सैवी इंफ्रा एंड लॉजिस्टिक्स लिमिटेड आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 21 जुलाई को खुल चुका है। इस आईपीओ के जरिये कंपनी ने 69.98 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनाई है। यह 58.32 लाख शेयरों का पूरी तरह से फ्रेश इश्यू है।
सैवी इंफ्रा आईपीओ को निवेशकों की ओर से अच्छा रिस्पॉन्स मिला और सब्सक्रिप्शन के पहले दिन ही यह पूरी तरह सब्सक्राइब हो गया था। पहले दिन इसे कुल मिलाकर 3.29 गुना बुक किया गया। रिटेल कैटेगरी में 2.73 गुना, एनआईआई कैटेगरी में 1.79 गुना और क्यूआईबी कैटेगरी में 5.79 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था।
सब्सक्रिप्शन के दूसरे दिन दोपहर 2:10 बजे तक यह इश्यू लगभग 6 गुना बुक हो चुका है। रिटेल कैटेगरी लगभग 7 गुना, एनआईआई कैटेगरी लगभग साढ़े चार गुना सब्सक्राइब हो चुकी है।
सार्वजनिक पेशकश का लगभग 50% योग्य संस्थागत खरीदारों (qualified institutional buyers) के लिए, लगभग 35% खुदरा निवेशकों (retail investors) के लिए और शेष 15% गैर-संस्थागत निवेशकों (non-institutional investors) के लिए आरक्षित है।
23 जुलाई को यह इश्यू बंद होगा। शेयर अलॉटमेंट को 24 जुलाई को अंतिम रूप दिया जाएगा। 25 जुलाई को डीमैट अकाउंट में शेयर क्रेडिट होंगे और कंपनी को 28 जुलाई को NSE SME पर शेयर के लिस्ट होने की उम्मीद है।
बाजार विश्लेषकों के अनुसार अनलिस्टेड मार्केट में Savy Infra IPO GMP 21 रुपये है, जो कैप प्राइस की तुलना में 17.5 प्रतिशत अधिक है। यह इस इश्यू का उच्चतम जीएमपी भी है। मजबूत जीएमपी के कारण भी इस एसएमई आईपीओ को निवेशकों की ओर से अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है।
Savy Infra IPO का प्राइस बैंड 114-120 रुपये प्रति शेयर है। एक एप्लिकेशन के साथ न्यूनतम लॉट साइज 1200 शेयरों का है।
सैवी इंफ्रा एंड लॉजिस्टिक्स लिमिटेड एक EPC (इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन) कंपनी है, जो बुनियादी ढांचे से जुड़े प्रोजेक्ट्स में अर्थवर्क और फाउंडेशन प्रीपरेशन में विशेषज्ञता रखती है। कंपनी की सेवाओं में सड़क निर्माण, एंबेंकमेंट (मिट्टी बाँधना), सब-ग्रेड तैयार करना और सरफेस पेविंग शामिल हैं। इसके अलावा, सैवी इंफ्रा पुरानी संरचनाओं को सुरक्षित तरीके से गिराने यानी डिमोलिशन सर्विसेज भी प्रदान करती है।
कंपनी ने गुजरात, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक और ओडिशा जैसे राज्यों में EPC और लॉजिस्टिक्स प्रोजेक्ट्स सफलतापूर्वक पूरे किए हैं। 31 मार्च 2025 से 31 मार्च 2024 तक समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष के बीच सैवी इंफ्रा एंड लॉजिस्टिक्स लिमिटेड का राजस्व 179% बढ़ा और कर-पश्चात लाभ (PAT) 142% बढ़ा।
सैवी इंफ्रा एंड लॉजिस्टिक्स लिमिटेड आईपीओ से प्राप्त शुद्ध आय का उपयोग अपने कार्यशील पूंजी की आवश्यकताओं को पूरा करने और सामान्य कॉर्पोरेट कार्यों के लिए करेगी।
(अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं। ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।)
