नई दिल्ली: इजरायली डिफेंस फोर्सेस ने बयान जारी कर कहा है कि 'गाजा पट्टी में ऑपरेशन के दौरान तीन आतंकवादी मारे गए हैं और हम इसकी जांच कर रहे हैं कि इनमें क्या याह्या सिनवार भी शामिल है' । इजराइली डिफेंस फोर्सेस (आईडीएफ) ने कहा कि अभी इनकी पहचान की पुष्टि नहीं की जा सकती। आईडीएफ ने कहा कि 'जिस इमारत में आतंकवादियों को मार गिराया गया, वहां बंधकों की मौजूदगी के कोई संकेत नहीं मिले हैं'। पिछले साल इजरायल पर अटैक करने की रची थी साजिशपिछले साल 7 अक्टूबर को हमास की तरफ से इजरायल पर हुए हमले का मास्टरमाइंड याह्या सिनवार को माना जाता है। 7 अक्टूबर को जब हमास ने इजरायल पर हमला किया था तब उसमें 1,200 से अधिक इजरायली मारे गए थे और 250 से अधिक बंधक बनाए गए थे। दो दशक तक इजरायल की जेल में रहासिनवार को ' खान यूनिस का कसाई' कहा जाता था। कहा जाता है कि सिनवार ने हमास की आंतरिक सुरक्षा सेवा का प्रमुख रहते हुए इजरायल के लिए संदिग्ध फिलीस्तीनी मुखबिरों की यातनाएं देकर हत्या की थी। दो इजरायली सैनिकों की हत्या में शामिल होने के लिए सिनवार को इजरायली जेल में दो दशक से ज्यादा का वक्त बिताना पड़ा था। सिनवार को 2011 में एक समझौते के तहत रिहा किया गया था। इजरायल की कोर्ट ने सुनाई थी उम्रकैद की सजासिनवार के प्रोफाइल के मुताबिक 1980 के दशक की शुरुआत में सिनवार को इस्लामिक यूनिवर्सिटी गाजा में इजरायल विरोधी गतिविधियों में शामिल होने की वजह से कई बार इजरायल ने गिरफ्तार भी किया। सिनवार 1987 में हमास के अहम नेता बन गए। अगले ही साल फिर इजरायल ने सिनवार को गिरफ्तार किया और चार हत्याओं के मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई गई।सिनवार ने इजरायली जेल में 23 साल बिताए। कहा जाता है कि जेल में ही सिनवार ने हिब्रू सीखी और इजरायल के मामलों और घरेलू राजनीति की अच्छी समझ हासिल की। हमास में सिनवार का कद और भी बढ़ा। अमेरिका ने भी सिनवार को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किया है।
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