पटनाः बिहार में छठ महापर्व के बाद अब राजनीतिक सरगर्मियों का एक नया दौर शुरू है गया है। विपक्षी इंडिया ब्लॉक ( महागठबंधन ) की ओर से आज अपना घोषणापत्र जारी किया गया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के चुनाव प्रचार शुरू करने से एक दिन पहले मंगलवार को महागठबंधन की ओर से घोषणापत्र जारी किया गया।
महागठबंधन के सीएम उम्मीदवार और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि हमने मुख्यमंत्री का चेहरा भी अनाउंस कर दिया है। आज हमने 'तेजस्वी प्रण पत्र' जारी कर दिया। जिसमें बताया गया है कि हम अगले 5 सालों में कैसे काम करेंगे, घोषणापत्र में इसका ब्लूप्रिंट है।
घोषणापत्र को 'तेजस्वी का प्रण पत्र' नाम दिया गया
महागठबंधन ने घोषणापत्र को 'तेजस्वी का प्रण पत्र' नाम दिया गया है। महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने सभी घटक दलों के प्रमुख नेताओं की उपस्थिति में यह प्रण पत्र प्रस्तुत किया।
इंडिया गठबंधन घोषणा पत्र के 12 मुख्य बिंदु
भाजपा और भ्रष्ट अधिकारियों ने नीतीश कुमार को पुतला बनाकर रखा
महागठबंधन के मुख्यमंत्री उम्मीदवार और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि भाजपा के लोगों और भ्रष्ट अधिकारियों ने नीतीश कुमार को पुतला बनाकर रखा है। भाजपा के लोग उनके चेहरे का इस्तेमाल कर रहे हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पहले ही पुष्टि कर दी कि अब नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री बनने नहीं जा रहे। इंडिया गठबंधन ने मुझे मुख्यमंत्री चेहरा घोषित किया है, लेकिन आज तक एनडीए की ऐसी कोई प्रेस कॉन्फ्रेंस या घोषणा नहीं हुई है कि एनडीए की तरफ से मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा।
बिहार को नंबर 1 बनाने का प्रण-तेजस्वी
तेजस्वी यादव ने कहा- आज महागठबंधन और हमारे साथियों के लिए बहुत ही खास दिन है। हमें बिहार में सरकार ही नहीं, बल्कि बिहार को बनाना है।
हमने जनता के सामने हमेशा अपना विजन रखा है और आज 'संकल्प पत्र' बिहार के सामने रख रहे हैं। हमने प्रण लिया है कि बिहार को नंबर 1 बनाएंगे। ये दलों और दिलों का संकल्प है। इन संकल्पों को पूरा करने के लिए अगर हमें जान की बाजी भी लगानी पड़े, तो लगा देंगे। जब कोई बिहारी कुछ ठान लेता है, तो उसे पूरा कर दिखाता है।
सिर्फ घोषणा नहीं, बल्कि लागू करने की प्रतिज्ञा-पवन खेड़ा
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि महागठबंधन ने सबसे पहले अपना प्रतिज्ञा पत्र जारी किया है, जो सिर्फ घोषणा नहीं, बल्कि लागू करने की प्रतिज्ञा है। उन्होंने कहा कि सरकार बनते ही इसे लागू किया जाएगा। पवन खेड़ा ने कहा कि महागठबंधन ने सबसे पहले मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित किया और मेनिफेस्टो लॉन्च किया है। ये दिखाता है- कौन बिहार के लिए गंभीर है और कौन प्रदेश के लिए सोच रहा है। सरकार बनते ही पहले दिन से बिहार के लिए क्या करना है, इस बारे में सिर्फ महागठबंधन विचार कर रहा है।
'एक नए बिहार की नींव' रखेगा-मुकेश सहनी
वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने इसे 'संकल्प पत्र' बताते हुए कहा कि यह 'एक नए बिहार की नींव' रखेगा। उन्होंने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि एनडीए ने अभी तक अपना कोई संकल्प पत्र जारी नहीं किया है, क्योंकि उन्हें लगता है कि बिहार पहले से ही खुशहाल है। सहनी ने दावा किया कि जनता अब बदलाव चाहती है और इसीलिए महागठबंधन की सरकार बनने जा रही है।
पुरानी पेंशन और सामाजिक सुरक्षा पर जोर
