दो दिन की स्थिरता के बाद भारतीय शेयर बाजार में गिरावट दर्ज की गई। प्रमुख इंडेक्सों में एक प्रतिशत से अधिक की कमजोरी देखी गई, जिसका कारण वैश्विक बाजारों से मिले मिले-जुले संकेत हैं। हालांकि, इस कमजोरी के बीच कुछ कंपनियों के शेयर आज निवेशकों के रडार पर रहेंगे, जिनमें इंडिगो, इंडसइंड बैंक, डिक्सन टेक, ग्लैंड फार्मा, एनटीपीसी ग्रीन प्रमुख हैं। ONGC, इंडिगो, इंडसइंड बैंक, डिक्सन टेक, ग्लैंड फार्मा, NTPC Greenइन छह कंपनियों के लिए आज का दिन बेहद अहम है, क्योंकि ये अपनी चौथी तिमाही (Q4) के वित्तीय नतीजे पेश करेंगी। निवेशकों की नजर इन कंपनियों के प्रदर्शन और मैनेजमेंट की आगे की रणनीति पर होगी, जो आने वाले दिनों में इनके स्टॉक पर असर डाल सकती है। एसबीआई (SBI, भारतीय स्टेट बैंक)देश के सबसे बड़े बैंक SBI के बोर्ड ने FY26 में $3 बिलियन तक का लॉन्ग टर्म फंड जुटाने की मंजूरी दे दी है। यह फंड एक या अधिक चरणों में जुटाया जाएगा। इस घोषणा से बैंक के शेयरों में निवेशकों की रुचि बढ़ सकती है। नाइटेड स्पिरिट्स (United Spirits)देश की प्रमुख शराब निर्माता नाइटेड स्पिरिट्स ने चौथी तिमाही में बेहतरीन मुनाफा दर्ज किया है। कंपनी का शुद्ध लाभ 75% बढ़कर 421 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले साल की समान तिमाही में 241 करोड़ रुपये था। इस शानदार नतीजे के बाद शेयर पर असर देखने को मिल सकता है। ग्लैंड फार्मा (Gland Pharma)इंजेक्टेबल जेनेरिक दवाएं बनाने वाली कंपनी ग्लैंड फार्मा ने चौथी तिमाही में 3.1% की गिरावट के साथ कमजोर नतीजे पेश किए हैं। इसका प्रमुख कारण अमेरिका में बिक्री में गिरावट है, जो कंपनी के लिए मुख्य बाजार है। निवेशकों को कंपनी की आगे की रणनीति का इंतजार रहेगा। टोरेंट फार्मा (Torrent Pharma)टोरेंट फार्मा ने वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में 498 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया है, जबकि कंपनी की कुल आय 2,959 करोड़ रुपये रही। केपीआर मिल (KPR Mill)रिपोर्ट के अनुसार, केपीआर मिल के तीन प्रमोटर ब्लॉक डील के माध्यम से कपड़ा कंपनी में 3.2% तक हिस्सेदारी बेचने की संभावना है। डिक्सन टेक्नोलॉजीज (Dixon Technologies)डिक्सन टेक्नोलॉजीज ने वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही के लिए शानदार प्रदर्शन किया है, जिसमें इसका कर पश्चात लाभ (पीएटी) साल-दर-साल 322% बढ़कर 401 करोड़ रुपये हो गया है।इन सभी खबरों और तिमाही नतीजों के चलते इन कंपनियों के शेयर आज बाजार में हलचल पैदा कर सकते हैं। (अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं। ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।)
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