नई दिल्लीः कॉमेडियन कपिल शर्मा के कनाडा के सरे स्थित रेस्तरां 'कैप्स कैफे' पर गुरुवार को फिर से गोलीबारी हुई। पिछले चार महीनों में यह तीसरी बार है, जब इस कैफे पर हमला हुआ है। इस बार भी लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े गैंगस्टर गोल्डी ढिल्लों और कुलदीप सिद्धू ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। यह पिछले तीन महीने में तीसरा हमला है। पहली फायरिंग 10 जुलाई को हुई थी, जब कैफे में कर्मचारी मौजूद थे। दूसरी घटना 8 अगस्त को हुई थी, जिसमें करीब 25 राउंड गोलियां चलीं। हालांकि, अब तक किसी के घायल होने की खबर नहीं है।
कॉल उठाई नहीं, इसलिए गोली चलीः गोल्डी ढिल्लोंताजा हमले के बाद सोशल मीडिया पर गोल्डी ढिल्लों का एक पोस्ट वायरल हो रहा है, जिसमें उसने तीनों हमलों की जिम्मेदारी ली है। पोस्ट में उसने लिखा कि उसने कपिल शर्मा को फोन किया था, लेकिन उन्होंने कॉल नहीं उठाई। इसलिए यह 'एक्शन' लिया गया। उसने धमकी भरे अंदाज में लिखा, 'अगर अब भी उसने (कपिल शर्मा) कॉल नहीं उठाई, तो अगली कार्रवाई मुंबई में होगी।' सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें एक शख्स कार से फायरिंग करता दिख रहा है। हालांकि NBT डिजिटल इस पोस्ट और वीडियो की पुष्टि नहीं करता।
कौन है गोल्डी ढिल्लों, जो पड़ा है कपिल शर्मा के पीछेगुरप्रीत सिंह उर्फ गोल्डी ढिल्लों पंजाब का कुख्यात गैंगस्टर है, जिस पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने 10 लाख रुपये का इनाम रखा है। वह लॉरेंस बिश्नोई-गोल्डी बराड़ गैंग का अहम सदस्य है और जनवरी 2024 में चंडीगढ़ के सेक्टर-5 में हुई गोलीबारी का आरोपी भी है। यह मामला बाद में NIA ने अपने हाथ में लिया था और ढिल्लों व गोल्डी बराड़ दोनों को फरार अपराधी घोषित किया गया था।
पटियाला से जर्मनी होते हुए कनाडा पहुंचाढिल्लों मूल रूप से पटियाला के राजपुरा का रहने वाला है। 2022 में वह गोल्डी बराड़ के साथ जुड़ा और फिर लॉरेंस बिश्नोई गैंग में शामिल हो गया। वह अवैध तरीकों से भारत से भागकर जर्मनी पहुंचा, और फिलहाल उसके यूरोप में छिपे होने की आशंका है। उसके खिलाफ 12 से ज्यादा केस दर्ज हैं, जिनमें हत्या के प्रयास, वसूली और आर्म्स एक्ट के मामले शामिल हैं। पुलिस का कहना है कि वह भारत और कनाडा दोनों जगहों पर वसूली के धंधे में एक्टिव है। जून 2025 में गोल्डी ढिल्लों ने कनाडा के कारोबारी सतविंदर शर्मा (57) की हत्या की जिम्मेदारी भी ली थी। सतविंदर शर्मा सरे में 1992 से एक वर्कफोर्स सप्लाई कंपनी चला रहे थे।
बाबर खालसा से संबंधइस साल की शुरुआत में पंजाब पुलिस ने दावा किया था कि उन्होंने ढिल्लों के 'टारगेट किलिंग मॉड्यूल'का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने पटियाला से दो गुर्गों को गिरफ्तार किया, जिन्हें मोहाली और राजपुरा में हत्याएं करने का काम दिया गया था। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, ढिल्लों के बाबर खालसा इंटरनेशनल (BKI) जैसे खालिस्तानी संगठनों से भी संबंध बढ़ रहे हैं। बहरहाल, तीसरे हमले के बाद अब कनाडा पुलिस ने मामले की जांच तेज कर दी है, जबकि पंजाब पुलिस और NIA भी ढिल्लों की लोकेशन को ट्रैक करने में जुटी हैं।