घोषणापत्र की प्रमुख बातों पर प्रकाश डालते हुए भाकपा माले के वरिष्ठ नेता दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि इसमें मंडी व्यवस्था को फिर से शुरू करने का वादा किया गया है। सरकारी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन स्कीम को बहाल करने की बात कही गई है, साथ ही सामाजिक सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया गया है। भट्टाचार्य ने घोषणा की कि महागठबंधन की सरकार बनने के तुरंत बाद बुजुर्गों की पेंशन राशि बढ़ाकर 3000 रुपए कर दी जाएगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि घोषणापत्र में किए गए सभी वादे हर हाल में पूरे किए जाएंगे।
बिहार बहुत जल्द बदलने वाला है-आईपी गुप्ता
इस मौके पर इंडियन इंक्लूसिव पार्टी के अध्यक्ष आईपी गुप्ता ने कहा कि बिहार बहुत जल्द बदलने वाला है। प्रदेश एक नौजवान मुख्यमंत्री का इंतजार कर रहा है, जो अपने विजन के साथ ये घोषणापत्र लाया है। ये सिर्फ मेनिफेस्टो नहीं, बिहार के बदलाव का प्रण है।
महागठबंधन के सीएम उम्मीदवार और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि हमने मुख्यमंत्री का चेहरा भी अनाउंस कर दिया है। आज हमने 'तेजस्वी प्रण पत्र' जारी कर दिया। जिसमें बताया गया है कि हम अगले 5 सालों में कैसे काम करेंगे, घोषणापत्र में इसका ब्लूप्रिंट है।
घोषणापत्र को 'तेजस्वी का प्रण पत्र' नाम दिया गया
महागठबंधन ने घोषणापत्र को 'तेजस्वी का प्रण पत्र' नाम दिया गया है। महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने सभी घटक दलों के प्रमुख नेताओं की उपस्थिति में यह प्रण पत्र प्रस्तुत किया।
इंडिया गठबंधन घोषणा पत्र के 12 मुख्य बिंदु
- 1. इंडिया गठबंधन की सरकार बनते ही 20 दिनों के अंदर प्रदेश के हर परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का अधिनियम औ 20 महीने के भीतर नौकरी प्रदान करने की प्रक्रिया प्रारंभ करने की घोषणा।
- 2. सभी जीविका दीदियों को स्थायी किया जाएगा और उन्हें सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाएगा। उनका वेतन 30,000 रुपये प्रतिमाह निर्धारित किया जाएगा।
- 3. सभी संविदाकर्मियों और आउटसोर्सिंग पर कार्यरत कर्मचारियों को स्थाई किया जाएगा।
- 4. आईटी पार्क, स्पेशल इकोनॉमिक जोन , डेयरी-बेस्ड इंडस्ट्रीज, एग्रो बेस्ड इंडस्ट्रीज, स्वास्थ्य सेवा, कृषि उद्योग, फूड प्रोसेसिंग, नवीकरणीय ऊर्जा, लॉजिस्टिक्स, विनिर्माण और पर्यटन के क्षेत्रों में कौशल-आधारित रोज़गार का सृजन किया जाएगा।
- 5. पुरानी पेंशन योजना को लागू किया जाएगा।
- 6. माई-बहिन मान योजना के तहत महिलाओं को 1 दिसंबर से प्रति माह 2,500 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी, और अगले पांच वर्षों तक महिलाओं को प्रतिवर्ष 30,000रुपये प्रदान किया जाएगा।
- 8. हर परिवार को 200 यूनिट बिजली मुफ़्त दी जाएगी।
- 9. माइक्रोफाइनेंस कंपनियों की ओर से किस्त वसूली के दौरान महिलाओं की प्रताड़ना को रोकने तथा मनमाने ब्याज दरों पर नियंत्रण के लिए नियामक कानून बनाया जाएगा। सहारा इंडिया में निवेशकों की फंसी जमा राशि को वापस दिलाने का उच्चस्तरीय प्रयास होगा।
- 10. प्रतियोगिता परीक्षाओं के लिए फॉर्म एवं परीक्षा शुल्क समाप्त किया जाएगा और परीक्षा केंद्र तक आने-जाने के लिए मुफ़्त यात्रा सुविधा प्रदान की जाएगी। पेपर लीक और परीक्षा अनियमितताओं को रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। रोज़गार में बिहार के निवासियों की प्राथमिकता सुनिश्चित करने के लिए सुसंगत डोमिसाइल नीति लागू की जाएगी।
- 11. प्रत्येक अनुमंडल में महिला कॉलेज की स्थापना की जाएगी तथा जिन 136 प्रखंडों में डिग्री कॉलेज नहीं है, उन प्रखंडों में डिग्री कॉलेज खोले जाएंगे।
- 12. शिक्षकों, स्वास्थ्यकर्मियों सहित अन्य सेवाओं के कर्मियों के गृह जिला के 70 किलोमीटर के दायरे में स्थानांतरण एवं तैनाती से सम्बंधित सुसंगत निति बनाई जाएगी। राज्य के सभी वित्त रहित सम्बद्ध महाविद्यालयों को "वित्त सहित महाविद्यालय" का मान्यता देते हुए प्राध्यापकों एवं अन्य कर्मियों को सरकारी वित्त सरित महाविद्यालयों के समान वेतन भत्तापालन करना।