सैवी इंफ्रा आईपीओ को निवेशकों की ओर से अच्छा रिस्पॉन्स मिला और सब्सक्रिप्शन के पहले दिन ही यह पूरी तरह सब्सक्राइब हो गया था। पहले दिन इसे कुल मिलाकर 3.29 गुना बुक किया गया। रिटेल कैटेगरी में 2.73 गुना, एनआईआई कैटेगरी में 1.79 गुना और क्यूआईबी कैटेगरी में 5.79 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था।
सब्सक्रिप्शन के दूसरे दिन दोपहर 2:10 बजे तक यह इश्यू लगभग 6 गुना बुक हो चुका है। रिटेल कैटेगरी लगभग 7 गुना, एनआईआई कैटेगरी लगभग साढ़े चार गुना सब्सक्राइब हो चुकी है।
सार्वजनिक पेशकश का लगभग 50% योग्य संस्थागत खरीदारों (qualified institutional buyers) के लिए, लगभग 35% खुदरा निवेशकों (retail investors) के लिए और शेष 15% गैर-संस्थागत निवेशकों (non-institutional investors) के लिए आरक्षित है।
23 जुलाई को यह इश्यू बंद होगा। शेयर अलॉटमेंट को 24 जुलाई को अंतिम रूप दिया जाएगा। 25 जुलाई को डीमैट अकाउंट में शेयर क्रेडिट होंगे और कंपनी को 28 जुलाई को NSE SME पर शेयर के लिस्ट होने की उम्मीद है।
बाजार विश्लेषकों के अनुसार अनलिस्टेड मार्केट में Savy Infra IPO GMP 21 रुपये है, जो कैप प्राइस की तुलना में 17.5 प्रतिशत अधिक है। यह इस इश्यू का उच्चतम जीएमपी भी है। मजबूत जीएमपी के कारण भी इस एसएमई आईपीओ को निवेशकों की ओर से अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है।
Savy Infra IPO का प्राइस बैंड 114-120 रुपये प्रति शेयर है। एक एप्लिकेशन के साथ न्यूनतम लॉट साइज 1200 शेयरों का है।
सैवी इंफ्रा एंड लॉजिस्टिक्स लिमिटेड एक EPC (इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन) कंपनी है, जो बुनियादी ढांचे से जुड़े प्रोजेक्ट्स में अर्थवर्क और फाउंडेशन प्रीपरेशन में विशेषज्ञता रखती है। कंपनी की सेवाओं में सड़क निर्माण, एंबेंकमेंट (मिट्टी बाँधना), सब-ग्रेड तैयार करना और सरफेस पेविंग शामिल हैं। इसके अलावा, सैवी इंफ्रा पुरानी संरचनाओं को सुरक्षित तरीके से गिराने यानी डिमोलिशन सर्विसेज भी प्रदान करती है।
कंपनी ने गुजरात, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक और ओडिशा जैसे राज्यों में EPC और लॉजिस्टिक्स प्रोजेक्ट्स सफलतापूर्वक पूरे किए हैं। 31 मार्च 2025 से 31 मार्च 2024 तक समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष के बीच सैवी इंफ्रा एंड लॉजिस्टिक्स लिमिटेड का राजस्व 179% बढ़ा और कर-पश्चात लाभ (PAT) 142% बढ़ा।
सैवी इंफ्रा एंड लॉजिस्टिक्स लिमिटेड आईपीओ से प्राप्त शुद्ध आय का उपयोग अपने कार्यशील पूंजी की आवश्यकताओं को पूरा करने और सामान्य कॉर्पोरेट कार्यों के लिए करेगी।
(अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं। ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।)
You may also like
जॉब की तलाश में मलेशिया गया भारतीय युवक तीन दिन से लापता, 19 दिन पहले खत्म हो गया था वीजा
केराटिन-स्मूथनिंग से नहीं बनी बात? डाइट में छिपा है शाइनी बालों का राज, रोजाना खाएं 5 में से कोई भी 2 चीजें
साउथ अफ्रीका ODI सीरीज के लिए भारत की 17 सदस्यीय टीम की घोषणा, मीम्स के शिकार चार खिलाड़ी शामिल
लखनऊ में ऊर्जा मंत्री के खिलाफ बिजलीकर्मियों का फूटा गुस्सा, आवास घेरा तो हाथ जोड़कर बाहर निकले मंत्री
Pune News: क्लास वन ऑफिसर ने जासूसी कैमरे से पत्नी के नहाने का वीडियो किया रिकॉर्ड, फिर... पुणे में घिनौनी हरकत