नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एक बार फिर से मन की बात कार्यक्रम को संबोधित किया। यह कार्यक्रम का 127वां एपिसोड था। इस बार के एपिसोड में पीएम मोदी ने चर्चा की शुरुआत छठ महापर्व से की। पीएम मोदी ने देशवासियों को छठ महापर्व का महत्व बताया। उन्होंने कहा कि अगर मौका मिले तो सभी लोग छठ उत्सव में एक बार जरूर भाग लें। छठ महापर्व भारत की एकता का सबसे बड़ा और सुंदर उदाहरण है। बता दें कि पिछली दफा पीएम मोदी ने त्योहार पर स्वदेशी समान खरीदने की अपील की थी और आत्मनिर्भर भारत पर जोर देने के लिए कहा था।
छठ महापर्व सामाजिक एकता का सबसे सुंदर उदाहरण: पीएम मोदी
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि छठ का महापर्व संस्कृति, प्रकृति और समाज के बीच की गहरी एकता का प्रतिबिंब है। छठ के घाटों पर समाज का हर वर्ग एक साथ खड़ा होता है। ये दृश्य भारत की सामाजिक एकता का सबसे सुंदर उदाहरण है।
आज चाय नहीं कॉफी पर चर्चा करेंगे: पीएम मोदी
मन की बात के 127वें एपिसोड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आप सभी चाय से मेरे जुड़ाव के बारे में जानते हैं, लेकिन आज मैंने सोचा, क्यों न मन की बात में कॉफी पर भी चर्चा की जाए। ओडिशा के कई लोगों ने कोरापुट कॉफी के बारे में अपनी भावनाएं मेरे साथ साझा कीं। मुझे बताया गया है कि कोरापुट कॉफी का स्वाद लाजवाब है, और सिर्फ इतना ही नहीं; स्वाद के अलावा, कॉफी की खेती से भी लोगों को फायदा हो रहा है।
कोरापुट में ऐसे लोग हैं जो अपने जुनून से कॉफी की खेती कर रहे हैं। भारतीय कॉफी पूरी दुनिया में बहुत लोकप्रिय हो रही है। इसलिए कॉफी प्रेमी कहते हैं। भारत की कॉफी अपनी सर्वोत्तम कॉफी है। यह भारत में ही बनती है और दुनिया भर में पसंद की जाती है।
चाहे कर्नाटक का चिकमंगलूर, कुर्ग और हसन हो; तमिलनाडु का पुलनी, शेवरॉय, नीलगिरी और अन्नामलाई क्षेत्र हो; कर्नाटक-तमिलनाडु सीमा पर स्थित बिलिगिरी क्षेत्र हो; या केरल का वायनाड, त्रावणकोर और मालाबार क्षेत्र हो। भारतीय कॉफी की विविधता वाकई अद्भुत है। मुझे बताया गया है कि हमारा पूर्वोत्तर भी कॉफी की खेती में प्रगति कर रहा है।
पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर की चर्चा की
मन की बात के 127वें एपिसोड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने हर भारतीय को गर्व से भर दिया है। इस बार, उन इलाकों में भी खुशी के दीये जलाए गए जहां कभी माओवादी आतंक का अंधेरा छाया रहता था। लोग उस माओवादी आतंक का पूरी तरह से खात्मा चाहते हैं जिसने उनके बच्चों का भविष्य खतरे में डाल दिया है।
जीएसटी बचत उत्सव को लेकर बोले पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जीएसटी बचत उत्सव को लेकर भी लोगों में काफी उत्साह है। इस बार त्योहारों के दौरान भी कुछ ऐसा ही सुखद माहौल देखने को मिला। बाजारों में स्वदेशी वस्तुओं की खरीदारी में जबरदस्त वृद्धि हुई है। मैंने अपने पत्र में खाद्य तेल की खपत में 10% की कमी करने का भी आग्रह किया था और लोगों ने इस पर भी काफी सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है।
पीएम मोदी ने इंजीनियर कपिल शर्मा की तारीफ
प्रधानमंत्री नरेंद्र ने कहा कि बेंगलुरु को झीलों का शहर कहा जाता है, और इंजीनियर कपिल शर्मा जी ने यहाँ की झीलों को नया जीवन देने का अभियान शुरू किया है। कपिल जी की टीम ने बेंगलुरु और आसपास के इलाकों में 40 कुओं और 6 झीलों का कायाकल्प किया है। खास बात यह है कि उन्होंने अपने इस मिशन में निगमों और स्थानीय लोगों को भी शामिल किया है।
