नई दिल्ली : बजाज फाइनेंस के शेयरों में आज भारी गिरावट आई। बाजार खुलते ही कंपनी का शेयर बीएसई पर 7 फीसदी से अधिक गिरकर 1005.05 रुपये पर आ गया। पिछले सत्र में यह 1085.40 रुपये पर बंद हुआ था और आज 1042.05 रुपये पर खुला। शुरुआती कारोबार में यह 1044.65 रुपये तक हाई और 1005.05 रुपये तक लो गया। सितंबर तिमाही में कंपनी का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट में पिछले साल के मुकाबले 22% तेजी रही।
सुबह 10.14 बजे कंपनी का शेयर 7.22% की गिरावट के साथ 1,007 रुपये पर ट्रेड कर रहा था। कंपनी के शेयरों में आई इस तेज गिरावट की मुख्य वजह बढ़ते नॉन-परफॉर्मिंग लोन, बढ़ते क्रेडिट कॉस्ट और लगातार बने रहने वाले मार्जिन दबाव को लेकर चिंताएं थीं। इस तिमाही के दौरान कंपनी ने 1.22 करोड़ नए लोन बुक किए जो पिछले साल की समान अवधि के 97 लाख लोन की तुलना में 26% ज्यादा है।
कंपनी का प्रदर्शनहालांकि एसेट क्वालिटी के मोर्चे पर लोन के नुकसान और प्रोविजन में 19% की वृद्धि हुई। यह बढ़कर 2,269 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले साल यह 1,909 करोड़ रुपये था। फाइनेंस किए गए औसत संपत्तियों पर वार्षिक लोन नुकसान और प्रोविजन 2.05% रहा। 30 सितंबर, 2025 तक कंपनी का ग्रॉस एनपीए यानी कुल डूबे हुए कर्ज का अनुपात 1.24% और नेट एनपीए यानी शुद्ध डूबे हुए कर्ज का अनुपात 0.60% दर्ज किया गया। यह पिछले साल के 1.06% और 0.46% से ज्यादा है। स्टेज 3 संपत्तियों पर प्रोविजनिंग कवरेज रेशियो (यानी डूबे हुए कर्ज के लिए कितना पैसा अलग रखा गया है) 52% था।
मुनाफे की बात करें तो, कंपनी ने टैक्स के बाद 4,875 करोड़ रुपये का लाभ कमाया, जो पिछले साल की समान तिमाही के 4,000 करोड़ रुपये से ज्यादा है। हालांकि यह विश्लेषकों के अनुमान 4,969 करोड़ रुपये से थोड़ा कम था। नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) यानी ब्याज से होने वाली शुद्ध आय में 22% की बढ़ोतरी हुई और यह 10,785 करोड़ रुपये हो गई, जबकि पिछले साल यह 8,838 करोड़ रुपये थी। नेट टोटल इनकम 20% बढ़कर 13,170 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले साल 10,946 करोड़ रुपये थी।
क्या करें निवेशक?मॉर्गन स्टेनली ने बजाज फाइनेंस पर अपनी 'ओवरवेट' रेटिंग बनाए रखी है और टारगेट प्राइस को पिछले 1,150 रुपये से बढ़ाकर 1,195 रुपये कर दिया है। दूसरी ओर बर्नस्टीन बजाज फाइनेंस पर 'अंडरपरफॉर्म' रेटिंग बनाए रखी है और टारगेट प्राइस 640 रुपये तय किया है। बर्नस्टीन ने बजाज फाइनेंस के बढ़ते नॉन-परफॉर्मिंग लोन, ऊंचे क्रेडिट कॉस्ट और लगातार बने रहने वाले मार्जिन दबाव पर चिंता जताई है।
सुबह 10.14 बजे कंपनी का शेयर 7.22% की गिरावट के साथ 1,007 रुपये पर ट्रेड कर रहा था। कंपनी के शेयरों में आई इस तेज गिरावट की मुख्य वजह बढ़ते नॉन-परफॉर्मिंग लोन, बढ़ते क्रेडिट कॉस्ट और लगातार बने रहने वाले मार्जिन दबाव को लेकर चिंताएं थीं। इस तिमाही के दौरान कंपनी ने 1.22 करोड़ नए लोन बुक किए जो पिछले साल की समान अवधि के 97 लाख लोन की तुलना में 26% ज्यादा है।
कंपनी का प्रदर्शनहालांकि एसेट क्वालिटी के मोर्चे पर लोन के नुकसान और प्रोविजन में 19% की वृद्धि हुई। यह बढ़कर 2,269 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले साल यह 1,909 करोड़ रुपये था। फाइनेंस किए गए औसत संपत्तियों पर वार्षिक लोन नुकसान और प्रोविजन 2.05% रहा। 30 सितंबर, 2025 तक कंपनी का ग्रॉस एनपीए यानी कुल डूबे हुए कर्ज का अनुपात 1.24% और नेट एनपीए यानी शुद्ध डूबे हुए कर्ज का अनुपात 0.60% दर्ज किया गया। यह पिछले साल के 1.06% और 0.46% से ज्यादा है। स्टेज 3 संपत्तियों पर प्रोविजनिंग कवरेज रेशियो (यानी डूबे हुए कर्ज के लिए कितना पैसा अलग रखा गया है) 52% था।
मुनाफे की बात करें तो, कंपनी ने टैक्स के बाद 4,875 करोड़ रुपये का लाभ कमाया, जो पिछले साल की समान तिमाही के 4,000 करोड़ रुपये से ज्यादा है। हालांकि यह विश्लेषकों के अनुमान 4,969 करोड़ रुपये से थोड़ा कम था। नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) यानी ब्याज से होने वाली शुद्ध आय में 22% की बढ़ोतरी हुई और यह 10,785 करोड़ रुपये हो गई, जबकि पिछले साल यह 8,838 करोड़ रुपये थी। नेट टोटल इनकम 20% बढ़कर 13,170 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले साल 10,946 करोड़ रुपये थी।
क्या करें निवेशक?मॉर्गन स्टेनली ने बजाज फाइनेंस पर अपनी 'ओवरवेट' रेटिंग बनाए रखी है और टारगेट प्राइस को पिछले 1,150 रुपये से बढ़ाकर 1,195 रुपये कर दिया है। दूसरी ओर बर्नस्टीन बजाज फाइनेंस पर 'अंडरपरफॉर्म' रेटिंग बनाए रखी है और टारगेट प्राइस 640 रुपये तय किया है। बर्नस्टीन ने बजाज फाइनेंस के बढ़ते नॉन-परफॉर्मिंग लोन, ऊंचे क्रेडिट कॉस्ट और लगातार बने रहने वाले मार्जिन दबाव पर चिंता जताई है।
You may also like

रणजी ट्रॉफी में भी शर्मा जी के लड़के का कमाल, दिल्ली की टीम को हराया, कमजोर जम्मू-कश्मीर ने किया बड़ा उलटफेर

रणजी ट्रॉफी : औकिब नबी दार के पंजे में फंसी दिल्ली, जम्मू-कश्मीर ने 7 विकेट से जीता मैच

पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह ने पुलिस पर लगाया उत्पीड़न का आरोप, बोलीं- 'चुनाव न लड़ने का बना रहे दबाव'

कचरे से खाना खाने वाली लड़की को ढूंढ रहे तीन विभाग, वायरल वीडियो पर राजनीति तेज, देखकर दिल बैठ जाएगा

ईशा देओल की प्रकाश कौर से 30 साल बाद मुलाकात: धर्मेंद्र का पारिवारिक रहस्य




