New Delhi, 12 जुलाई . दिल्ली के चांदनी चौक से सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने Saturday को Chief Minister रेखा गुप्ता को चिट्ठी लिखकर कहा है कि जैसे कांवड़ यात्रा और हज यात्रियों को मुफ्त में जगह और बिजली दी जाती है, वैसे ही दिल्ली में रामलीला करने वाली समितियों को भी बिना पैसे लिए मैदान और बिजली दी जाए.
दिल्ली की Chief Minister रेखा गुप्ता को संबोधित करते हुए सांसद खंडेलवाल ने अपने पत्र में कहा, “रामलीला उत्सव प्रति वर्ष दिल्ली सहित सम्पूर्ण देश में उत्साह एवं उमंग के साथ मनाया जाता है और सही अर्थों में रामलीला भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता की अमूल्य धरोहर है. दिल्ली में बड़े पैमाने पर रामलीला का भव्य उत्सव दस दिनों तक चलता है जिसमें प्रभु श्री राम की जीवन लीला एवं उनके आदर्शों का मंचन लोगों को प्रेरणा देता है.”
उन्होंने कहा, “इस वर्ष रामलीला उत्सव 22 सितंबर 2025 से 3 अक्टूबर 2025 तक चलेगा और दिल्ली सहित देश भर में दशहरा 2 अक्टूबर को मनाया जाएगा आगामी रामलीला उत्सव को भव्य, व्यवस्थित एवं बिना किसी प्रशासनिक अड़चनों के संपन्न कराने हेतु दिल्ली सरकार तुरंत कदम उठाये, ऐसा मेरा आग्रह है.”
सांसद ने अपने पत्र में कहा कि दिल्ली में करीब 500 छोटी-बड़ी रामलीलाएं होती हैं, जिनमें ज्यादातर बड़ी रामलीलाएं चांदनी चौक में आयोजित की जाती हैं. उन्होंने बताया कि उन्होंने 23 मई 2025 को दिल्ली की प्रमुख रामलीला समितियों की बैठक बुलाई थी, जिसमें कई समस्याएं सामने आईं.
प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि बैठक के दौरान समितियों ने कहा कि रामलीला के लिए मैदान समय पर और कम से कम 45 दिन पहले डीडीए और एमसीडी उपल्ब्ध कराए और ये मैदान बिना किसी शुल्क के मिलें क्योंकि यह धार्मिक कार्यक्रम है. इसके अलावा रामलीला शुरू होने से पहले मैदान की अच्छी तरह सफाई हो, कीटनाशक का छिड़काव किया जाए और मैदान को बराबर किया जाए ताकि रामलीला में किसी को कोई दिक्कत न हो.
–
पीएसके
The post दिल्ली : रामलीला के लिए मुफ्त मैदान और बिजली की मांग, सांसद खंडेलवाल ने सीएम रेखा गुप्ता को लिखा पत्र first appeared on indias news.
You may also like
टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की हत्या आख़िर क्यों की गई, अब तक क्या-क्या पता है
कटरा पुलिस ने अवैध रूप से भारत में घुसे बांग्लादेशी नागरिक को किया गिरफ्तार
सरकारी नौकरी को देश सेवा का अवसर समझ कर्तव्यों का पालन करना चाहिए : नितिन गडकरी
राजा मानसिंह का रहस्यमयी खजाना: इंदिरा गांधी की दिलचस्पी और पाकिस्तान का दावा
मैदानी क्षेत्र से लौटकर अब हाथी पहुंचा केरेगांव के जंगल