
इंग्लैंड में पहला डे/नाइट टेस्ट मैच: यह 2017 में इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच यहां खेले थे।
इंग्लैंड का 1000 वां टेस्ट: एजबेस्टन ने ही 2018 में इस रिकॉर्ड टेस्ट मैच की मेजबानी की।
इंग्लैंड का कुल रिकॉर्ड: 56 टेस्ट, 30 जीत, 11 हार, 15 ड्रा
इंग्लैंड यहां मई 1902 से जून 1975 तक कोई टेस्ट नहीं हारा था।
स्टेडियम का भारत से कनेक्शन
एजबेस्टन में भारत का रिकॉर्ड भूलने लायक है। यहां खेले 8 टेस्ट मैच में से 7 में हार (1967, 1974, 1979, 1996, 2011, 2018 और 2022) मिली। सिर्फ एक टेस्ट ड्रॉ किया- 1986 का। ये इंग्लैंड के उन दो स्टेडियम में से एक है, जहां भारत ने बिना जीत 8 या उससे भी ज्यादा टेस्ट खेले हैं।
भारत की टीम यहां आखिरी बार 2022 में खेली थी और तब मेजबान टीम ने पांचवें टेस्ट की आख़िरी सुबह 378 रन के लक्ष्य को चेज किया और जीत के साथ नया रिकॉर्ड बनाया। जो रूट और जॉनी बेयरस्टो ने 100 बनाए थे और इंग्लैंड ने जीत के लिए 9वां सबसे बड़ा स्कोर बनाया।
कुछ और ख़ास प्रदर्शन:
* 2018 में, कप्तान विराट कोहली ने पहली पारी में 149 और दूसरी पारी में शानदार 51 रन के भारत के लिए टॉप स्कोर बनाए लेकिन भारत जीत के लिए उस स्कोर को हासिल न कर पाया जो कोई ख़ास बड़ा नहीं था।
* ये इंग्लैंड का 1000वां टेस्ट मैच था।
* 2011 में एलिस्टेयर कुक ने भारत के विरुद्ध 294 का स्कोर बनाया और इंग्लैंड ने इसी पारी में यहां के अपने सबसे बड़े स्कोर 710-7 रन का रिकॉर्ड बनाया।
*2013 में, भारत ने इसी स्टेडियम में इंग्लैंड पर 5 रन की रोमांचक जीत के साथ ICC चैंपियंस ट्रॉफी का टाइटल जीता था।
* वारविकशायर काउंटी क्रिकेट क्लब के लिए खेलने वाले भारतीय क्रिकेटर: इस लिस्ट में 1940 के सालों के आखिर में खेले अब्दुल हफीज कारदार, मोहम्मद सिराज (2022), जयंत यादव (2022) और हनुमा विहारी (2021) शामिल हैं। रवि बोपारा जैसे भारतीय मूल के कई अन्य खिलाड़ी क्लब के लिए खेल चुके हैं।
bull; सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर: विराट कोहली 149, 2018
bull; सबसे बेहतर गेंदबाजी: चेतन शर्मा 6-58, 1986
दर्शक क्षमता: 24,803
एंड के नाम: बर्मिंघम एंड (पहले सिटी एंड), पैवेलियन एंड स्टेडियम में फ्लडलाइट्स हैं।
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चरनपाल सिंह सोबती
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