New Delhi, 8 नवंबर . ओहियो में मेयर पद का चुनाव होने जा रहा है. अमेरिका में President चुनाव 2024 में अपनी किस्मत आजमा चुके भारतवंशी विवेक रामास्वामी अब ओहियो के मेयर चुनाव की रेस में शामिल हो रहे हैं. विवेक रामास्वामी को अमेरिकी President डोनाल्ड ट्रंप का खुला समर्थन मिल गया है.
अमेरिकी President डोनाल्ड ट्रंप ने ट्रूथ सोशल पर लिखा, “विवेक रामास्वामी महान राज्य ओहियो के गवर्नर पद के लिए चुनाव लड़ रहे हैं, एक ऐसी जगह जिसे मैं प्यार करता हूं और जहां मैंने 2016, 2020 और 2024 में तीन बार बड़ी जीत हासिल की है!”
विवेक रामास्वामी को अपना समर्थन देते हुए अमेरिकी President ने कहा, “मैं विवेक को अच्छी तरह जानता हूं, उनके खिलाफ चुनाव लड़ा है, और वह वाकई खास हैं. वह युवा, मजबूत और होशियार हैं! विवेक एक बहुत अच्छे इंसान भी हैं, जो हमारे देश से सच्चा प्यार करते हैं. आपके अगले गवर्नर के रूप में, विवेक अर्थव्यवस्था को बढ़ाने, टैक्स और नियमों में कटौती करने, ‘मेड इन द यूएसए’ को बढ़ावा देने, अमेरिकी ऊर्जा प्रभुत्व को बढ़ावा देने, हमारी अब बेहद सुरक्षित सीमा को सुरक्षित रखने, प्रवासी अपराध रोकने, हमारी सेना/पूर्व सैनिकों को मजबूत करने, कानून-व्यवस्था सुनिश्चित करने, चुनावी ईमानदारी को बढ़ावा देने और हमेशा घेरे में रहने वाले हमारे दूसरे संशोधन की रक्षा करने के लिए कड़ा संघर्ष करेंगे.”
President ट्रंप ने कहा कि विवेक रामास्वामी ओहियो के एक महान गवर्नर होंगे और मेरा पूरा समर्थन है, वह आपको कभी निराश नहीं करेंगे!
बता दें, 2024 के अमेरिकी चुनाव के दौरान विवेक रामास्वामी का नाम काफी चर्चा में रहा. विवेक ने President चुनाव के दौरान अयोवा कॉकस में चौथा स्थान हासिल किया. इसके बाद उन्होंने President की रेस से खुद को बाहर कर लिया था. वहीं ट्रंप के President बनने के बाद डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (डीओजीई) के गठन की घोषणा करते हुए एलन मस्क और विवेक को जिम्मेदारी सौंपी. बाद में विवेक रामास्वामी से यह जिम्मेदारी वापस ले ली गई और डीओजीई की जिम्मेदारी मस्क को मिल गई.
बता दें, डीजीओई का काम है कि Governmentी खर्चे में कटौती करे. विवेक का India से खास कनेक्शन है. दरअसल, विवेक की मां के पास अमेरिकी नागरिकता है, जबकि उनके पिता आज भी India के ही नागरिक हैं. विवेक का जन्म ओहियो में ही हुआ था. ब्राह्मण परिवार में जन्मे विवेक हिंदुत्व के खुले समर्थक हैं. उन्होंने कई बार सार्वजनिक मंचों पर हिंदू धर्म को लेकर अपनी राय रखी है, इसके साथ ही उन्होंने हिंदुत्व का प्रचार भी किया है.
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केके/एएस
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