गुरुवायुर, 1 जुलाई . गुरुवायुर देवासम द्वारा संचालित श्री कृष्ण मंदिर के तहत हाथियों के लिए 31 दिवसीय कायाकल्प चिकित्सा (रिजूविनेशन थेरेपी) मंगलवार सुबह शुरू हुई.
इस अवसर पर स्थानीय विधायक के. राजन मौजूद रहे, जो इसी जिले से आते हैं और राजस्व मंत्री भी हैं.
इस अवसर पर गुरुवायुर देवासम के अध्यक्ष वीके विजयन ने कहा कि गुरुवायुर पुन्नथुरकोट्टा के अंतर्गत 36 हाथी हैं और इस बार 22 हाथियों को चिकित्सा दी जा रही है.
पुन्नाथुरकोट्टा, जो मंदिर से तीन किलोमीटर दूर है, अपनी स्वर्ण जयंती मना रहा है. 50 साल पहले इस खास हाथी परिसर को खोला गया था.
विजयन ने कहा कि एक महीने तक चलने वाले इस आयोजन पर गुरुवायुर देवसोम पर 12.5 लाख रुपए खर्च होंगे.
विजयन ने कहा, “हर दिन सुबह सभी हाथियों को तेल से नहलाने के साथ दिन की शुरुआत होती है. उनके खाने का सख्त नियम है. हम उन्हें चावल, रागी, दाल, चवन्नप्राश और डॉक्टरों द्वारा बताए गए खनिज देते हैं. विजयन ने कहा कि यह महीने भर का इलाज कई मायनों में मानसून के दौरान इंसानों के कायाकल्प उपचार जैसा है.”
यह हाथी शिविर 11.5 एकड़ भूमि पर स्थित है. यह शिविर प्रसिद्ध श्री कृष्ण मंदिर के स्वामित्व में है, जिसे वैष्णव परंपरा के 108 अभिमान क्षेत्रों में वर्गीकृत किया गया है.
मंदिर का मुख्य चित्र चार भुजाओं वाला विष्णु है, जो पंचजन्य शंख, सुदर्शन चक्र, कौमोदकी गदा और तुलसी की माला के साथ कमल धारण किए हुए हैं. यह भगवान विष्णु के उस रूप को दर्शाता है, जो कृष्ण के जन्म के समय उनके माता-पिता वासुदेव और देवकी को दिखाई दिया था.
इस मंदिर में गैर-हिंदुओं का प्रवेश वर्जित है.
–
पीएसके/केआर
The post गुरुवायुर के हाथियों को दी जा रही 31 दिवसीय चिकित्सा थेरेपी, दावा-होगा कायाकल्प first appeared on indias news.
You may also like
'सेल' से 10 दिन पुरानी कंपनी को 750 करोड़ रुपये का ऑडर मिला, मोदी सरकार में भ्रष्टाचार का अमृतकाल: कांग्रेस
इस्लामिक देश में हिजाब पर रोक! कौन-कौन से मुस्लिम मुल्क कर चुके हैं ऐसा फैसला?
संसदीय स्थायी समिति के सदस्यों ने किया बीएचयू अध्ययन दौरा, बैठक में शैक्षणिक और तकनीकी नवाचारों पर विमर्श
हाईकोर्ट में प्रमुख सचिव ने दाखिल किया हलफनामा
लवलीना बोरगोहेन ने एलीट महिला मुक्केबाजी टूर्नामेंट में जीता स्वर्ण पदक