भाजपा और भ्रष्ट अधिकारियों ने नीतीश कुमार को पुतला बनाकर रखा
महागठबंधन के मुख्यमंत्री उम्मीदवार और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि भाजपा के लोगों और भ्रष्ट अधिकारियों ने नीतीश कुमार को पुतला बनाकर रखा है। भाजपा के लोग उनके चेहरे का इस्तेमाल कर रहे हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पहले ही पुष्टि कर दी कि अब नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री बनने नहीं जा रहे। इंडिया गठबंधन ने मुझे मुख्यमंत्री चेहरा घोषित किया है, लेकिन आज तक एनडीए की ऐसी कोई प्रेस कॉन्फ्रेंस या घोषणा नहीं हुई है कि एनडीए की तरफ से मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा।
बिहार को नंबर 1 बनाने का प्रण-तेजस्वी
तेजस्वी यादव ने कहा- आज महागठबंधन और हमारे साथियों के लिए बहुत ही खास दिन है। हमें बिहार में सरकार ही नहीं, बल्कि बिहार को बनाना है।
हमने जनता के सामने हमेशा अपना विजन रखा है और आज 'संकल्प पत्र' बिहार के सामने रख रहे हैं। हमने प्रण लिया है कि बिहार को नंबर 1 बनाएंगे। ये दलों और दिलों का संकल्प है। इन संकल्पों को पूरा करने के लिए अगर हमें जान की बाजी भी लगानी पड़े, तो लगा देंगे। जब कोई बिहारी कुछ ठान लेता है, तो उसे पूरा कर दिखाता है।
#WATCH पटना, बिहार | आगामी बिहार चुनाव 2025 के लिए महागठबंधन ने 'बिहार का तेजस्वी प्रण' शीर्षक से अपना घोषणापत्र जारी किया। pic.twitter.com/Zab5mKLIcR
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 28, 2025
सिर्फ घोषणा नहीं, बल्कि लागू करने की प्रतिज्ञा-पवन खेड़ा
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि महागठबंधन ने सबसे पहले अपना प्रतिज्ञा पत्र जारी किया है, जो सिर्फ घोषणा नहीं, बल्कि लागू करने की प्रतिज्ञा है। उन्होंने कहा कि सरकार बनते ही इसे लागू किया जाएगा। पवन खेड़ा ने कहा कि महागठबंधन ने सबसे पहले मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित किया और मेनिफेस्टो लॉन्च किया है। ये दिखाता है- कौन बिहार के लिए गंभीर है और कौन प्रदेश के लिए सोच रहा है। सरकार बनते ही पहले दिन से बिहार के लिए क्या करना है, इस बारे में सिर्फ महागठबंधन विचार कर रहा है।
'एक नए बिहार की नींव' रखेगा-मुकेश सहनी
वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने इसे 'संकल्प पत्र' बताते हुए कहा कि यह 'एक नए बिहार की नींव' रखेगा। उन्होंने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि एनडीए ने अभी तक अपना कोई संकल्प पत्र जारी नहीं किया है, क्योंकि उन्हें लगता है कि बिहार पहले से ही खुशहाल है। सहनी ने दावा किया कि जनता अब बदलाव चाहती है और इसीलिए महागठबंधन की सरकार बनने जा रही है।
पुरानी पेंशन और सामाजिक सुरक्षा पर जोर
घोषणापत्र की प्रमुख बातों पर प्रकाश डालते हुए भाकपा माले के वरिष्ठ नेता दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि इसमें मंडी व्यवस्था को फिर से शुरू करने का वादा किया गया है। सरकारी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन स्कीम को बहाल करने की बात कही गई है, साथ ही सामाजिक सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया गया है। भट्टाचार्य ने घोषणा की कि महागठबंधन की सरकार बनने के तुरंत बाद बुजुर्गों की पेंशन राशि बढ़ाकर 3000 रुपए कर दी जाएगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि घोषणापत्र में किए गए सभी वादे हर हाल में पूरे किए जाएंगे।
बिहार बहुत जल्द बदलने वाला है-आईपी गुप्ता
इस मौके पर इंडियन इंक्लूसिव पार्टी के अध्यक्ष आईपी गुप्ता ने कहा कि बिहार बहुत जल्द बदलने वाला है। प्रदेश एक नौजवान मुख्यमंत्री का इंतजार कर रहा है, जो अपने विजन के साथ ये घोषणापत्र लाया है। ये सिर्फ मेनिफेस्टो नहीं, बिहार के बदलाव का प्रण है।
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