पीएम मोदी ने भारतीय नस्ल के कुत्तों को अपनाने की अपील की
करीब पांच वर्ष पहले मैंने इस कार्यक्रम में भारतीय नस्ल के 'श्वान' यानी dogs की चर्चा की थी। मैंने देशवासियों के साथ ही अपने सुरक्षा बलों से आग्रह किया था कि वे भारतीय नस्ल के कुत्तों को अपनाएं, क्योंकि वो हमारे परिवेश और परिस्थितियों के अनुरूप ज्यादा आसानी से ढल जाते हैं। BSF और CRPF ने अपने दस्तों में भारतीय नस्ल के कुत्तों की संख्या बढ़ाई है।
Mangrove का असर आज पूरे क्षेत्र में देखने को मिल रहा
मन की बात में पीएम मोदी ने कहा कि Mangrove का असर आज पूरे क्षेत्र में देखने को मिल रहा है। वहां के इको सिस्टम में dolphins की संख्या बढ़ गई है। केकड़े और दूसरे जलीय जीव भी पहले से ज्यादा हो गए हैं। यही नहीं, अब यहां प्रवासी पक्षी भी काफी संख्या में आ रहे हैं। इससे वहां के पर्यावरण पर अच्छा प्रभाव तो पड़ा ही है, धोलेरा के मछली पालकों को भी फायदा हो रहा है।
सभी देशवासी 31 अक्टूबर को रन फॉन यूनिटी में भाग जरूर लें
पीएम मोदी ने कहा कि सरदार पटेल आधुनिक काल में राष्ट्र की सबसे महान विभूतियों में से एक रहे हैं। उनके विराट व्यक्तित्व में अनेक गुण एक साथ समाहित थे। मेरा आप सबसे आग्रह है, 31 अक्टूबर को सरदार साहब की जयंती पर देशभर में होने वाली Run For Unity में आप भी जरूर शामिल हों।
पीएम मोदी ने वन्दे मातरम राष्ट्रगीत की चर्चा की
पीएम मोदी ने कहा कि 'वन्देमातरम्' इस एक शब्द में कितने ही भाव हैं, कितनी ऊर्जाएं हैं। सहज भाव में ये हमें मां भारती के वात्सल्य का अनुभव कराता है। यही हमें मां भारती की संतानों के रूप में अपने दायित्वों का बोध कराता है। अगर कठिनाई का समय होता है तो 'वन्देमातरम्' का उद्घोष 140 करोड़ भारतीयों को एकता की ऊर्जा से भर देता है। 7 नवंबर को हम 'वन्देमातरम्' के 150वें वर्ष के उत्सव में प्रवेश करने वाले हैं। 150 वर्ष पूर्व 'वन्देमातरम्' की रचना हुई थी और 1896 में गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर ने पहली बार इसे गाया था।
छठ महापर्व सामाजिक एकता का सबसे सुंदर उदाहरण: पीएम मोदी
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि छठ का महापर्व संस्कृति, प्रकृति और समाज के बीच की गहरी एकता का प्रतिबिंब है। छठ के घाटों पर समाज का हर वर्ग एक साथ खड़ा होता है। ये दृश्य भारत की सामाजिक एकता का सबसे सुंदर उदाहरण है।
आज चाय नहीं कॉफी पर चर्चा करेंगे: पीएम मोदी
मन की बात के 127वें एपिसोड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आप सभी चाय से मेरे जुड़ाव के बारे में जानते हैं, लेकिन आज मैंने सोचा, क्यों न मन की बात में कॉफी पर भी चर्चा की जाए। ओडिशा के कई लोगों ने कोरापुट कॉफी के बारे में अपनी भावनाएं मेरे साथ साझा कीं। मुझे बताया गया है कि कोरापुट कॉफी का स्वाद लाजवाब है, और सिर्फ इतना ही नहीं; स्वाद के अलावा, कॉफी की खेती से भी लोगों को फायदा हो रहा है।
कोरापुट में ऐसे लोग हैं जो अपने जुनून से कॉफी की खेती कर रहे हैं। भारतीय कॉफी पूरी दुनिया में बहुत लोकप्रिय हो रही है। इसलिए कॉफी प्रेमी कहते हैं। भारत की कॉफी अपनी सर्वोत्तम कॉफी है। यह भारत में ही बनती है और दुनिया भर में पसंद की जाती है।
चाहे कर्नाटक का चिकमंगलूर, कुर्ग और हसन हो; तमिलनाडु का पुलनी, शेवरॉय, नीलगिरी और अन्नामलाई क्षेत्र हो; कर्नाटक-तमिलनाडु सीमा पर स्थित बिलिगिरी क्षेत्र हो; या केरल का वायनाड, त्रावणकोर और मालाबार क्षेत्र हो। भारतीय कॉफी की विविधता वाकई अद्भुत है। मुझे बताया गया है कि हमारा पूर्वोत्तर भी कॉफी की खेती में प्रगति कर रहा है।
पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर की चर्चा की
मन की बात के 127वें एपिसोड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने हर भारतीय को गर्व से भर दिया है। इस बार, उन इलाकों में भी खुशी के दीये जलाए गए जहां कभी माओवादी आतंक का अंधेरा छाया रहता था। लोग उस माओवादी आतंक का पूरी तरह से खात्मा चाहते हैं जिसने उनके बच्चों का भविष्य खतरे में डाल दिया है।
जीएसटी बचत उत्सव को लेकर बोले पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जीएसटी बचत उत्सव को लेकर भी लोगों में काफी उत्साह है। इस बार त्योहारों के दौरान भी कुछ ऐसा ही सुखद माहौल देखने को मिला। बाजारों में स्वदेशी वस्तुओं की खरीदारी में जबरदस्त वृद्धि हुई है। मैंने अपने पत्र में खाद्य तेल की खपत में 10% की कमी करने का भी आग्रह किया था और लोगों ने इस पर भी काफी सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है।
पीएम मोदी ने इंजीनियर कपिल शर्मा की तारीफ
प्रधानमंत्री नरेंद्र ने कहा कि बेंगलुरु को झीलों का शहर कहा जाता है, और इंजीनियर कपिल शर्मा जी ने यहाँ की झीलों को नया जीवन देने का अभियान शुरू किया है। कपिल जी की टीम ने बेंगलुरु और आसपास के इलाकों में 40 कुओं और 6 झीलों का कायाकल्प किया है। खास बात यह है कि उन्होंने अपने इस मिशन में निगमों और स्थानीय लोगों को भी शामिल किया है।
पीएम मोदी ने भारतीय नस्ल के कुत्तों को अपनाने की अपील की
करीब पांच वर्ष पहले मैंने इस कार्यक्रम में भारतीय नस्ल के 'श्वान' यानी dogs की चर्चा की थी। मैंने देशवासियों के साथ ही अपने सुरक्षा बलों से आग्रह किया था कि वे भारतीय नस्ल के कुत्तों को अपनाएं, क्योंकि वो हमारे परिवेश और परिस्थितियों के अनुरूप ज्यादा आसानी से ढल जाते हैं। BSF और CRPF ने अपने दस्तों में भारतीय नस्ल के कुत्तों की संख्या बढ़ाई है।
Mangrove का असर आज पूरे क्षेत्र में देखने को मिल रहा
मन की बात में पीएम मोदी ने कहा कि Mangrove का असर आज पूरे क्षेत्र में देखने को मिल रहा है। वहां के इको सिस्टम में dolphins की संख्या बढ़ गई है। केकड़े और दूसरे जलीय जीव भी पहले से ज्यादा हो गए हैं। यही नहीं, अब यहां प्रवासी पक्षी भी काफी संख्या में आ रहे हैं। इससे वहां के पर्यावरण पर अच्छा प्रभाव तो पड़ा ही है, धोलेरा के मछली पालकों को भी फायदा हो रहा है।
सभी देशवासी 31 अक्टूबर को रन फॉन यूनिटी में भाग जरूर लें
पीएम मोदी ने कहा कि सरदार पटेल आधुनिक काल में राष्ट्र की सबसे महान विभूतियों में से एक रहे हैं। उनके विराट व्यक्तित्व में अनेक गुण एक साथ समाहित थे। मेरा आप सबसे आग्रह है, 31 अक्टूबर को सरदार साहब की जयंती पर देशभर में होने वाली Run For Unity में आप भी जरूर शामिल हों।
पीएम मोदी ने वन्दे मातरम राष्ट्रगीत की चर्चा की
पीएम मोदी ने कहा कि 'वन्देमातरम्' इस एक शब्द में कितने ही भाव हैं, कितनी ऊर्जाएं हैं। सहज भाव में ये हमें मां भारती के वात्सल्य का अनुभव कराता है। यही हमें मां भारती की संतानों के रूप में अपने दायित्वों का बोध कराता है। अगर कठिनाई का समय होता है तो 'वन्देमातरम्' का उद्घोष 140 करोड़ भारतीयों को एकता की ऊर्जा से भर देता है। 7 नवंबर को हम 'वन्देमातरम्' के 150वें वर्ष के उत्सव में प्रवेश करने वाले हैं। 150 वर्ष पूर्व 'वन्देमातरम्' की रचना हुई थी और 1896 में गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर ने पहली बार इसे गाया था।
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