नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के चयन को लेकर हाल के दिनों में काफी चर्चा और विवाद रहा है। चाहे वह एशिया कप टी20 टीम ही क्यों ना हो, जिसमें श्रेयस अय्यर या यशस्वी जायसवाल जैसे खिलाड़ियों को जगह नहीं मिली। फिर हाल ही में भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया सीरीज में मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर अक्सर फैंस की आलोचना का शिकार हुए हैं। इसी बहस के बीच भारत के अनुभवी तेज गेंदबा ईशांत शर्मा ने एक पॉडकास्ट में इस पूरे मामले पर अपनी राय रखी। राज शमानी के साथ एक खुली बातचीत में ईशांत ने चयन के पीछे की मुश्किलों को समझाया।
उन्होंने कहा, 'श्रेयस अय्यर जैसे खिलाड़ियों के न चुने जाने पर हमेशा बहुत बात होती है, लेकिन असली सवाल यह है कि किसकी जगह डालते?’ ईशांत ने कहा, 'भारत में इतनी प्रतिभा है कि या तो आप आईसीसी से कहें कि 15 की जगह 20 खिलाड़ियों का दल रखने की अनुमति दे दे। लोगों को यह समझाना बहुत मुश्किल है। हां, आप किसी एक खिलाड़ी के फैन हो सकते हैं, लेकिन क्रिकेट में चयनकर्ता का काम सबसे अधिक थैंकलेस होता है।'
संतुलन बिठाना है सबसे मुश्किल काम
ईशांत शर्मा ने विस्तार से बताया कि चयन एक संतुलन बनाने का काम है, जहां हर चुनाव के परिणाम होते हैं। उन्होंने कहा, 'अगर वे एक खिलाड़ी को चुनते हैं तो वह फैंस की नजर में अच्छा है, लेकिन जो नहीं चुना जाता, उसकी वजह से अचानक चयनकर्ता बुरे दिखने लगते हैं। मैं श्रेयस के खिलाफ कुछ नहीं कह रहा हूं। वह एक क्लास प्लेयर है। इसमें कोई शक नहीं, लेकिन यह संतुलन का सवाल है।'
उन्होंने अन्य खिलाड़ियों का उदाहरण भी दिया जो शानदार प्रदर्शन के बावजूद बाहर रह गए। ईशांत ने कहा, 'टी20 में ऋषभ पंत को कौन बदल सकता है? या केएल राहुल को ले लो, जिनका आईपीएल मजबूत रहा, लेकिन वह टी20 टीम में नहीं आ पाए। अगर राहुल को चुना जाता तो शायद शुभमन गिल, संजू सैमसन या कोई और बाहर हो जाता। यही हकीकत है। जो नहीं होते न उनकी ही सबसे ज्यादा बात होती है।'
उन्होंने कहा, 'श्रेयस अय्यर जैसे खिलाड़ियों के न चुने जाने पर हमेशा बहुत बात होती है, लेकिन असली सवाल यह है कि किसकी जगह डालते?’ ईशांत ने कहा, 'भारत में इतनी प्रतिभा है कि या तो आप आईसीसी से कहें कि 15 की जगह 20 खिलाड़ियों का दल रखने की अनुमति दे दे। लोगों को यह समझाना बहुत मुश्किल है। हां, आप किसी एक खिलाड़ी के फैन हो सकते हैं, लेकिन क्रिकेट में चयनकर्ता का काम सबसे अधिक थैंकलेस होता है।'
संतुलन बिठाना है सबसे मुश्किल काम
ईशांत शर्मा ने विस्तार से बताया कि चयन एक संतुलन बनाने का काम है, जहां हर चुनाव के परिणाम होते हैं। उन्होंने कहा, 'अगर वे एक खिलाड़ी को चुनते हैं तो वह फैंस की नजर में अच्छा है, लेकिन जो नहीं चुना जाता, उसकी वजह से अचानक चयनकर्ता बुरे दिखने लगते हैं। मैं श्रेयस के खिलाफ कुछ नहीं कह रहा हूं। वह एक क्लास प्लेयर है। इसमें कोई शक नहीं, लेकिन यह संतुलन का सवाल है।'
उन्होंने अन्य खिलाड़ियों का उदाहरण भी दिया जो शानदार प्रदर्शन के बावजूद बाहर रह गए। ईशांत ने कहा, 'टी20 में ऋषभ पंत को कौन बदल सकता है? या केएल राहुल को ले लो, जिनका आईपीएल मजबूत रहा, लेकिन वह टी20 टीम में नहीं आ पाए। अगर राहुल को चुना जाता तो शायद शुभमन गिल, संजू सैमसन या कोई और बाहर हो जाता। यही हकीकत है। जो नहीं होते न उनकी ही सबसे ज्यादा बात होती है।'
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