कॉल उठाई नहीं, इसलिए गोली चलीः गोल्डी ढिल्लोंताजा हमले के बाद सोशल मीडिया पर गोल्डी ढिल्लों का एक पोस्ट वायरल हो रहा है, जिसमें उसने तीनों हमलों की जिम्मेदारी ली है। पोस्ट में उसने लिखा कि उसने कपिल शर्मा को फोन किया था, लेकिन उन्होंने कॉल नहीं उठाई। इसलिए यह 'एक्शन' लिया गया। उसने धमकी भरे अंदाज में लिखा, 'अगर अब भी उसने (कपिल शर्मा) कॉल नहीं उठाई, तो अगली कार्रवाई मुंबई में होगी।' सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें एक शख्स कार से फायरिंग करता दिख रहा है। हालांकि NBT डिजिटल इस पोस्ट और वीडियो की पुष्टि नहीं करता।
कौन है गोल्डी ढिल्लों, जो पड़ा है कपिल शर्मा के पीछेगुरप्रीत सिंह उर्फ गोल्डी ढिल्लों पंजाब का कुख्यात गैंगस्टर है, जिस पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने 10 लाख रुपये का इनाम रखा है। वह लॉरेंस बिश्नोई-गोल्डी बराड़ गैंग का अहम सदस्य है और जनवरी 2024 में चंडीगढ़ के सेक्टर-5 में हुई गोलीबारी का आरोपी भी है। यह मामला बाद में NIA ने अपने हाथ में लिया था और ढिल्लों व गोल्डी बराड़ दोनों को फरार अपराधी घोषित किया गया था।
पटियाला से जर्मनी होते हुए कनाडा पहुंचाढिल्लों मूल रूप से पटियाला के राजपुरा का रहने वाला है। 2022 में वह गोल्डी बराड़ के साथ जुड़ा और फिर लॉरेंस बिश्नोई गैंग में शामिल हो गया। वह अवैध तरीकों से भारत से भागकर जर्मनी पहुंचा, और फिलहाल उसके यूरोप में छिपे होने की आशंका है। उसके खिलाफ 12 से ज्यादा केस दर्ज हैं, जिनमें हत्या के प्रयास, वसूली और आर्म्स एक्ट के मामले शामिल हैं। पुलिस का कहना है कि वह भारत और कनाडा दोनों जगहों पर वसूली के धंधे में एक्टिव है। जून 2025 में गोल्डी ढिल्लों ने कनाडा के कारोबारी सतविंदर शर्मा (57) की हत्या की जिम्मेदारी भी ली थी। सतविंदर शर्मा सरे में 1992 से एक वर्कफोर्स सप्लाई कंपनी चला रहे थे।
बाबर खालसा से संबंधइस साल की शुरुआत में पंजाब पुलिस ने दावा किया था कि उन्होंने ढिल्लों के 'टारगेट किलिंग मॉड्यूल'का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने पटियाला से दो गुर्गों को गिरफ्तार किया, जिन्हें मोहाली और राजपुरा में हत्याएं करने का काम दिया गया था। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, ढिल्लों के बाबर खालसा इंटरनेशनल (BKI) जैसे खालिस्तानी संगठनों से भी संबंध बढ़ रहे हैं। बहरहाल, तीसरे हमले के बाद अब कनाडा पुलिस ने मामले की जांच तेज कर दी है, जबकि पंजाब पुलिस और NIA भी ढिल्लों की लोकेशन को ट्रैक करने में जुटी हैं।
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