नई दिल्ली: भारत और चीन के बीच कैलाश मानसरोवर यात्रा और टूरिस्ट वीजा, सीमा व्यापार जैसे कदमों के बाद अब रिश्तों को सामान्य बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया जा रहा है। दोनों देशों के बीच सीधी हवाई सेवाएं इसी महीने के आखिर तक शुरू हो सकती हैं। विदेश मंत्रालय की ओर से जारी हुए एक बयान के मुताबिक इस संबंध में दोनों देश की सिविल एविएशन अथॉरिटीज तकनीकी स्तर की चर्चा में शामिल रही हैं।
चीन के लिए जल्द सीधी फ्लाइट
दोनों देश इसे लेकर एयर सर्विस एग्रीमेंट को भी रिवाइज करने पर वार्ताएं कर रहे थे। इन वार्ताओं के बाद इस बात पर सहमति बनी है कि अक्टूबर के आखिर तक भारत और चीन के बीच कुछ डेस्टिनेशंस पर सीधी हवाई सेवाएं शुरू की जा सकती हैं। हालांकि इस दौरान सर्दियों के मौसम के शेड्यूल, दोनों देशों के एयर कैरियर के वाणिज्यिक फैसलों और ऑपरेशनल मापदंडों के पूरा उतरने को ध्यान में रखा जाएगा।
कैसे आगे बढ़ रहे भारत-चीन के रिश्ते
दोनों देशों की सिविल एविएशन अथॉरिटीज के बीच ये करार दोनों देशों के आपसी संबंधों को और मजबूत दिशा देगा, जिससे कि दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंध सामान्यीकरण की ओर बढ़ेंगे। बता दें कि भारत और चीन के बीच साल 2020 में कोविड के बाद से सीधी उड़ानें बंद हो गई थी। इस साल अप्रैल में दोनों देशों की ओर से पांच साल बाद कैलाश मानसरोवर यात्रा शुरू किए जाने का ऐलान हुआ था।
एससीओ समिट पीएम मोदी ने किया था जिक्र
अगस्त में चीनी विदेश मंत्री वांग यी की भारत यात्रा के दौरान तीन बिंदुओं से सीमा पार व्यापार को फिर से बहाल करने पर सहमति बनी थी। वहीं एससीओ समिट के लिए चीन के तियानजिन के दौरे के वक्त पीएम मोदी ने भी दोनों देशों के बीच सीधी उड़ाने शुरू करने का जिक्र किया था। इसके बाद से ही इस बात को लेकर अटकलें शुरू हो गई थी कि इसे लेकर तारीख कब घोषित की जाएगी।
बता दें कि पिछले साल कजान में पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात के बाद से ही दोनों देशों के बीच बर्फ पिघलनी शुरू हुई और पांच साल के बाद रिश्तों के सामान्यीकरण को लेकर कई कदम उठाए गए हैं।
चीन के लिए जल्द सीधी फ्लाइट
दोनों देश इसे लेकर एयर सर्विस एग्रीमेंट को भी रिवाइज करने पर वार्ताएं कर रहे थे। इन वार्ताओं के बाद इस बात पर सहमति बनी है कि अक्टूबर के आखिर तक भारत और चीन के बीच कुछ डेस्टिनेशंस पर सीधी हवाई सेवाएं शुरू की जा सकती हैं। हालांकि इस दौरान सर्दियों के मौसम के शेड्यूल, दोनों देशों के एयर कैरियर के वाणिज्यिक फैसलों और ऑपरेशनल मापदंडों के पूरा उतरने को ध्यान में रखा जाएगा।
कैसे आगे बढ़ रहे भारत-चीन के रिश्ते
दोनों देशों की सिविल एविएशन अथॉरिटीज के बीच ये करार दोनों देशों के आपसी संबंधों को और मजबूत दिशा देगा, जिससे कि दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंध सामान्यीकरण की ओर बढ़ेंगे। बता दें कि भारत और चीन के बीच साल 2020 में कोविड के बाद से सीधी उड़ानें बंद हो गई थी। इस साल अप्रैल में दोनों देशों की ओर से पांच साल बाद कैलाश मानसरोवर यात्रा शुरू किए जाने का ऐलान हुआ था।
एससीओ समिट पीएम मोदी ने किया था जिक्र
अगस्त में चीनी विदेश मंत्री वांग यी की भारत यात्रा के दौरान तीन बिंदुओं से सीमा पार व्यापार को फिर से बहाल करने पर सहमति बनी थी। वहीं एससीओ समिट के लिए चीन के तियानजिन के दौरे के वक्त पीएम मोदी ने भी दोनों देशों के बीच सीधी उड़ाने शुरू करने का जिक्र किया था। इसके बाद से ही इस बात को लेकर अटकलें शुरू हो गई थी कि इसे लेकर तारीख कब घोषित की जाएगी।
बता दें कि पिछले साल कजान में पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात के बाद से ही दोनों देशों के बीच बर्फ पिघलनी शुरू हुई और पांच साल के बाद रिश्तों के सामान्यीकरण को लेकर कई कदम उठाए गए हैं।
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