भारतीय रसोई में हींग का इस्तेमाल खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह छोटी-सी दिखने वाली मसाला औषधीय गुणों से भरपूर है? आयुर्वेद में हींग को कई बीमारियों के इलाज में उपयोगी माना गया है। इसकी सिर्फ चुटकीभर मात्रा शरीर को कई गंभीर समस्याओं से बचाने में मदद करती है।
आइए जानते हैं हींग के अद्भुत फायदे और इसे इस्तेमाल करने के सही तरीके।
हींग के फायदे
1. पाचन तंत्र को दुरुस्त करता है
हींग गैस, कब्ज और अपच जैसी पेट की समस्याओं को दूर करता है। भोजन के बाद गुनगुने पानी में चुटकीभर हींग मिलाकर पीने से पाचन बेहतर होता है।
2. ब्लड प्रेशर कंट्रोल करता है
हींग में मौजूद क्यूमरिन रक्त को पतला करने में मदद करता है। इससे ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है और दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है।
3. पीरियड्स दर्द में राहत
महिलाओं के लिए हींग किसी औषधि से कम नहीं। हींग का सेवन हार्मोनल असंतुलन को नियंत्रित करता है और पीरियड्स के दौरान दर्द और ऐंठन से राहत देता है।
4. सिरदर्द और माइग्रेन से छुटकारा
हींग की खुशबू और इसके तत्व सिरदर्द व माइग्रेन के दर्द को कम करने में मददगार माने जाते हैं।
5. इम्यूनिटी बूस्टर
एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर हींग शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है और बार-बार होने वाले इंफेक्शन से बचाती है।
हींग का इस्तेमाल कैसे करें?
- पेट की समस्या के लिए – गुनगुने पानी में चुटकीभर हींग डालकर पिएं।
- पीरियड्स दर्द में – गुनगुने पानी या दूध में हींग मिलाकर लें।
- गैस और अपच के लिए – दाल और सब्ज़ियों में तड़के के रूप में डालें।
- सिरदर्द में – हींग का पेस्ट माथे पर लगाने से भी राहत मिलती है।
सावधानियाँ
- हींग का सेवन हमेशा सीमित मात्रा में करें।
- ब्लड प्रेशर या ब्लड थिनर दवाइयाँ लेने वाले लोग डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें।
- प्रेगनेंट महिलाओं को हींग का अधिक सेवन करने से बचना चाहिए।
हींग न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाता है बल्कि सेहत का खजाना भी है। इसकी चुटकीभर मात्रा पाचन सुधारने से लेकर दिल की सेहत और इम्यूनिटी बढ़ाने तक कई तरह से फायदेमंद है। सही तरीके से इस्तेमाल करने पर यह प्राकृतिक दवा की तरह काम करता है।
You may also like
धूमधाम से मनाया गया करवाचौथ का व्रत सुहागिनों ने अपने पतियों की लंबी आयु के लिए के रखा निर्जला व्रत
सौरभ भारद्वाज की पटाखों पर पत्रकार वार्ता राजनीतिक कुंठा का प्रमाण: सचदेवा
त्रिपुरा : अवैध प्रवासियों की पहचान के लिए 23 अक्टूबर को राज्यव्यापी बंदी, टिपरा मोथा का आह्वान
1600 करोड़ की 'स्वच्छ ओडिशा' योजना को मंजूरी, शहरी स्वच्छता को मिलेगा बढ़ावा
ओडिशा सरकार ने प्रमुख विभागों में बड़े पैमाने पर नौकरशाही फेरबदल किया