जयपुर: अपने बेबाक बयानबाजी को लेकर भाजपा विधायक बाल मुकुंद आचार्य हमेशा सुर्खियों में रहते हैं। शुक्रवार देर रात को जयपुर के परकोटा क्षेत्र में आक्रोश सभा के बाद हुए पोस्टर विवाद में विधायक बाल मुकुंद आचार्य समुदाय विशेष के निशाने पर आ गए। देर रात को जब जामा मस्जिद की सीढ़ियों पर चढ़कर नारेबाजी करने और फुटपाथ पर पोस्टर चिपकाने पर समुदाय विशेष के सैकड़ों लोगों ने एतराज किया और आरोप लगाया कि भाजपा विधायक ने धार्मिक भावनाएं आहत करने का कार्य किया है। दो समुदायों के आपसी सद्भाव को खत्म करने का भी आरोप लगाया। शुक्रवार देर रात को माणक चौक थाने में बाल मुकुंद आचार्य के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज हुई। इसके बाद बीजेपी विधायक बाल मुकुंद आचार्य बैकफुट पर आए और वीडियो जारी करके माफी मांगी है। जानिए क्या बोला बाल मुकुंद आचार्य नेसोशल मीडिया पर जारी वीडियो में विधायक बाल मुकुंद आचार्य कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि उन्होंने ऐसा कोई कृत्य नहीं किया जिससे लोगों की भावनाएं आहत हो। इसके बावजूद भी अगर उनके द्वारा पाकिस्तान मुर्दाबाद और आतंकवाद मुर्दाबाद का पोस्टर लगाने से किसी की भावनाएं आहत हुई है और किसी को दुख पहुंचा है तो इसके लिए वे खेद प्रकट करते हैं। वीडियो में बाबा ने दो बार खेद प्रकट किया है। बाल मुकुंद आचार्य ने यह भी कहा कि यह वक्त आपसी टकराव का नहीं बल्कि एकजुटता दिखाने का है। हम सब को मोदी जी के फैसले के साथ रहना है। साथ ही पाकिस्तान और आतंकवाद को मुंहतोड़ जवाब देना है। प्रदेश संगठन ने भी बाल मुकुंद के बयान से खुद को किया अलग मीडिया रिपोटर्स के अनुसार प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने विधायक बालमुकुंदचार्य को फोन कर फटकार लगाई है। राठौड़ ने विधायक से कहा कि यह समय सबको साथ लेकर चलने का है, जिसके बाद बालमुकुंदाचार्य ने आश्वस्त किया कि ऐसा वापस नहीं होगा। इधर, मीडिया से बात करते हुए मदन राठौड़ ने कहा कि किसी भी जनप्रतिनिधि को ऐसा करना शोभा नहीं देता। जनप्रतिनिधियों को सार्वजनिक रूप से ऐसे कृत्यों से बचना चाहिए। सभी के साथ सामंजस्य बनाकर चलना चाहिए। कांग्रेसी नेताओं ने बाबा को लेकर सरकार को घेराभाजपा विधायक बाल मुकुंद आचार्य द्वारा जामा मस्जिद की सीढ़ियों पर चढ़कर पोस्टर चिपकाने की घटना पर कांग्रेसी नेताओं ने सरकार को घेरा है। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि बीजेपी विधायक ने जामा मस्जिद पर जाकर जो हरकत की, वह मामूली घटना नहीं है। वे दो समुदायों में टकराव की स्थिति पैदा कर रहे हैं। जूली ने कहा कि मुख्यमंत्री को ऐसे विधायकों पर लगाम लगानी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी हरकतें ना हो। उधर कांग्रेस विधायक रफीक खान ने कहा कि शुक्रवार देर शाम को जब जुम्मे की नमाज का वक्त था। उस वक्त बीजेपी विधायक सहित कई लोगों ने जामा मस्जिद की सीढ़ियों पर चढ़कर पोस्टर चिपकाए और नारे लगाए। रफीक खान ने कहा कि हम हर धार्मिक स्थल के प्रोटोकॉल का पालन करते हैं, फिर कोई अपनी चप्पल पहनकर मस्जिद में कैसे जा सकता है। विधायक बालमुकुंद आचार्य जी को कोई हक नहीं कि वे किसी अन्य धर्म के धार्मिक स्थल पर चप्पल पहन कर जाएं और नारेबाजी करें।
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