अगली ख़बर
Newszop

राम यात्रा: मोरारी बापू की 11 दिनों में 8,000 किमी की आध्यात्मिक यात्रा, 9 राम कथाएं

Send Push

New Delhi, 22 अक्टूबर . विश्व प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु और रामायण के व्याख्याता पूज्य मोरारी बापू 25 अक्टूबर से 4 नवंबर तक दूसरी ऐतिहासिक ‘राम यात्रा’ पर निकल रहे हैं. यह 11 दिवसीय यात्रा भगवान राम के वनवास के पवित्र मार्ग का अनुसरण करते हुए चित्रकूट से शुरू होकर रामेश्वरम, कोलंबो, और अंत में अयोध्या में समाप्त होगी.

यह यात्रा सनातन धर्म के मूल्यों, भक्ति और करुणा को जीवंत करते हुए India और श्रीलंका के आध्यात्मिक स्थलों को जोड़ेगी. यात्रा की शुरुआत Saturday (25 अक्टूबर) को चित्रकूट के अत्रि मुनि आश्रम से होगी, जहां पहली राम कथा आयोजित होगी. 411 भक्त एक विशेष 22-कोच वाली ट्रेन से 8,000 किलोमीटर की यात्रा करेंगे, जिसमें 9 राम कथाएं होंगी.

ये कथाएं अगस्त्य मुनि आश्रम (सतना), पंचवटी (Maharashtra), शबरी आश्रम (कर्नाटक), ऋषिमुक्त पर्वत (हम्पी), पर्वश्चर्द पर्वत (कर्नाटक), रामेश्वरम (तमिलनाडु), कोलंबो (श्रीलंका), और अयोध्या (उत्तर प्रदेश) में होंगी. रामेश्वरम से कोलंबो और कोलंबो से अयोध्या की यात्रा हवाई मार्ग से होगी. सभी कथाएं निःशुल्क और समावेशी होंगी, जिसमें सभी वर्गों के लोग शामिल हो सकेंगे.

मोरारी बापू ने कहा, “यह यात्रा केवल भौगोलिक नहीं, बल्कि भगवान राम के धर्म और करुणा के मार्ग का स्मरण है. जहां उनका नाम प्रेम से लिया जाता है, वह स्थान अयोध्या बन जाता है.”

यह यात्रा संतकृपा सनातन संस्थान के मदन जी पालीवाल द्वारा आयोजित है. यात्रा में भक्तों को प्रतिदिन तीन बार प्रसाद के रूप में शाकाहारी भोजन परोसा जाएगा.

यह दूसरी राम यात्रा है, पहली राम यात्रा 2021 में अयोध्या से चित्रकूट और नंदीग्राम तक हुई थी. 78 वर्षीय बापू, जिन्होंने 14 साल की उम्र से राम कथा शुरू की, अब तक 950 से अधिक कथाओं का आयोजन कर चुके हैं. उनकी कथाएं सत्य, प्रेम और करुणा पर केंद्रित हैं, जो भारत, श्रीलंका, अमेरिका, ब्राजील और जापान जैसे देशों में गूंज चुकी हैं.

उन्होंने ट्रांसजेंडर समुदायों और युद्धग्रस्त क्षेत्रों जैसे यूक्रेन और इजरायल के लिए भी कथाएं की हैं. यह यात्रा रामचरित मानस की आंतरिक और बाह्य यात्रा को जीवंत करेगी, जो सनातन धर्म की एकता और समावेशिता को दर्शाएगी.

एससीएच/डीकेपी

न्यूजपॉईंट पसंद? अब ऐप डाउनलोड करें