ब्रासीलिया, 31 मई . कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल ब्राजील की यात्रा पर जाने के लिए पूरी तरह तैयार है. इसका उद्देश्य ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के महत्व को समझाना और आतंकवाद के प्रति भारत की शून्य सहिष्णुता के संदेश को मजबूत करना है. ब्राजील में रहने वाले भारतीय प्रवासी प्रतिनिधिमंडल की आगामी यात्रा का उत्सुकता से इंतजार कर रहे हैं.
सांसदों का प्रतिनिधिमंडल फिलहाल कोलंबिया में है. इससे पहले वे न्यूयॉर्क, पनामा और गुयाना का दौरा कर चुके हैं. वे पहले ब्राजील और उसके बाद अगले सप्ताह अपना अभियान जारी रखते हुए वाशिंगटन जाएंगे.
ब्राजील में भारतीय समुदाय प्रतिनिधिमंडल के आने की प्रतीक्षा कर रहा है. उत्तराखंड के मूल निवासी राहुल घनसोला ने भारत की आतंकवाद विरोधी कड़ी प्रतिक्रिया पर गर्व व्यक्त किया.
उन्होंने समाचार एजेंसी से कहा, “हमें इस बात पर गर्व है कि हमारी सरकार ने पहलगाम आतंकवादी हमले के जवाब में आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब दिया. हमें खुद को भारतीय कहने पर गर्व है.”
उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी के सत्ता में आने के बाद से बहुत कुछ बदल गया है. हमारे सशस्त्र बल अधिक मजबूत और सुसज्जित हो गए हैं.”
इस यात्रा के भावनात्मक और प्रतीकात्मक महत्व को बताते हुए उन्होंने कहा, “सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल की यात्रा से हमें खुशी है. नेता आएंगे और भारत के आतंकवाद विरोधी रुख को लोगों के सामने रखेंगे. इससे हमें गर्व महसूस हो रहा है.”
प्रवासी समुदाय के एक अन्य सदस्य अंकित रावत ने कहा, “हमें गर्व है कि हमारी सरकार ने आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई की है. पाकिस्तान हमेशा सीमा पार आतंकवाद को प्रायोजित और सुविधाजनक बनाता है. वहीं, दूसरी ओर, पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत ने निरंतर विकास देखा है.”
उन्होंने से कहा, “जब से प्रधानमंत्री मोदी सत्ता में आए हैं, उन्होंने हमेशा आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है और देश ने प्रगति की है. हमें खुशी है कि विकास हुआ है और उम्मीद है कि यह आगे भी बढ़ता रहेगा.” उन्होंने कहा कि ब्राजील के स्थानीय नागरिकों ने भी प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत की प्रगति को स्वीकार किया है.
इस प्रतिनिधिमंडल में पूरे भारत से राजनीतिक हस्तियों का एक व्यापक समूह शामिल है. कांग्रेस सांसद शशि थरूर के साथ लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की शांभवी चौधरी, झारखंड मुक्ति मोर्चा के सरफराज अहमद और शिवसेना के मिलिंद मुरली देवड़ा भी शामिल हैं.
उनके साथ भाजपा नेता शशांक मणि त्रिपाठी, भुवनेश्वर कलिता और तेजस्वी सूर्या के अलावा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में सहयोगी तेलुगु देशम पार्टी के जी.एम. हरीश बालयोगी भी शामिल हैं.
इस बहुदलीय पहल का उद्देश्य सीमापार आतंकवाद के विरुद्ध भारत के दृढ़ रुख को रेखांकित करना है, विशेष रूप से पहलगाम आतंकी हमले के बाद, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई थी और जिसका संबंध पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से संचालित लश्कर-ए-तैयबा समर्थित संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ से था.
‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत की दृढ़ सैन्य प्रतिक्रिया थी, जिसमें नियंत्रण रेखा के पार आतंकी ठिकानों और उच्च-मूल्य वाले बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया गया, जिससे आतंकवाद को पनाह देने और प्रायोजित करने में पाकिस्तान की निरंतर भूमिका उजागर हुई. प्रतिनिधिमंडल का मिशन इस संदेश को विश्व स्तर पर ले जाना तथा राष्ट्रीय संकल्प के समर्थन में प्रवासी आवाजों को एकजुट करना है.
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एएसएच/एकेजे
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