लंदन, 2 जुलाई . विंबलडन 2025 में बुधवार का दिन भारतीय फैंस के लिए बेहद निराशाजनक रहा. अनुभवी रोहन बोपन्ना और उनके जोड़ीदार सैंडर गिल बुधवार को शुरुआती दौर में हारकर पुरुष युगल स्पर्धा से बाहर हो गए.
रोहन बोपन्ना और सैंडर गिल की जोड़ी तीसरी वरीयता प्राप्त जर्मन जोड़ी केविन क्राविएट्ज और टिम पुएट्ज से एक घंटे और चार मिनट में 3-6, 4-6 से हारकर टूर्नामेंट से बाहर हुई.
बोपन्ना का 2025 में प्रदर्शन मिश्रित रहा है. वे और उनके जोड़ीदार एडम पावलसेक फ्रेंच ओपन के तीसरे दौर में पहुंचे थे, लेकिन बाहर हो गए. उन्होंने ऑस्ट्रेलियन ओपन के मिश्रित युगल में झांग शुआई के साथ मिलकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई.
भारत के अन्य युगल स्टार युकी भांबरी और उनके अमेरिकी जोड़ीदार रॉबर्ट गैलोवे ने फ्रांस के मैनुअल गुइनार्ड और मोनाको के रोमेन अर्नेडो को सीधे सेटों में हराकर विंबलडन पुरुष युगल प्रतियोगिता के दूसरे दौर में प्रवेश किया.
एक घंटे और 49 मिनट तक चले पहले दौर के मुकाबले में 16वीं वरीयता प्राप्त इंडो-अमेरिकन जोड़ी ने अर्नोडो और गुइनार्ड को 7-6(8), 6-4 से हराया.
भांबरी पूरे खेल में तेज दिखे और गैलोवे के साथ पूरी तरह से तालमेल बिठाया क्योंकि दोनों ने शुरुआत से ही बढ़त हासिल कर ली थी. भांबरी और उनके साथी के पास अपने प्रतिद्वंद्वी की सर्विस तोड़ने और पहला सेट 7-5 से जीतने का मौका था, लेकिन एक समय पर दो सेट पॉइंट होने के बावजूद वे ऐसा नहीं कर पाए. हालांकि, उन्होंने कोई गलती नहीं की और पहला सेट अपने नाम कर लिया.
दूसरे सेट में गुइनार्ड को चोट लग गई, वह अपनी पीठ और गर्दन को पकड़कर जमीन पर गिर गए, लेकिन उन्होंने संघर्ष जारी रखा. हालांकि, भांबरी-गैलोवे अपनी योजना पर अडिग दिखे और जीत के साथ समाप्त हुए.
ऋत्विक बोल्लीपल्ली और एन श्रीराम बालाजी अन्य दो भारतीय खिलाड़ी हैं, जो विंबलडन में अपने-अपने जोड़ीदारों क्रमशः रोमानिया के निकोलस बैरिएंटोस और मैक्सिको के मिगुएल रेयेस-वरेला के साथ खेलेंगे.
–
पीएके/एकेजे
The post विंबलडन 2025 : बोपन्ना-गिल बाहर, युकी भांबरी-गैलोवे युगल के दूसरे दौर में पहुंचे first appeared on indias news.
You may also like
रेयर अर्थ मेटल पर टूटेगा चीन का एकाधिकार! भारत में मिल रहे अच्छे संकेत, दुर्लभ पृथ्वी तत्व पर क्वाड कैसे करेगा मदद
Condom Tips- सालभर में कितने बिकते हैं महिलाओं वाले कंडोम, जानिए रिपोर्ट्स क्या कहती हैं
Petrol Price- किस देश में मिलता हैं सबसे सस्ता पेट्रोल, आइए जानें
काशी विश्वनाथ धाम से उठी स्वच्छता की अलख
जाति विशेष का नाम लेकर रामकथा की बात नहीं होनी चाहिए — दयाशंकर सिंह