नई दिल्ली: टीम इंडिया के अनुभवी खिलाड़ी रोहित शर्मा को वनडे टीम की कप्तानी से हटा दिया गया है। उनकी जगह युवा खिलाड़ी शुभमन गिल को नया कप्तान बनाया गया है। यह फैसला ऑस्ट्रेलिया दौरे से ठीक पहले लिया गया है। 38 साल के रोहित शर्मा के लिए यह खबर अच्छी नहीं है। अब उन्हें भी बाकी खिलाड़ियों की तरह अपने प्रदर्शन के दम पर टीम में जगह बनानी होगी। अगर उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा तो उन्हें टीम से बाहर भी किया जा सकता है।
शुभमन गिल के कप्तान बनने पर सवाल
शुभमन गिल को कप्तान बनाने का फैसला थोड़ा चौंकाने वाला है। 26 साल के गिल को भविष्य का कप्तान माना जा रहा था लेकिन रोहित शर्मा के रहते हुए जिन्होंने हाल ही में चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी उन्हें इतनी जल्दी कप्तानी देना थोड़ा अजीब लगता है। हालांकि भारतीय क्रिकेट में ऐसे उत्तराधिकार की योजनाएं पहले भी देखी गई हैं। एमएस धोनी के 2019 वर्ल्ड कप से दो साल पहले 2017 में विराट कोहली को वनडे की कप्तानी सौंपी गई थी। लेकिन यहां एक बड़ा अंतर यह है कि रोहित शर्मा 2027 में दक्षिण अफ्रीका में होने वाले वर्ल्ड कप के लिए टीम का हिस्सा होंगे या नहीं यह पक्का नहीं है।
रोहित शर्मा को ले लेना चाहिए संन्यास
पूर्व भारतीय बल्लेबाज मनोज तिवारी ने 38 वर्षीय रोहित शर्मा से आग्रह किया है कि वे बीसीसीआई से इस तरह का बर्ताव बर्दाश्त न करें और जिस एकमात्र फॉर्मेट में वे अभी सक्रिय हैं उससे संन्यास ले लें। तिवारी का मानना है कि बीसीसीआई का रोहित के प्रति अनादर यहीं नहीं रुकेगा बल्कि और बढ़ेगा। इसलिए इससे पहले कि भारत के महानतम बल्लेबाजों में से एक को और अपमान झेलना पड़े बेहतर होगा कि वे खुद को इस शर्मिंदगी से बचा लें। तिवारी ने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि वे (रोहित) अब उनकी योजनाओं में हैं। अब सब कुछ उनके प्रदर्शन पर निर्भर करेगा। अगर मैं रोहित शर्मा होता तो मैं इसके बाद संन्यास लेने पर विचार करता। उनके जैसे खिलाड़ी को इस तरह के अपमान का हकदार नहीं है।'
तिवारी बीसीसीआई के 'बर्ताव' से रोहित शर्मा को देखकर दुखी हैं। रोहित का कप्तानी का कार्यकाल कुछ पूर्व कप्तानों की तुलना में काफी छोटा था यानी चार साल से भी कम। लेकिन इस दौरान रोहित ने भारत को आईसीसी ट्रॉफी का सूखा दो बार खत्म किया। उन्होंने पिछले साल दक्षिण अफ्रीका को हराकर भारत को दूसरा टी20 वर्ल्ड कप जिताया था। और उसके 9 महीने बाद रोहित ने एक और अजेय अभियान का नेतृत्व किया और इस बार चैंपियंस ट्रॉफी जीती।
शुभमन गिल के कप्तान बनने पर सवाल
शुभमन गिल को कप्तान बनाने का फैसला थोड़ा चौंकाने वाला है। 26 साल के गिल को भविष्य का कप्तान माना जा रहा था लेकिन रोहित शर्मा के रहते हुए जिन्होंने हाल ही में चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी उन्हें इतनी जल्दी कप्तानी देना थोड़ा अजीब लगता है। हालांकि भारतीय क्रिकेट में ऐसे उत्तराधिकार की योजनाएं पहले भी देखी गई हैं। एमएस धोनी के 2019 वर्ल्ड कप से दो साल पहले 2017 में विराट कोहली को वनडे की कप्तानी सौंपी गई थी। लेकिन यहां एक बड़ा अंतर यह है कि रोहित शर्मा 2027 में दक्षिण अफ्रीका में होने वाले वर्ल्ड कप के लिए टीम का हिस्सा होंगे या नहीं यह पक्का नहीं है।
रोहित शर्मा को ले लेना चाहिए संन्यास
पूर्व भारतीय बल्लेबाज मनोज तिवारी ने 38 वर्षीय रोहित शर्मा से आग्रह किया है कि वे बीसीसीआई से इस तरह का बर्ताव बर्दाश्त न करें और जिस एकमात्र फॉर्मेट में वे अभी सक्रिय हैं उससे संन्यास ले लें। तिवारी का मानना है कि बीसीसीआई का रोहित के प्रति अनादर यहीं नहीं रुकेगा बल्कि और बढ़ेगा। इसलिए इससे पहले कि भारत के महानतम बल्लेबाजों में से एक को और अपमान झेलना पड़े बेहतर होगा कि वे खुद को इस शर्मिंदगी से बचा लें। तिवारी ने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि वे (रोहित) अब उनकी योजनाओं में हैं। अब सब कुछ उनके प्रदर्शन पर निर्भर करेगा। अगर मैं रोहित शर्मा होता तो मैं इसके बाद संन्यास लेने पर विचार करता। उनके जैसे खिलाड़ी को इस तरह के अपमान का हकदार नहीं है।'
तिवारी बीसीसीआई के 'बर्ताव' से रोहित शर्मा को देखकर दुखी हैं। रोहित का कप्तानी का कार्यकाल कुछ पूर्व कप्तानों की तुलना में काफी छोटा था यानी चार साल से भी कम। लेकिन इस दौरान रोहित ने भारत को आईसीसी ट्रॉफी का सूखा दो बार खत्म किया। उन्होंने पिछले साल दक्षिण अफ्रीका को हराकर भारत को दूसरा टी20 वर्ल्ड कप जिताया था। और उसके 9 महीने बाद रोहित ने एक और अजेय अभियान का नेतृत्व किया और इस बार चैंपियंस ट्रॉफी जीती।
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