अंबिकापुर: छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर जिले में हेल्थ विभाग की घोर लापरवाही सामने आई है। यहां के माता देवेंद्र कुमारी मेडिकल कॉलेज में महिला को ऑक्सीजन स्पोर्ट में स्ट्रेचर पर रखकर सड़क पार कराया गया है। परिजन खुद मरीज को लेकर जाते दिख रहे हैं। जानकारी के अनुसार, करीब 300 मीटर मेन रोड पार कर मरीज को लेकर परिजन दूसरे बिल्डिंग में पहुंचे। परिजनों ने कहा कि मरीज को लेकर जाने के लिए एबुंलेंस की व्यवस्था की गई थी लेकिन एंबुलेंस का ड्राइवर नहीं था।
नर्स ने खींचा ऑक्सीजन सिलेंडर
महिला को ऑक्सीजन सपोर्ट पर एमसीएच ब्लॉक से मुख्य बिल्डिंग तक जांच के लिए शिफ्ट किया गया था। स्ट्रेचर पर लेटी मरीज को उसके परिजन सड़क पार करा रहा थे। वहीं, उसके साथ महिला स्टॉफ ऑक्सीजन सिलेंडर खींच रही थी।
प्रशासन ने लिया एक्शन
घटना सामने आने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने जिम्मेदारों को नोटिस जारी किया है। मददगार नर्स को नोटिस भेजा गया है वहीं, मामले की जांच के आदेश भी दिए गए हैं। इस तरह की घटना के बाद सवाल खड़े हो रहे हैं कि इतने बड़े मेडिकल कॉलेज में मरीज को सुरक्षित ले जाने की व्यवस्था क्यों नहीं है।
परिजनों ने बताया कि नहीं थे एम्बुलेंस के ड्राइवर
मरीज के परिजनों ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन ने जांच के लिए कहा था। मरीज को एंबुलेंस में ले जाने की बात कही गई थी। लेकिन एंबुलेंस का ड्राइवर नहीं था जिस कारण है सड़क पार करवाकर लेकर जाना पड़ा। जानकारी के अनुसार, मेडिकल कॉलेज में भर्ती महिला मनेद्रगढ़ की रहने वाली है। बता दें कि मनेन्द्रगढ़ छत्तीसगढ़ के हेल्थ मिनिस्टर श्याम बिहारी जायसवाल का गृह नगर है।
पार करना पड़ा हाइवे
परिजनों ने बताया कि जिस सड़क को पार कराया दूसरी बिल्डिंग में मरीज को शिफ्ट किया गया है वह नेशनल हाइवे-130 की सड़क है। यहां दिन भर तेज रफ्तार वाहन गुजरते रहते हैं। फिलहाल मरीज के परिजनों को सड़क पार कराने में मदद करने वाली नर्स सुमन बेक को भी नोटिस थमा दिया है। बिना एम्बुलेंस ले जाने पर जवाब मांगा गया है।
नर्स ने खींचा ऑक्सीजन सिलेंडर
महिला को ऑक्सीजन सपोर्ट पर एमसीएच ब्लॉक से मुख्य बिल्डिंग तक जांच के लिए शिफ्ट किया गया था। स्ट्रेचर पर लेटी मरीज को उसके परिजन सड़क पार करा रहा थे। वहीं, उसके साथ महिला स्टॉफ ऑक्सीजन सिलेंडर खींच रही थी।
प्रशासन ने लिया एक्शन
घटना सामने आने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने जिम्मेदारों को नोटिस जारी किया है। मददगार नर्स को नोटिस भेजा गया है वहीं, मामले की जांच के आदेश भी दिए गए हैं। इस तरह की घटना के बाद सवाल खड़े हो रहे हैं कि इतने बड़े मेडिकल कॉलेज में मरीज को सुरक्षित ले जाने की व्यवस्था क्यों नहीं है।
परिजनों ने बताया कि नहीं थे एम्बुलेंस के ड्राइवर
मरीज के परिजनों ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन ने जांच के लिए कहा था। मरीज को एंबुलेंस में ले जाने की बात कही गई थी। लेकिन एंबुलेंस का ड्राइवर नहीं था जिस कारण है सड़क पार करवाकर लेकर जाना पड़ा। जानकारी के अनुसार, मेडिकल कॉलेज में भर्ती महिला मनेद्रगढ़ की रहने वाली है। बता दें कि मनेन्द्रगढ़ छत्तीसगढ़ के हेल्थ मिनिस्टर श्याम बिहारी जायसवाल का गृह नगर है।
पार करना पड़ा हाइवे
परिजनों ने बताया कि जिस सड़क को पार कराया दूसरी बिल्डिंग में मरीज को शिफ्ट किया गया है वह नेशनल हाइवे-130 की सड़क है। यहां दिन भर तेज रफ्तार वाहन गुजरते रहते हैं। फिलहाल मरीज के परिजनों को सड़क पार कराने में मदद करने वाली नर्स सुमन बेक को भी नोटिस थमा दिया है। बिना एम्बुलेंस ले जाने पर जवाब मांगा गया है।
You may also like
महावतर नरसिंह ने बॉक्स ऑफिस पर मचाई धूम, 150% की वृद्धि
मुख्यमंत्री का जापान दौरा: निवेश और नवाचार की दिशा में महत्वपूर्ण कदम
किलमार गार्सिया निर्वासन विवाद: कोस्टा रिका डील अस्वीकार, अब युगांडा भेजने की तैयारी
दिल्ली विधानसभा में विट्ठलभाई पटेल के ऐतिहासिक योगदान को समर्पित शताब्दी समारोह का होगा आयोजन
एक शेयर वाले निवेशक का गुस्सा AGM में फूटा, कहा आपके अंतिम संस्कार में 10 लोग भी नहीं चलेंगे