आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) ने जितनी हमारी जिंदगी आसान बनाई है, उतने ही खतरे भी खड़े कर दिए हैं। हाल ही में रुड़की के एक युवक ने फेसबुक पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का डीपफेक वीडियो देखकर 66.21 लाख रुपये गंवा दिए। इसके अलावा भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें एआई की मदद से डीपफेक वीडियो बनाकर लोगों को वित्तीय फ्रॉड का शिकार बनाया गया है। कहीं आप भी इस तकनीक का शिकार न बन जाए। इसलिए जरूरी है कि डीपफेक के बारे में समझाना और वित्तीय फ्रॉड से बचने के तरीकों के बारे में जानना।
डीपफेक वीडियो क्या होते हैं?डीपफेक एआई तकनीक है। जिसका इस्तेमाल करके किसी भी व्यक्ति का फर्जी वीडियो, फोटो, आवाज बनाए जा सकते हैं। ये वीडियो, फोटो या आवाज बिल्कुल असली की तरह ही प्रतीत होते हैं। जिस पर कई लोग विश्वास करके अपने लाखों रुपये गंवा चुके हैं। इसमें मशीन लर्निंग एल्गोरिदम का इस्तेमाल करके फर्जी वीडियो के साथ ही ऐसे व्यक्तियों का भी वीडियो बना सकते हैं जो वास्तव में होते ही नहीं।
डीपफेक से बचने के तरीकेयदि आप भी चाहते हैं कि डीप फेक के माध्यम से होने वाले वित्तीय फ्रॉड का शिकार नहीं बने तो इसके लिए कुछ बातों पर गौर किया जाना चाहिए-
1. कभी भी किसी भी अविश्वसनीय वेबसाइट, इमेज या वीडियो पर क्लिक न करें। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कई बड़ी हस्तियों के एआई जेनरेटेड वीडियो के माध्यम से गलत जानकारी फैलाई जाती है। जिसमें निवेश से जुड़ी भी कई जानकारियां शामिल होती हैं। रुड़की से जो मामला सामने आया था, उसमें युवक ने फेसबुक पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के डीपफेक वीडियो के झांसे में आकर 66.21 रुपये गंवा दिए। 2. सोशल मीडिया पर वायरल जानकारीयों की विश्वसनीयता की जांच करें।
3. यदि ध्यान से देखें तो डीपफेक वीडियो में भी अंतर देखा जा सकता है। जिसमें चेहरे के हावभाव, होंठों की गति, त्वचा की रंगत, जैसी चीजों पर ध्यान देंगे तो असामान्यता नजर आ सकती है।
4. कई बार वीडियो या फोटो में आपको वॉटरमार्क या डिस्क्लेमर दिख सकता है। जिसे आपको ध्यान से देखना होगा।
5. ऐसे वित्तीय फ्रॉड से बचने के लिए खुद को जागरूक करें। डीपफेक के तरीकों के बारे में जानकारी लेते रहे।
6. यदि आपको कोई वीडियो, इमेज़ या लिंक संदेहजनक लग रहा है तो उस पर क्लिक नहीं करें।
7. आप रिवर्स इमेज सर्च या फैक्ट-चेकिंग करने वाली वेबसाईट का इस्तेमाल करके भी सही जानकारी हासिल कर सकते हैं।
8. अपने सोशल मीडिया की गोपनीयता का ख्याल रखें। जिसके लिए सेटिंग में जाकर टू फैक्टर वेरिफिकेशन ऑन रखें।
9. अपने फोन, लैपटॉप या अन्य डिवाइस को अपडेट रखें।
डीपफेक वीडियो क्या होते हैं?डीपफेक एआई तकनीक है। जिसका इस्तेमाल करके किसी भी व्यक्ति का फर्जी वीडियो, फोटो, आवाज बनाए जा सकते हैं। ये वीडियो, फोटो या आवाज बिल्कुल असली की तरह ही प्रतीत होते हैं। जिस पर कई लोग विश्वास करके अपने लाखों रुपये गंवा चुके हैं। इसमें मशीन लर्निंग एल्गोरिदम का इस्तेमाल करके फर्जी वीडियो के साथ ही ऐसे व्यक्तियों का भी वीडियो बना सकते हैं जो वास्तव में होते ही नहीं।
डीपफेक से बचने के तरीकेयदि आप भी चाहते हैं कि डीप फेक के माध्यम से होने वाले वित्तीय फ्रॉड का शिकार नहीं बने तो इसके लिए कुछ बातों पर गौर किया जाना चाहिए-
1. कभी भी किसी भी अविश्वसनीय वेबसाइट, इमेज या वीडियो पर क्लिक न करें। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कई बड़ी हस्तियों के एआई जेनरेटेड वीडियो के माध्यम से गलत जानकारी फैलाई जाती है। जिसमें निवेश से जुड़ी भी कई जानकारियां शामिल होती हैं। रुड़की से जो मामला सामने आया था, उसमें युवक ने फेसबुक पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के डीपफेक वीडियो के झांसे में आकर 66.21 रुपये गंवा दिए। 2. सोशल मीडिया पर वायरल जानकारीयों की विश्वसनीयता की जांच करें।
3. यदि ध्यान से देखें तो डीपफेक वीडियो में भी अंतर देखा जा सकता है। जिसमें चेहरे के हावभाव, होंठों की गति, त्वचा की रंगत, जैसी चीजों पर ध्यान देंगे तो असामान्यता नजर आ सकती है।
4. कई बार वीडियो या फोटो में आपको वॉटरमार्क या डिस्क्लेमर दिख सकता है। जिसे आपको ध्यान से देखना होगा।
5. ऐसे वित्तीय फ्रॉड से बचने के लिए खुद को जागरूक करें। डीपफेक के तरीकों के बारे में जानकारी लेते रहे।
6. यदि आपको कोई वीडियो, इमेज़ या लिंक संदेहजनक लग रहा है तो उस पर क्लिक नहीं करें।
7. आप रिवर्स इमेज सर्च या फैक्ट-चेकिंग करने वाली वेबसाईट का इस्तेमाल करके भी सही जानकारी हासिल कर सकते हैं।
8. अपने सोशल मीडिया की गोपनीयता का ख्याल रखें। जिसके लिए सेटिंग में जाकर टू फैक्टर वेरिफिकेशन ऑन रखें।
9. अपने फोन, लैपटॉप या अन्य डिवाइस को अपडेट रखें।
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