विभु मिश्रा, गाजियाबाद: गाजियाबाद शहर में रहने वाले ज्यादातर लोगों की जुबान पर अभी सबसे अहम सवाल है कि आखिर गंगाजल सप्लाई कब तक शुरू होगी? दशहरे से बंद गंगाजल की सप्लाई शुरू होने में अभी कुछ वक्त और लगेगा। ऐसे में गाजियाबाद और नोएडा वासियों को अभी गंगाजल के लिए कुछ दिन और इंतजार करना पड़ेगा। हालांकि पीछे से धीरे-धीरे गंगाजल छोड़ा जाने लगा है, जो हर की पौड़ी तक पहुंच गया है।
बता दें कि गाजियाबाद प्रताप विहार स्थित जल निगम के गंगाजल वाटर प्लांट से गाजियाबाद की वसुंधरा, इंदिरापुरम और वैशाली कालोनी तथा नोएडा के कई सेक्टरों को गंगाजल वाटर की सप्लाई की जाती है। हर साल मॉनसून सीजन के बाद दशहरे से पहले ऋषिकेश से लेकर मुरादनगर तक गंगनहर की सफाई सिंचाई विभाग द्वारा की जाती है।
मानसून के दौरान बारिश के साथ पहाड़ों से बहकर आई सिल्ट और बड़े पत्थरों को हटाकर गंगा मार्ग की सफाई की जाती है। इसके चलते दशहरे के कुछ दिन पहले से लेकर दिवाली के आसपास तक गंगा के प्रवाह को रोक दिया जाता है। इस दौरान गंगाजल वाटर प्लांट तक गंगाजल की सप्लाई रुक जाती है, जिसके चलते वाटर प्लांट को बंद कर दिया जाता है।
जल निगम के एग्जिक्यूटिव इंजीनियर ब्रह्मानंद ने बताया कि अभी पीछे से गंगाजल पूरा नहीं छोड़ा गया है। अभी थोड़ा ही गंगाजल छोड़ा गया है जो हर की पौड़ी तक पहुंचा है। अभी स्थिति साफ नहीं है कि यहां इस प्लांट तक गंगाजल कब पहुंचेगा। गंगाजल के यहां पहुंचने पर ही हम कुछ क्लियर कर पाएंगे कि गाजियाबाद और नोएडा में कब तक गंगाजल की सप्लाई शुरू हो सकेगी। अभी लोगों को थोड़ा और इंतजार करना होगा।
बता दें कि गाजियाबाद में फिलहाल नगर निगम और जीडीए द्वारा अपनी कॉलोनियों में सरकारी ट्यूबवेलों और पानी के टैकरों से एक एक टाइम सप्लाई की जा रही है। इससे लोगों को काफी दिनों से इस त्यौहारी सीजन में पानी की किल्लत से रोज दो चार होना पड़ रहा है। यहां तक कि लोग खरीदकर पीने के पानी का इंतजाम कर रहे हैं। इससे उनकी जेब पर भी बोझ बढ़ रहा है।
बता दें कि गाजियाबाद प्रताप विहार स्थित जल निगम के गंगाजल वाटर प्लांट से गाजियाबाद की वसुंधरा, इंदिरापुरम और वैशाली कालोनी तथा नोएडा के कई सेक्टरों को गंगाजल वाटर की सप्लाई की जाती है। हर साल मॉनसून सीजन के बाद दशहरे से पहले ऋषिकेश से लेकर मुरादनगर तक गंगनहर की सफाई सिंचाई विभाग द्वारा की जाती है।
मानसून के दौरान बारिश के साथ पहाड़ों से बहकर आई सिल्ट और बड़े पत्थरों को हटाकर गंगा मार्ग की सफाई की जाती है। इसके चलते दशहरे के कुछ दिन पहले से लेकर दिवाली के आसपास तक गंगा के प्रवाह को रोक दिया जाता है। इस दौरान गंगाजल वाटर प्लांट तक गंगाजल की सप्लाई रुक जाती है, जिसके चलते वाटर प्लांट को बंद कर दिया जाता है।
जल निगम के एग्जिक्यूटिव इंजीनियर ब्रह्मानंद ने बताया कि अभी पीछे से गंगाजल पूरा नहीं छोड़ा गया है। अभी थोड़ा ही गंगाजल छोड़ा गया है जो हर की पौड़ी तक पहुंचा है। अभी स्थिति साफ नहीं है कि यहां इस प्लांट तक गंगाजल कब पहुंचेगा। गंगाजल के यहां पहुंचने पर ही हम कुछ क्लियर कर पाएंगे कि गाजियाबाद और नोएडा में कब तक गंगाजल की सप्लाई शुरू हो सकेगी। अभी लोगों को थोड़ा और इंतजार करना होगा।
बता दें कि गाजियाबाद में फिलहाल नगर निगम और जीडीए द्वारा अपनी कॉलोनियों में सरकारी ट्यूबवेलों और पानी के टैकरों से एक एक टाइम सप्लाई की जा रही है। इससे लोगों को काफी दिनों से इस त्यौहारी सीजन में पानी की किल्लत से रोज दो चार होना पड़ रहा है। यहां तक कि लोग खरीदकर पीने के पानी का इंतजाम कर रहे हैं। इससे उनकी जेब पर भी बोझ बढ़ रहा है।