जब भी कोई लड़की अपने लिए लाइफ पार्टनर ढूंढती है तो वह अपने जैसा पढ़ा लिखा और अधिक पैसे कमाने वाला लड़का खोजती है। आप भी इस बात से वाकिफ होंगे कि आजकल लड़कियों के कितने नखरे होते हैं। खासकर जब लड़की ज्यादा पढ़ी लिखी और कोई अच्छी पोस्ट पर हो तो उसे अपने लिए लड़का भी वैसा ही स्टैन्डर्ड वाला चाहिए होता है। हालांकि सभी लड़कियां ऐसी नहीं होती है। अब इस लैडी डॉक्टर को ही देख लीजिए।
चाय वाले को दिल दे बैठी डॉक्टरआज हम आपको एक ऐसी महिला से मिलाने जा रहे हैं जो पेशे से एक डॉक्टर हैं। लेकिन उन्होंने अपने लिए जो पति चुना है वह एक चाय वाला और सफाईकर्मी है। यह अनोखी लव स्टोरी पाकिस्तान के ओकारा के दीपालपुर की है। यहां एक अस्पताल में डॉ. किश्वर और छावला शहजाद साथ काम करते थे। किश्वर यहां एक डॉक्टर थी जबकि शहजाद एक चायवाला और सफाईकर्मी था।
शहजाद अक्सर डॉ. किश्वर को चाय लाकर देता था। वह उनके केबिन की साफ सफाई भी करता था। एक बार डॉ. किश्वर ने शहजाद का मोबाइल नंबर मांग लिया। इसके बाद दोनों की बातचीत होने लगी। इस दौरान डॉ. किश्वर को शहजाद से प्यार हो गया। उन्होंने ही आगे रहकर शहजाद को प्रपोज किया। एक डॉक्टर का शादी का प्रपोजल सुनकर शहजाद हैरान रह गया। हालांकि उसने इस प्रपोजल को खुशी-खुशी स्वीकार किया।
चायवाले की इस खूबी ने जीत दिलडॉ. किश्वर को शहजाद का शालीन व्यवहार पसंद आया। वे बताती हैं कि शहजाद उनसे बहुत अदब से पेश आते थे। जब भी चाय लाते थे तो ऊपर नजर उठाकर नहीं देखते थे। वह मेरी बहुत इज्जत करते थे। मुझे मान सम्मान देते थे। बस इसी खूबी को देखते हुए मैंने उनसे शादी का निर्णय लिया। इस शादी के बाद डॉ. किश्वर को कई ताने सुनने को मिले। इस कारण उन्होंने वह अस्पताल छोड़ दिया।
अब डॉ. किश्वर अपना खुद का क्लिनिक खोलने पर विचार कर रही है। दोनों की लव स्टोरी ‘मेरा पाकिस्तान’ यूट्यूब चैनल पर मौजूद है। यहां दोनों अपनी प्रेम कहानी को विस्तार में बता रहे हैं। आप भी इस अजब प्रेम की गजब कहानी को विस्तार से यहां देख सकते हैं।
इस लव स्टोरी ने साबित कर दिया कि प्यार सचमुच अंधा होता है। वैसे भी कहा जाता है कि एक सच्चा प्यार अमीरी गरीबी, जात पात और रंग रूप देखकर नहीं होता है। और यदि आप सच में शादी के बाद खुश रहना चाहते हैं तो उस शख्स से शादी करना चाहे जो आपकी इज्जत करे।
You may also like
दलीप ट्रॉफी : ईस्ट जोन को झटका, ईशान किशन-आकाश दीप क्वार्टर फाइनल से बाहर
हॉरर से डर लगता था, लेकिन टीम की मदद से आसान हुआ सफर: प्राजक्ता कोली
रूस में बड़ा हादसा टला: टेकऑफ के दौरान रनवे से फिसला विमान, सभी यात्री सुरक्षित
सिएटल में पहली 'इंडिया डे परेड' का हुआ आयोजन, मेयर हैरेल बोले- अमेरिका और भारत के गहरे संबंधों की दिखी झलक
102 साल के बुजुर्ग ने गाजे-बाजे से निकाली अनोखी बारातˈ कहा- थारा फूफा अभी जिंदा है..