विदिशा: मध्य प्रदेश में अजब गजब मामले आते रहते हैं। विदिशा जिले से एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जिसे जानकर आप दंग रह जाएंगे। विदिशा के गंजबसौदा थाने में दो ऐसे लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है, जिनकी मौत 10 साल पहले हो गई है। स्थानीय लोगों को जब इसकी जानकारी मिली तो थाने में शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। फरियादियों ने एडिशनल एसपी के पास शिकायत की और कार्रवाई की मांग की है। पूरा मामला बरेठ गांव का है।
दो समाज के बीच था विवाद
गंजबसौदा थाना क्षेत्र के बरेठ गांव में प्रजापति और गुर्जर समाज के बीच विवाद था। इसी विवाद में पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी। इस एफआईआर में पुलिस ने उन लोगों के नाम शामिल कर लिए, जिनकी मृत्यु 8-10 साल पहले हो चुकी है। एफआईआर में मृतकों के नाम देखकर परिवार के लोग हैरान रह गए।
स्थानीय पुलिस ने नहीं की कोई कार्रवाई
वहीं, ग्रामीणों ने इस बात को लेकर स्थानीय स्तर पर शिकायत की थी लेकिन सुनवाई नहीं हुई है। इसके बाद गांव के ही राजकुमार शर्मा ने जिला मुख्यालय पहुंचकर एएसपी प्रशांत चौबे से शिकायत की। उन्होंने अधिकारी को बताया कि जिन लोगों के नाम एफआईआर में हैं, उनकी मौत सालों पहले हो गई है। एएसपी ने उन्हें जांच कर कार्रवाई का भरोसा दिया है।
एएसपी प्रशांत चौबे ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि 17 तारीख को बरेठ गांव में विवाद हुआ था, जिसमें कुछ नामों पर आपत्ति आई है। दो मृत व्यक्तियों के नाम एफआईआर में दर्ज होना गंभीर मामला है। संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि जांच कर दस्तावेज प्रस्तुत करें। उचित कार्रवाई की जाएगी।
दो समाज के बीच था विवाद
गंजबसौदा थाना क्षेत्र के बरेठ गांव में प्रजापति और गुर्जर समाज के बीच विवाद था। इसी विवाद में पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी। इस एफआईआर में पुलिस ने उन लोगों के नाम शामिल कर लिए, जिनकी मृत्यु 8-10 साल पहले हो चुकी है। एफआईआर में मृतकों के नाम देखकर परिवार के लोग हैरान रह गए।
स्थानीय पुलिस ने नहीं की कोई कार्रवाई
वहीं, ग्रामीणों ने इस बात को लेकर स्थानीय स्तर पर शिकायत की थी लेकिन सुनवाई नहीं हुई है। इसके बाद गांव के ही राजकुमार शर्मा ने जिला मुख्यालय पहुंचकर एएसपी प्रशांत चौबे से शिकायत की। उन्होंने अधिकारी को बताया कि जिन लोगों के नाम एफआईआर में हैं, उनकी मौत सालों पहले हो गई है। एएसपी ने उन्हें जांच कर कार्रवाई का भरोसा दिया है।
एएसपी प्रशांत चौबे ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि 17 तारीख को बरेठ गांव में विवाद हुआ था, जिसमें कुछ नामों पर आपत्ति आई है। दो मृत व्यक्तियों के नाम एफआईआर में दर्ज होना गंभीर मामला है। संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि जांच कर दस्तावेज प्रस्तुत करें। उचित कार्रवाई की जाएगी।
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