जयपुर: राजस्थान सरकार ने ‘राजश्री स्कीम’ का नाम बदलकर ‘लाडो प्रोत्साहन योजना’ कर दिया है। इस योजना का उद्देश्य प्रदेश की बेटियों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना और उन्हें उच्च शिक्षा के लिए प्रेरित करना है।
पहले इस योजना के तहत 50,000 रुपये की सहायता दी जाती थी, लेकिन अब इस राशि को बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दिया गया है। राजस्थान सरकार की यह योजना सरकारी और निजी स्कूलों में पढ़ने वाली छात्राओं को आर्थिक मदद प्रदान करेगी।
बेटियों को कब और कितनी मिलेगी राशि?
राजस्थान सरकार के आदेश के अनुसार, बेटी के जन्म से लेकर स्नातक पूरा करने और 21 वर्ष की उम्र पूरी होने तक किश्तों के रूप में आर्थिक सहायता दी जाएगी।
- बेटी के जन्म पर – ₹2,500
- एक वर्ष का टीकाकरण पूरा होने पर – ₹2,500
- कक्षा 1 में प्रवेश पर – ₹4,000
- कक्षा 6 में प्रवेश पर – ₹5,000
- कक्षा 10 में प्रवेश पर – ₹11,000
- कक्षा 12वीं पास करने पर – ₹25,000
- स्नातक पूरा करने और 21 साल की उम्र होने पर – ₹50,000
कैसे मिलेगी राशि?
इस योजना के तहत छात्राओं और उनके अभिभावकों को किसी भी प्रकार का आवेदन नहीं करना होगा। साला दर्पण पोर्टल के माध्यम से यह राशि सीधे बैंक खातों में ट्रांसफर की जाएगी।
योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए छात्राओं को राजस्थान जन आधार कार्ड और बैंक पासबुक अनिवार्य रूप से उपलब्ध करानी होगी।
8,000 से अधिक बालिकाओं को होगा फायदा
राजस्थान के सभी जिलों में 8,000 से अधिक बालिकाओं को इस योजना के तहत लाभ मिलेगा। करौली जिला शिक्षा अधिकारी इंद्रेश तिवारी के अनुसार, योजना का क्रियान्वयन राजकीय और मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों में होगा।
नए नाम के साथ जारी रहेगा लाभ
राजस्थान सरकार ने ‘राजश्री योजना’ का नाम बदलकर ‘लाडो प्रोत्साहन योजना’ कर दिया है। पुरानी योजना की आगामी किस्तें अब ‘लाडो योजना’ के नाम से ही वितरित की जाएंगी।
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