बस्ती, 5 नवंबर . राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव के हालिया बयान पर Political बयानबाजियां तेज हो गई हैं. उत्तर प्रदेश Government में मंत्री संजय निषाद ने Wednesday को तेजस्वी यादव के उस बयान पर तल्ख टिप्पणी की, जिसमें उन्होंने कहा था कि बिहार में महागठबंधन की Government आने पर मुस्लिम और दलित समुदाय को भी मौके दिया जाएगा.
संजय निषाद ने समाचार एजेंसी से खास बातचीत में कहा कि अगर तेजस्वी यादव और उनके परिवार ने सत्ता में रहते हुए पिछड़े वर्गों और दलितों के लिए काम किया होता, तो आज उन्हें लोगों से वोट मांगने की नौबत नहीं आती.
उन्होंने कहा कि जब वह सत्ता में रहे तब दलितों-पिछड़ों की स्थिति क्यों नहीं बदली? अब सत्ता के बाहर रहकर क्या बदल सकते हैं? अब तो सिर्फ अपनी जुबान बदल सकते हैं. 20 साल में बहुत कुछ किया जा सकता है. जापान हमसे 20 साल बाद आजाद हुआ और आज कहां पहुंच गया. इन लोगों की सत्ता 20-20 साल रही, लेकिन जनता के लिए क्या किया?
मंत्री निषाद ने कहा कि तेजस्वी यादव और उनके परिवार की राजनीति हमेशा जातीय समीकरणों पर टिकी रही है, लेकिन जब भी ये लोग सत्ता में आए, तब पिछड़े और दलित वर्गों को नजरअंदाज किया गया. उन्होंने आगे कहा कि अगर पिछड़ों और दलितों के लिए इन लोगों ने काम किया होता तो आज शायद इन लोगों को वोट नहीं मांगनी पड़ती. ये लोग सत्ता में आते हैं तो पिछड़े और दलितों को भूल जाते हैं.
बता दें कि तेजस्वी यादव ने हाल ही में एक बयान में कहा था कि बिहार में अगर महागठबंधन बिहार में सत्ता में आता है, तो राज्य में एक से अधिक उपChief Minister बनाए जाएंगे, जिनमें मुस्लिम और दलित समुदाय से भी प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया जाएगा. तेजस्वी यादव के इस बयान के बाद Political बहस छिड़ गई है. सत्तारूढ़ दल के नेता इसे चुनावी वादा बता रहे हैं.
–
पीएसके
You may also like

फास्ट फूड नहीं, स्लो पॉइजन है मोमोज, जो चुपचाप बिगाड़ रहा है आपकी सेहत

मुंबई मोनोरेल में ट्रायल के दौरान मामूली तकनीकी घटना, किसी के घायल होने की सूचना नहीं

भारत: वैश्विक मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में उभरता हुआ

हुमा कुरैशी की पटना यात्रा: 'महारानी' के नए सीजन की तैयारी में घर वापसी जैसा एहसास

एसआईआर तकनीकी रूप से पूरी तरह गलत: कुणाल घोष




