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दाऊद इब्राहिम को क्लीनचिट देशद्रोह, ममता कुलकर्णी-लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी 420... किन्नर अखाड़ा बयान पर भड़का

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गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में एक्ट्रेस से साध्वी बनीं ममता कुलकर्णी के बयान ने बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। ममता कुलकर्णी ने अपने गोरखपुर दौरे के दौरान अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के बचाव में बयान दिया था। उन्होंने कहा कि दाऊद ने कोई बम ब्लास्ट नहीं किया, वह आतंकी नहीं है। इस बयान के बाद संत समाज और किन्नर अखाड़े में जबरदस्त नाराजगी फैल गई है। किन्नर अखाड़े के संस्थापक ने ममता कुलकर्णी और लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी पर सीधा हमला बोलते हुए उन्हें 420 करार दिया है। किन्नर अखाड़े में भी इसको लेकर घमासान मचा हुआ है।

बयान पर विवाद, फिर सफाई29-30 अक्टूबर को तीन दिन के गोरखपुर प्रवास पर रहीं ममता कुलकर्णी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि दाऊद इब्राहिम आतंकवादी नहीं है और उसने मुंबई ब्लास्ट जैसे कोई देशविरोधी काम नहीं किया। उनका यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल होते ही हंगामा मच गया। विवाद बढ़ने पर ममता ने सफाई दी कि उनकी बात को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वे दाऊद नहीं, बल्कि विक्की गोस्वामीके बारे में बात कर रही थीं।

दरअसल, ममता कुलकर्णी का विक्की गोस्वामी के साथ नाम जुड़ता रहा है। ममता ने अपनी सफाई में कहा कि विक्की न तो आतंकवादी है, न देशद्रोही। ममता ने यह भी कहा कि मैं कभी दाऊद इब्राहिम से नहीं मिली। इसलिए, उसके साथ मेरा नाम जोड़ना गलत है।

किन्नर अखाड़े में बगावतउज्जैन किन्नर अखाड़े के संस्थापक ऋषि अजय दास ने ममता कुलकर्णी और लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी दोनों पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि दोनों ने भगवा का नकली चोला पहन रखा है। इन पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए। ममता कुलकर्णी को हमने पहले ही अखाड़े से निष्कासित कर दिया था। इसके बाद भी वे खुद को महामंडलेश्वर बता रही हैं। साथ ही, लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी पर भी तीखा हमला बोलते हुए उन्होंने उन्हें नकली आचार्य महामंडलेश्वर बताया।

ऋषि अजय दास ने दावा किया कि ममता कुलकर्णी ने लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी की मौजूदगी में दाऊद इब्राहिम की वकालत की, जो देशद्रोह जैसा कृत्य है। उन्होंने जूना अखाड़े के महामंत्री हरि गिरी पर भी आरोप लगाया कि वे इन दोनों को संरक्षण दे रहे हैं।

पदमुक्त करने की घोषणाऋषि अजय दास ने एक औपचारिक पत्र जारी कर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को आचार्य महामंडलेश्वर पद से मुक्त करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि किन्नर समाज के उत्थान और धर्म प्रचार के लिए इन्हें नियुक्त किया गया था, पर इन्होंने जूना अखाड़े के साथ अनुचित समझौता कर दिया। यह आचरण धोखाधड़ी के समान है। उन्होंने यह भी बताया कि किन्नर अखाड़े का रजिस्ट्रेशन और भूमि उनके नाम पर है और इलाहाबाद हाई कोर्ट ने भी उन्हें फाउंडर के रूप में मान्यता दी है।

संत समाज भी भड़काममता कुलकर्णी के बयान पर संत समाज की नाराजगी भी सामने आई है। निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी प्रकाशानंद महाराज ने ममता कुलकर्णी के बयान को राष्ट्रद्रोह बताया। उन्होंने कहा कि अगर ममता को दाऊद धर्मात्मा लगता है, तो वे पाकिस्तान जाकर उसी के साथ रहें। जिसने सैकड़ों निर्दोषों की जान ली, उसकी पैरवी करना धर्म और राष्ट्र दोनों का अपमान है।

स्वामी प्रकाशानंद ने यह भी कहा कि ममता कुलकर्णी 25 साल बाद भारत लौटीं और अचानक महामंडलेश्वर बना दी गईं, जो संदेह पैदा करता है।
उन्होंने आरोप लगाया कि विदेशी ताकतें ममता का इस्तेमाल सनातन संस्कृति को कमजोर करने के लिए कर रही हैं, इसलिए उनके विदेशी और आतंकी संगठनों से संबंधों की जांच होनी चाहिए।

जगतगुरु हिमांगी सखी का हमलाकिन्नर जगतगुरु हिमांगी सखी ने भी ममता कुलकर्णी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि ममता कुलकर्णी दाऊद इब्राहिम की भेजी हुई कठपुतली हैं। इनकी गतिविधियों की जांच होनी चाहिए। यह लोग सनातन धर्म के साथ खेल खेल रहे हैं। संत समाज ने केंद्र सरकार और गृह मंत्रालय से अपील की है कि ममता कुलकर्णी की गतिविधियों की जांच हो। यह पता लगाया जाए कि उन्हें महामंडलेश्वर का पद किस आधार पर मिला और क्या उनके किसी विदेशी या आतंकी संगठन से संबंध हैं।

महिला आयोग की आई प्रतिक्रियाउत्तर प्रदेश महिला आयोग की अध्यक्ष बबीता चौहान ने भी ममता के बयान को अस्वीकार्य बताया। उन्होंने कहा कि ममता कुलकर्णी को इलाज की जरूरत है। पूरा देश जानता है कि दाऊद इब्राहिम क्या है। उसके खिलाफ प्रत्यक्ष प्रमाण हैं। ऐसे व्यक्ति का बचाव करना पागलपन है। उन्होंने कहा कि मैं हमेशा कहती हूं कि प्रत्यक्ष को प्रमाण की आवश्यकता नहीं होती। बहुत से प्रत्यक्ष प्रमाण हैं, जो बताते हैं कि दाऊद के कर्म कैसे थे। उसका व्यक्तित्व क्या था और लोग उसे किस नजर से देखते हैं। इसलिए इसमें मुझे कुछ कहने की जरूरत नहीं है।
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