नई दिल्ली: किसानों और छोटे कारोबारियों को अब आसानी से लोन मिल सकेगा। अब वे सोना या चांदी गिरवी रखकर कृषि और एमएसएमई लोन ले सकते हैं। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने इस बारे में एक नया नियम निकाला है। पहले बिना कुछ गिरवी रखे लोन लेने की एक सीमा होती थी। अब RBI ने कहा है कि अगर कोई अपनी मर्जी से सोना या चांदी गिरवी रखना चाहता है, तो बैंक उसे मना नहीं कर सकते। इससे ग्रामीण इलाकों में किसानों और छोटे कारोबारियों को सबसे ज्यादा फायदा होगा।
11 जुलाई को जारी एक सर्कुलर के मुताबिक बैंक दो लाख रुपये तक के लोन के लिए सोने और चांदी को गिरवी रख सकते हैं, बशर्ते किसान या कारोबारी अपनी मर्जी से ऐसा करे। एक बैंक अधिकारी ने कहा, "इस नए नियम से यह पक्का होगा कि अगर कोई अपना सोना या चांदी गिरवी रखता है, तो उसे बिना कुछ गिरवी रखे लोन लेने के फायदे से वंचित नहीं किया जाएगा।" इसका मतलब है कि अब लोगों को लोन लेने में और भी आसानी होगी। इस बदलाव से गांवों में रहने वाले लोगों को बहुत फायदा होगा। गांवों में सोना सबसे आसानी से मिलने वाली एसेट है।
क्या होगा फायदा
अब अगर लोग सोना गिरवी रखकर लोन ले पाएंगे, तो बैंकों को लोन देने में आसानी होगी। इससे किसानों को बुवाई के समय या किसी इमरजेंसी में जल्दी लोन मिल जाएगा। सोना गिरवी रखकर लोन देना आसान होता है। इससे लोग सूदखोरों के चक्कर में नहीं पड़ेंगे और लोन चुकाने में भी आसानी होगी।
2023 में आरबीआई ने बैंकों से कहा था कि वे गहनों के बदले दिए जाने वाले सभी लोन को 'गोल्ड लोन' मानें। लेकिन इसका मतलब यह भी था कि बैंकों को गोल्ड लोन के नियमों का पालन करना होगा। किसानों के लोन में थोड़ी छूट मिलती है, क्योंकि उनकी कमाई मौसम पर निर्भर करती है। लेकिन गोल्ड लोन में ऐसा नहीं होता। इस वजह से पिछले साल सरकारी बैंकों का गोल्ड लोन का कारोबार लगभग दोगुना हो गया।
बैंकों को भी इस नए नियम से फायदा होगा। सोना गिरवी रखकर लोन देने से बैंकों को कम जोखिम होता है। इससे वे गांवों में ज्यादा लोगों को लोन दे पाएंगे। इससे बैंकों को सरकार के तय किए गए लक्ष्य को पूरा करने में भी मदद मिलेगी।
11 जुलाई को जारी एक सर्कुलर के मुताबिक बैंक दो लाख रुपये तक के लोन के लिए सोने और चांदी को गिरवी रख सकते हैं, बशर्ते किसान या कारोबारी अपनी मर्जी से ऐसा करे। एक बैंक अधिकारी ने कहा, "इस नए नियम से यह पक्का होगा कि अगर कोई अपना सोना या चांदी गिरवी रखता है, तो उसे बिना कुछ गिरवी रखे लोन लेने के फायदे से वंचित नहीं किया जाएगा।" इसका मतलब है कि अब लोगों को लोन लेने में और भी आसानी होगी। इस बदलाव से गांवों में रहने वाले लोगों को बहुत फायदा होगा। गांवों में सोना सबसे आसानी से मिलने वाली एसेट है।
क्या होगा फायदा
अब अगर लोग सोना गिरवी रखकर लोन ले पाएंगे, तो बैंकों को लोन देने में आसानी होगी। इससे किसानों को बुवाई के समय या किसी इमरजेंसी में जल्दी लोन मिल जाएगा। सोना गिरवी रखकर लोन देना आसान होता है। इससे लोग सूदखोरों के चक्कर में नहीं पड़ेंगे और लोन चुकाने में भी आसानी होगी।
2023 में आरबीआई ने बैंकों से कहा था कि वे गहनों के बदले दिए जाने वाले सभी लोन को 'गोल्ड लोन' मानें। लेकिन इसका मतलब यह भी था कि बैंकों को गोल्ड लोन के नियमों का पालन करना होगा। किसानों के लोन में थोड़ी छूट मिलती है, क्योंकि उनकी कमाई मौसम पर निर्भर करती है। लेकिन गोल्ड लोन में ऐसा नहीं होता। इस वजह से पिछले साल सरकारी बैंकों का गोल्ड लोन का कारोबार लगभग दोगुना हो गया।
बैंकों को भी इस नए नियम से फायदा होगा। सोना गिरवी रखकर लोन देने से बैंकों को कम जोखिम होता है। इससे वे गांवों में ज्यादा लोगों को लोन दे पाएंगे। इससे बैंकों को सरकार के तय किए गए लक्ष्य को पूरा करने में भी मदद मिलेगी।
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