कुरुक्षेत्र: कुरुक्षेत्र में इस साल 51 देशों में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का जलवा देखने को मिलेगा। विदेश मंत्रालय की इस पहल से दुनिया भर में गीता के संदेश को पहुंचाया जाएगा। मध्य प्रदेश इस बार महोत्सव का स्टेट पार्टनर है और प्रधानमंत्री मोदी के आने की भी उम्मीद है। 15 नवंबर से शुरू होकर यह महोत्सव 5 दिसंबर तक चलेगा, जिसकी अवधि बढ़ाकर 21 दिन कर दी गई है। इस बार महोत्सव में 15 से ज्यादा देशों के 25 विद्वान और 20 से ज्यादा देशों के राजदूत भी शामिल होंगे।
कब से शुरू होंगे कार्यक्रम?
अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का आयोजन कुरुक्षेत्र में 15 नवंबर से शुरू हो रहा है। इस बार महोत्सव की खास बात यह है कि यह 51 देशों में मनाया जाएगा, जहाँ सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे और उनका सीधा प्रसारण भी दिखाया जाएगा। विदेश मंत्रालय ने यह अनूठी पहल की है। कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड (KDB) के मानद सचिव उपेंद्र सिंघल ने बताया कि मध्य प्रदेश को इस बार स्टेट पार्टनर बनाया गया है।
पीएम मोदी के आने की उम्मीद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी महोत्सव में शामिल होने की उम्मीद जताई जा रही है। इंग्लैंड, थाईलैंड, अमेरिका, किर्गीस्तान, मेक्सिको, युगांडा, जर्मनी, रूस, चिली, प्रिटोरिया (साउथ अफ्रीका), जापान, बांग्लादेश, भूटान, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, मलेशिया, फिजी, हॉन्गकॉन्ग, लिथुआनिया, हंगरी, पोलैंड, चीन, म्यांमार, न्यूजीलैंड, घाना, स्विट्जरलैंड और स्पेन जैसे देशों के शहरों में भी गीता महोत्सव से जुड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
इस बार महोत्सव की अवधि को भी बढ़ाया गया है। पहले यह 18 दिनों तक चलता था, जो गीता के 18 अध्यायों का प्रतीक था। लेकिन अब यह 21 दिनों तक चलेगा, जो 5 दिसंबर को समाप्त होगा। KDB के मानद सचिव उपेंद्र सिंघल ने यह भी बताया कि महोत्सव में 15 से अधिक देशों के 25 विद्वान हिस्सा लेंगे। महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम 24 नवंबर से 1 दिसंबर के बीच होंगे। इस दौरान 20 से ज्यादा देशों के राजदूत भी शिरकत करेंगे। साथ ही, 7 देशों के शिल्पकार अपनी संस्कृति की झलक दिखाएंगे। इस बार ज्योतिसर के अनुभव केंद्र को भी महोत्सव से जोड़ा गया है।
15 नवंबर से 5 दिसंबर तक शिल्प और सरस मेला चलेगा
महोत्सव की शुरुआत 4 से 14 नवंबर तक ऑनलाइन गीता क्विज से होगी। इसके बाद 16 नवंबर को गीता रन का आयोजन किया जाएगा। 15 नवंबर से 5 दिसंबर तक शिल्प और सरस मेला चलेगा। हर शाम पुरुषोत्तमपुरा बाग में भजन संध्या और महाआरती का आयोजन होगा। महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम 24 नवंबर से 1 दिसंबर तक चलेंगे। 25 नवंबर को कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय गीता सेमिनार होगा। ज्योतिसर और सन्निहित सरोवर पर कथा का भी आयोजन किया जाएगा। 28 से 30 नवंबर तक गीता श्लोक उच्चारण, वाद-विवाद, निबंध लेखन, पेंटिंग, रंगोली और मेहंदी जैसी प्रतियोगिताएं होंगी।
ज्योतिसर का अनुभव केंद्र बनकर तैयार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम के लिए नेशनल हाईवे 44 पर उमरी गांव के पास एक विशेष स्थान तैयार किया जा रहा है। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने बताया कि ज्योतिसर का अनुभव केंद्र बनकर तैयार है। गीता जयंती महोत्सव और अनुभव केंद्र के शुभारंभ के लिए प्रधानमंत्री मोदी को निमंत्रण भेजा गया है। उम्मीद है कि 24 नवंबर को प्रधानमंत्री मोदी इस महोत्सव का उद्घाटन करेंगे। यह महोत्सव दुनिया भर में गीता के ज्ञान और संस्कृति को फैलाने का एक बड़ा अवसर होगा।
कब से शुरू होंगे कार्यक्रम?
अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का आयोजन कुरुक्षेत्र में 15 नवंबर से शुरू हो रहा है। इस बार महोत्सव की खास बात यह है कि यह 51 देशों में मनाया जाएगा, जहाँ सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे और उनका सीधा प्रसारण भी दिखाया जाएगा। विदेश मंत्रालय ने यह अनूठी पहल की है। कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड (KDB) के मानद सचिव उपेंद्र सिंघल ने बताया कि मध्य प्रदेश को इस बार स्टेट पार्टनर बनाया गया है।
पीएम मोदी के आने की उम्मीद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी महोत्सव में शामिल होने की उम्मीद जताई जा रही है। इंग्लैंड, थाईलैंड, अमेरिका, किर्गीस्तान, मेक्सिको, युगांडा, जर्मनी, रूस, चिली, प्रिटोरिया (साउथ अफ्रीका), जापान, बांग्लादेश, भूटान, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, मलेशिया, फिजी, हॉन्गकॉन्ग, लिथुआनिया, हंगरी, पोलैंड, चीन, म्यांमार, न्यूजीलैंड, घाना, स्विट्जरलैंड और स्पेन जैसे देशों के शहरों में भी गीता महोत्सव से जुड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
इस बार महोत्सव की अवधि को भी बढ़ाया गया है। पहले यह 18 दिनों तक चलता था, जो गीता के 18 अध्यायों का प्रतीक था। लेकिन अब यह 21 दिनों तक चलेगा, जो 5 दिसंबर को समाप्त होगा। KDB के मानद सचिव उपेंद्र सिंघल ने यह भी बताया कि महोत्सव में 15 से अधिक देशों के 25 विद्वान हिस्सा लेंगे। महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम 24 नवंबर से 1 दिसंबर के बीच होंगे। इस दौरान 20 से ज्यादा देशों के राजदूत भी शिरकत करेंगे। साथ ही, 7 देशों के शिल्पकार अपनी संस्कृति की झलक दिखाएंगे। इस बार ज्योतिसर के अनुभव केंद्र को भी महोत्सव से जोड़ा गया है।
15 नवंबर से 5 दिसंबर तक शिल्प और सरस मेला चलेगा
महोत्सव की शुरुआत 4 से 14 नवंबर तक ऑनलाइन गीता क्विज से होगी। इसके बाद 16 नवंबर को गीता रन का आयोजन किया जाएगा। 15 नवंबर से 5 दिसंबर तक शिल्प और सरस मेला चलेगा। हर शाम पुरुषोत्तमपुरा बाग में भजन संध्या और महाआरती का आयोजन होगा। महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम 24 नवंबर से 1 दिसंबर तक चलेंगे। 25 नवंबर को कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय गीता सेमिनार होगा। ज्योतिसर और सन्निहित सरोवर पर कथा का भी आयोजन किया जाएगा। 28 से 30 नवंबर तक गीता श्लोक उच्चारण, वाद-विवाद, निबंध लेखन, पेंटिंग, रंगोली और मेहंदी जैसी प्रतियोगिताएं होंगी।
ज्योतिसर का अनुभव केंद्र बनकर तैयार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम के लिए नेशनल हाईवे 44 पर उमरी गांव के पास एक विशेष स्थान तैयार किया जा रहा है। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने बताया कि ज्योतिसर का अनुभव केंद्र बनकर तैयार है। गीता जयंती महोत्सव और अनुभव केंद्र के शुभारंभ के लिए प्रधानमंत्री मोदी को निमंत्रण भेजा गया है। उम्मीद है कि 24 नवंबर को प्रधानमंत्री मोदी इस महोत्सव का उद्घाटन करेंगे। यह महोत्सव दुनिया भर में गीता के ज्ञान और संस्कृति को फैलाने का एक बड़ा अवसर होगा।
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