भारत में प्राचीन समय से ही तांबे के बर्तन (Copper Vessel) में पानी पीने की परंपरा रही है। आयुर्वेद के अनुसार तांबे का पानी (Copper Water) शरीर की कई बीमारियों से बचाव करता है। यह पाचन को दुरुस्त करता है, त्वचा को चमकदार बनाता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर तांबे के पानी को सही तरीके से इस्तेमाल न किया जाए तो यह सेहत के लिए नुकसानदेह भी हो सकता है?
तांबे के पानी के फायदे
तांबे के पानी से हो सकते हैं नुकसान
तांबे का पानी पीने के सही नियम
- हमेशा रातभर पानी तांबे के बर्तन में रखकर सुबह खाली पेट पिएँ।
- दिनभर तांबे के पानी का 2 गिलास से ज्यादा सेवन न करें।
- कॉपर वेसल को हफ्ते में कम से कम 2 बार नींबू और नमक से साफ करें।
- लंबे समय तक लगातार सेवन न करें, बीच-बीच में ब्रेक लेते रहें।
तांबे का पानी पीना शरीर के लिए अमृत समान है, लेकिन गलत तरीके से पीने पर यही पानी नुकसान भी पहुँचा सकता है। इसलिए हमेशा सही नियमों और सावधानियों का पालन करें और ज़रूरत पड़ने पर डॉक्टर की सलाह ज़रूर लें।
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