Next Story
Newszop

RTI Portal- क्या RTI पोर्ट का सर्वर डाउन हैं, तो अपने सवालों का जवाब यहां से पाएं

Send Push

By Jitendra Jangid- दोस्तो आप आरटीआई (सूचना का अधिकार) के माध्यम से सरकारी विभागों से जानकारी प्राप्त करने का एक महत्वपूर्ण अधिकार है। इसे 2005 में सरकारी कामकाज में पारदर्शिता बढ़ाने और भ्रष्टाचार को कम करने के उद्देश्य से शुरू किया गया था। आरटीआई के माध्यम से, कोई भी नागरिक प्रश्न पूछ सकता है, दस्तावेजों की प्रतियाँ माँग सकता है या सरकारी विभागों के कामकाज के बारे में विवरण प्राप्त कर सकता है। लेकिन कभी ये ना चले तो आप यहां से भी प्राप्त कर सकते हैं अपने सवालों का जवाब-

पूर्ण रूप और उद्देश्य

आरटीआई का अर्थ है सूचना का अधिकार।

यह नागरिकों को किसी भी सरकारी विभाग से जानकारी प्राप्त करने का अधिकार देता है।

image

इसका मुख्य उद्देश्य शासन में पारदर्शिता और जवाबदेही लाना और भ्रष्टाचार को रोकना है।

आप कौन सी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं?

विकास कार्यों पर प्राप्त और खर्च किए गए सरकारी धन का विवरण।

राशन की दुकानों पर राशन वितरण का रिकॉर्ड (कितना आया, कितना दिया गया, और क्या कोई कालाबाजारी हुई)।

सरकारी विभागों द्वारा रखे जाने वाले अन्य आधिकारिक रिकॉर्ड।

आरटीआई आवेदन कैसे दायर करें?

संबंधित सरकारी विभाग को लिखित या ऑनलाइन आवेदन जमा करें।

निर्धारित आवेदन शुल्क (आमतौर पर ₹10, लेकिन विभाग के अनुसार यह भिन्न हो सकता है) का भुगतान करें।

जन सूचना अधिकारी (पीआईओ) 30 दिनों के भीतर जवाब देने के लिए ज़िम्मेदार है।

image

अगर कोई जवाब नहीं मिलता है तो क्या करें?

अगर पीआईओ 30 दिनों के भीतर जवाब नहीं देता है, या जवाब असंतोषजनक है, तो आप प्रथम अपील दायर कर सकते हैं।

पहली अपील के लिए, आपको ₹50 का आवेदन शुल्क (बैंक चालान, ऑनलाइन चालान, कोर्ट फीस स्टाम्प, भुगतान आदेश, या नकद के माध्यम से) देना होगा।

अपील प्रथम अपीलीय अधिकारी (पीआईओ के वरिष्ठ अधिकारी) को संबोधित होनी चाहिए।

अपील की समय सीमा

प्रथम अपीलीय अधिकारी को अपील प्राप्त होने के 30 दिनों के भीतर जवाब देना होगा।

यदि आवेदक को फिर भी उचित जवाब नहीं मिलता है तो वे 60 दिनों के भीतर उच्च प्राधिकारियों के समक्ष द्वितीय अपील दायर कर सकते हैं।

Loving Newspoint? Download the app now