आगरा के नॉर्थ विजय नगर कॉलोनी में एक वृद्धा की मौत की जानकारी तब मिली जब उनके भाई ने लंबे समय बाद उनसे मिलने का प्रयास किया। 65 वर्षीय निर्मल देवी की मृत्यु कब हुई, यह किसी को पता नहीं चला।
निर्मल देवी, जो एक डाक्टरेट धारक थीं, अपने पिता गोपाल की फैक्टरी के कारण एक समृद्ध परिवार से थीं। उनके माता-पिता की मृत्यु के बाद, वह अकेली जीवन व्यतीत कर रही थीं और अपने सौतेले भाई-बहनों से दूर हो गई थीं। इस कारण उनकी मौत का पता तब चला जब उनका शव कंकाल में बदल गया था।
निर्मल देवी कोठी नंबर 67 में निवास करती थीं। उनके भाई रणवीर सिंह ने जब दरवाजा खटखटाया और कोई जवाब नहीं मिला, तो उन्होंने पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने घर में निर्मल का कंकाल पाया।
परिवार के अनुसार, निर्मल का कंकाल फर्श पर पड़ा हुआ था, जिससे यह अनुमान लगाया गया कि उनकी मृत्यु लगभग दो महीने पहले हुई होगी।
निर्मल देवी की कोठी लगभग 500 वर्ग गज में फैली हुई है और इसकी कीमत करोड़ों में है। पड़ोसियों ने बताया कि वह अक्सर दुकान पर जाती थीं, लेकिन किसी से बातचीत नहीं करती थीं।
पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, ताकि मौत के कारणों का पता लगाया जा सके।
पड़ोसियों के अनुसार, निर्मल देवी रोजाना एक लीटर दूध खरीदने जाती थीं, लेकिन इसके अलावा उन्हें किसी ने नहीं देखा।
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