नई दिल्ली: अर्निंग सीजन जारी है। इस बीच कंपनियों के तिमाही नतीजे जारी हो रहे हैं। जिससे कंपनियों के परफॉर्मेंस का अंदाजा लग रहा है। इसी क्रम में निवेशक से लेकर के ब्रोकरेज फर्म तक अपने पोर्टफोलियो में बदलाव कर रहे हैं। जिसमें जानी–मानी वैश्विक ब्रोकरेज फर्म जेफरीज भी शामिल है। जिसने अपने मॉडल पोर्टफोलियो में बदलाव करते हुए निफ्टी 50 इंडेक्स की दिग्गज शेयर भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड को शामिल किया है। ध्यान रहे भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड एक डिफेंस शेयर है। इसके अलावा जेफरीज ने सीमेंट इंडस्ट्री की दिग्गज कंपनी अंबुजा सीमेंट्स के शेयर को भी अपने पोर्टफोलियो में ऐड किया है। इन शेयरों को किया बाहरदूसरी तरफ जेफरीज ब्रोकरेज ने अपने पोर्टफोलियो से पीएसयू कंपनी कोल इंडिया के शेयर को बाहर निकाल दिया है। कोल इंडिया लिमिटेड देश की सबसे बड़ी माइनिंग कंपनी है। कोल इंडिया के अलावा अपने पोर्टफोलियो से एनबीएफसी सेक्टर की कंपनी श्रीराम फाइनेंस के शेयर को भी हटा दिया है। क्यों आई भारत के इक्विटी मार्केट में तेजी?जेफरीज ब्रोकरेज का कहना है कि भारत की इक्विटी मार्केट में हाल के समय में आई तेजी का प्रमुख कारण आरबीआई के द्वारा ब्याज दरों में की गई कटौती, अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर का मामला सुलझने और हाल के समय में भारत-पाकिस्तान के बीच बॉर्डर पर बढ़े टेंशन के कम होना है। ये बड़ा ट्रिगर बाजार को दे सकता है नई दिशाजेफरीज ब्रोकरेज का कहना है कि भारत के इक्विटी मार्केट के लिए नियर टर्म में अमेरिका और भारत के बीच होने वाली ट्रेड डील एक बड़ा ट्रिगर है। जो बाजार को नई दिशा दे सकता है।जेफरीज ब्रोकरेज का कहना है कि अप्रैल महीने की निचले स्तर से भारतीय बाजार में फिर से रिबाउंड करते हुए नजर आया है। भारत के मार्केट का वैल्यूएशन फिर से डिमांड में आ रही है। ब्रोकरेज उम्मीद कर रहा है कि फाइनेंशियल ईयर 2025–27 में EPS 11% से 12% के CAGR से बढ़ते हुए नजर आएगा। जेफरीज ब्रोकरेज घरेलू और फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स की तरफ से आने वाले निवेश को भी लेकर पॉजिटिव बनी हुई है।(ये एक्सपर्ट/ ब्रोकरेज के निजी सुझाव/ विचार हैं. ये इकोनॉमिक टाइम्स के विचारों को नहीं दर्शाते हैं. किसी भी फंड/ शेयर में निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की राय जरूर लें.)
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