लखनऊ, 10 मई . उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ रविवार को रक्षा क्षेत्र में एक ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनने जा रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के लखनऊ नोड में दुनिया की सबसे विध्वंसक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ‘ब्रह्मोस’ की प्रोडक्शन यूनिट का 11 मई को शुभारंभ होगा.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह डिजिटल माध्यम से दिल्ली से इस समारोह में शामिल होंगे और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ मिलकर इस परियोजना का उद्घाटन करेंगे.
यह कदम उत्तर प्रदेश और देश की रक्षा आत्मनिर्भरता को मजबूत करने और सामरिक शक्ति को नई धार देने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा. मुख्यमंत्री और रक्षा मंत्री टाइटेनियम एंड सुपर एलॉयज मैटेरियल्स प्लांट (स्ट्रैटेजिक मैटेरियल्स टेक्नोलॉजी कॉम्प्लेक्स) का भी उद्घाटन करेंगे. यह प्लांट एयरोस्पेस और डिफेंस सेक्टर के लिए उच्च गुणवत्ता वाली सामग्रियों का उत्पादन करेगा, जिनका उपयोग चंद्रयान मिशन और लड़ाकू विमानों में किया जाएगा.
इसके साथ ही, ब्रह्मोस एयरोस्पेस की इंटीग्रेशन एवं टेस्टिंग फैसिलिटी परियोजना का भी लोकार्पण होगा, जो मिसाइलों के परीक्षण और एकीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी. उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर, जिसकी घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2018 में की थी, योगी सरकार की प्राथमिकता में रहा है.
इस कॉरिडोर के छह नोड्स लखनऊ, कानपुर, अलीगढ़, आगरा, झांसी, और चित्रकूट में रक्षा उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए व्यापक निवेश हो रहा है. लखनऊ नोड पर ब्रह्मोस यूनिट के साथ-साथ डिफेंस टेस्टिंग इंफ्रास्ट्रक्चर सिस्टम (डीटीआईएस) का भी शिलान्यास किया जाएगा, जो रक्षा उत्पादों के परीक्षण और सर्टिफिकेशन में सहायता करेगा.
उद्घाटन समारोह में ब्रह्मोस एयरोस्पेस और एयरो एलॉय टेक्नोलॉजी के साथ-साथ उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर पर आधारित लघु फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा. डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. समीर वी. कामत स्वागत संबोधन देंगे, जबकि पीटीसी इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष सचिन अग्रवाल कंपनी के योगदान पर प्रकाश डालेंगे. उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के लखनऊ नोड पर स्थापित यह ब्रह्मोस प्रोडक्शन यूनिट 300 करोड़ रुपए की लागत से तैयार की गई है. इसके लिए योगी सरकार ने 80 हेक्टेयर जमीन निःशुल्क उपलब्ध कराई थी, जिसका निर्माण मात्र साढ़े तीन वर्षों में पूरा हुआ.
ब्रह्मोस मिसाइल, जो भारत और रूस के संयुक्त उद्यम का परिणाम है, दुनिया की सबसे तेज सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है. इसकी मारक क्षमता 290-400 किलोमीटर और गति मैक 2.8 (ध्वनि की गति से लगभग तीन गुना) है. यह मिसाइल जमीन, हवा और समुद्र से लॉन्च की जा सकती है और ‘फायर एंड फॉरगेट’ सिद्धांत पर काम करती है, जिससे यह दुश्मन के रडार से बचकर सटीक निशाना लगा सकती है.
उत्तर प्रदेश, डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर बनाने वाला महज दूसरा राज्य है. उत्तर प्रदेश से पहले तमिलनाडु में 2019 में इंडस्ट्रियल कॉरिडोर स्थापित किया जा चुका है. दोनों कॉरिडोर ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ पहल का हिस्सा हैं, जिनका लक्ष्य रक्षा आयात पर निर्भरता कम करना, स्वदेशी उत्पादन बढ़ाना और रोजगार सृजन करना है.
–
विकेटी/एबीएम/एकेजे
The post first appeared on .
You may also like
क्या आप भी बेकार समझकर फेंक देते हैं इस फल के बीज, तो जान लें इसके हैरान कर देने वाले लाभ ˠ
गोवा में हनीमून के दौरान दुल्हन ने पति से भागकर मायके लौटने का किया फैसला
रणवीर इलाहाबादिया की विवादास्पद टिप्पणी पर माफी, मुंबई पुलिस ने शुरू की जांच
30mm की पथरी हो या हो कितनी भी मोटी गांठ, जड़ से खत्म कर देगा ये साग, सर्दियों में जरूर करें सेवन और देखें फायदे हजार ˠ
चार साल का बच्चा हर महीने कमाता है डेढ़ लाख रुपये, जानें कैसे