हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश में हो रही लगातार बारिश लोगों के लिए आफत बनकर सामने आ रही है। जिला हमीरपुर के बड़सर उपमंडल की ग्राम पंचायत जजरी के गांव चंदला में एक ऐसा वाकया सामने आया जिसे सुनकर हर किसी की आंखे नम हो गई हो। दरअसल शनिवार रात 65 वर्षीय रोशन लाल का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था। रविवार सुबह करीब 9:30 बजे शुक्कर खड्ड में हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार उनका अंतिम संस्कार किया जा रहा था। परिवार और रिश्तेदारों के साथ गांव के लोग भी अंतिम यात्रा में शामिल हुए। चिता को अग्नि दी जा चुकी थी कि अचानक क्षेत्र में तेज बारिश शुरू हो गई। बारिश इतनी जोरदार थी कि कुछ ही पलों में शुक्कर खड्ड का जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा। देखते ही देखते पानी सीधे चिता की ओर बढ़ने लगा और कुछ ही देर में चिता पानी से घिरती नजर आई। इस अप्रत्याशित स्थिति ने मौके पर मौजूद सभी लोगों को भय और चिंता में डाल दिया।
बुलाई गई जेसीबी
ग्रामीणों और परिजनों के बीच कुछ समय के लिए अफरातफरी का माहौल बन गया। सभी को चिंता सताने लगी कि कहीं जलधारा चिता को बहा न ले जाए और अंतिम संस्कार अधूरा न रह जाए। इसी बीच स्थानीय युवकों और पंचायत प्रतिनिधियों ने तुरंत स्थिति को संभालने की पहल की। उन्होंने नजदीकी क्षेत्र से एक जेसीबी मशीन बुलवाई। जेसीबी की मदद से चिता के चारों ओर मिट्टी डालकर एक ऊंचा प्लेटफॉर्म तैयार किया गया। साथ ही पानी के बहाव को दूसरी दिशा में मोड़ दिया गया। ग्रामीणों के इस त्वरित और सामूहिक प्रयास से रोशन लाल का अंतिम संस्कार सम्मानपूर्वक पूर्ण किया जा सका।
कई दिनों से हो रही बारिश
ग्रामीणों ने बताया कि पिछले कई दिनों से क्षेत्र में लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है। इस वजह से नाले और खड्डें अचानक उफान पर आ जाते हैं, जिससे लोगों को तरह-तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। रविवार को हुआ यह वाकया इस बात का प्रमाण है कि बारिश किस तरह सामान्य जीवन को प्रभावित कर रही है। गांव के लोग इस घटना को हमेशा याद रखेंगे क्योंकि यह एक मिसाल बन गई कि कैसे मुश्किल हालात में आपसी सहयोग और सामूहिक प्रयास से किसी भी परिस्थिति का सामना किया जा सकता है।
बुलाई गई जेसीबी
ग्रामीणों और परिजनों के बीच कुछ समय के लिए अफरातफरी का माहौल बन गया। सभी को चिंता सताने लगी कि कहीं जलधारा चिता को बहा न ले जाए और अंतिम संस्कार अधूरा न रह जाए। इसी बीच स्थानीय युवकों और पंचायत प्रतिनिधियों ने तुरंत स्थिति को संभालने की पहल की। उन्होंने नजदीकी क्षेत्र से एक जेसीबी मशीन बुलवाई। जेसीबी की मदद से चिता के चारों ओर मिट्टी डालकर एक ऊंचा प्लेटफॉर्म तैयार किया गया। साथ ही पानी के बहाव को दूसरी दिशा में मोड़ दिया गया। ग्रामीणों के इस त्वरित और सामूहिक प्रयास से रोशन लाल का अंतिम संस्कार सम्मानपूर्वक पूर्ण किया जा सका।
कई दिनों से हो रही बारिश
ग्रामीणों ने बताया कि पिछले कई दिनों से क्षेत्र में लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है। इस वजह से नाले और खड्डें अचानक उफान पर आ जाते हैं, जिससे लोगों को तरह-तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। रविवार को हुआ यह वाकया इस बात का प्रमाण है कि बारिश किस तरह सामान्य जीवन को प्रभावित कर रही है। गांव के लोग इस घटना को हमेशा याद रखेंगे क्योंकि यह एक मिसाल बन गई कि कैसे मुश्किल हालात में आपसी सहयोग और सामूहिक प्रयास से किसी भी परिस्थिति का सामना किया जा सकता है।
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