मुंबई, 22 अक्टूबर . अभिनेता अक्षय ओबेरॉय इन दिनों जयपुर में वरुण धवन अभिनीत फिल्म “सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी” और बैंगलोर में यश की “टॉक्सिक” के साथ अपने साउथ डेब्यू के कई सेटों के बीच काम कर रहे हैं. वह जल्द ही अपने अगले प्रोजेक्ट “रेजिडेंट” के लिए यूरोप जाएंगे.
अपने बिजी शेड्यूल के बारे में बात करते हुए ओबेरॉय ने कहा, “मैं इस समय अपने आप को अविश्वसनीय रूप से धन्य महसूस करता हूंं. जहां में ऐसे प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहा हूं, जो एक दूसरे से बहुत अलग हैं. ‘सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी’ के लिए जयपुर और ‘टॉक्सिक’ के लिए बैंगलोर के बीच काम करना एक रोमांचक और खास तरह का अनुभव है.”
उन्होंने कहा कि प्रत्येक शहर, प्रोजेक्ट और हर भूमिका की अपनी-अपनी अलग भावना और चुनौतियां होती हैं.
उन्होंने कहा, “यही मुझे आगे बढ़ाता है. जल्द ही मैं ‘रेजिडेंट’ के लिए यूरोप जा रहा हूं, जो मेरे साल में रोमांच की एक और परत जोड़ने वाला है. यह फिल्म मेरे पहले के प्रोजेक्ट से बिल्कुल अलग है. मैं इसके लिए पूरी तरह से अलग माहौल में फिल्म बनाने के अवसर का वास्तव में इंतजार कर रहा हूं.”
अक्षय इस बात से सहमत हैं कि यह कभी-कभी “थका देने वाला” हो जाता है.
उन्होंने कहा,” हालांकि यह कभी-कभी बहुत थका देने वाला हो सकता है, लेकिन मैं इस तरह के शेड्यूल से खुश हूं, क्योंकि मुझे एक अभिनेता के रूप में अपनी सीमाओं को आगे बढ़ाने का मौका मिलता है.”
अभिनेता ने कहा, ”इस तरह के प्रोजेक्ट मुझे अपनी कला के विभिन्न पहलुओं को तलाशने का अवसर देती है, चाहे वह ‘सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी’ के साथ हल्की-फुल्की कॉमेडी हो या ‘टॉक्सिक’ के साथ एक गहरी गहन भूमिका में उतरना हो या ‘रेजिडेंट’ की मांग के अनुरूप मनोवैज्ञानिक गहराई में उतरना हो.”
अक्षय ने कहा, “सेट पर हर दिन सीखने का अनुभव होता है, और मैं अपने रास्ते में आने वाले सभी अवसरों के लिए आभारी हूं.”
“सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी” में वरुण धवन, जाह्नवी कपूर और सान्या मल्होत्रा भी हैं, जहां उनका किरदार कलाकारों की टोली में एक नई ऊर्जा लाने का वादा करता है. साथ ही, वह टॉक्सिक पर भी काम कर रहे हैं, जो उनकी दक्षिण भारतीय फिल्म में पहली फिल्म है.
–
एमकेएस/
The post first appeared on .
You may also like
जब बिपाशा बसु ने कर्फ्यू के बीच कश्मीर में की थी फिल्म की शूटिंग
स्वच्छ भारत का सपना साकार करने के लिए बढ़ाएं जनभागीदारी : मीनू बत्रा
हटाए गए संविदा कर्मचारियों को किया जाए बहाल : कैलाश गहलोत
छात्रसंघ चुनाव बहाली को लेकर शिक्षा मंत्री आवास का घेराव, पुलिस और एनएसयूआई कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प
मुस्लिम युवा ने बीएचयू में हिन्दू धर्म को अपनाया, महमूद आलम से अपना नाम गुड्डू लाल रखा