माधुरी सेंगर, गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद स्थित हज हाउस अब शादी की शहनाई से गूंजेगा। इसके लिए योजना तैयार की गई है। दरअसल, वर्ष 2014 में 52 करोड़ की लागत से बने हज हाउस की स्थिति दयनीय हो गई है। इसके बाद इसको लेकर नया निर्णय सामने आया है। हिंडन नदी के किनारे जीटी रोड पर 2016 में बने हज हाउस में अब शादी ब्याह के टेंट लग रहे हैं।
गाजियाबाद हज भवन 52 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हुआ था, लेकिन आज जर्जर हालत के कारण इसकी देखरेख के लिए यहां नया प्रयोग शुरू किया गया है। केवल 25 हजार रुपये जमा कर कोई भी परिवार यहां वैवाहिक आयोजन कर सकता है। इसके लिए यहां की कमेटी से संपर्क करना होगा। हज हाउस कमिटी ने एक पूरा ब्लॉक वैवाहिक कार्यक्रमों के लिए खोल दिया है।
ओपन एरिया भी मिलेगाहज हाउस के अंदर हाल की बुकिंग के साथ-साथ बाहर के ओपन एरिया में टेंट की व्यवस्था भी की जा रही है। बुकिंग के लिए एक तय फॉर्मेट बनाया गया है। इसके तहत आयोजक को सीधे अधिकृत ट्रेनर से संपर्क करना होगा। कार्यक्रम के बाद साफ-सफाई की जिम्मेदारी आयोजक की होगी। इस व्यवस्था के संचालन के लिए जिले में एक टीम भी बनाई गई है।
मरम्मत-आधुनिकीकरण पर काम नहींहज कमेटी के सदस्यों के अनुसार, भवन की मरम्मत और आधुनिकीकरण के लिए 15 करोड़ रुपये का प्रस्ताव है। यह प्रस्ताव स्वीकृत भी है, लेकिन अब तक इस पर कार्रवाई नहीं हुई है। हज हाउस की दीवारों से लेकर कमरे तक, कई हिस्सों में मरम्मत की सख्त जरूरत है।
खूब हुई थी चर्चाहज हाउस जब तैयार हुआ था तो खूब इसकी खूब चर्चा हुई थी। इसमें 36 वीआईपी कमरे बनाए गए थे। एक समय 1886 यात्री एक साथ यहां ठहर सकते थे। हालांकि अब स्थिति जर्जर हो गई है। इसके बाद यहां वैवाहिक कार्यक्रमों के आयोजन को मंजूरी दी गई है। हज हाउस गाजियाबाद टीम ने बताया कि इसमें शादी और वैवाहिक कार्यक्रम के लिए 40 बुकिंग के आसपास हो चुकी है।
गाजियाबाद हज भवन 52 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हुआ था, लेकिन आज जर्जर हालत के कारण इसकी देखरेख के लिए यहां नया प्रयोग शुरू किया गया है। केवल 25 हजार रुपये जमा कर कोई भी परिवार यहां वैवाहिक आयोजन कर सकता है। इसके लिए यहां की कमेटी से संपर्क करना होगा। हज हाउस कमिटी ने एक पूरा ब्लॉक वैवाहिक कार्यक्रमों के लिए खोल दिया है।
ओपन एरिया भी मिलेगाहज हाउस के अंदर हाल की बुकिंग के साथ-साथ बाहर के ओपन एरिया में टेंट की व्यवस्था भी की जा रही है। बुकिंग के लिए एक तय फॉर्मेट बनाया गया है। इसके तहत आयोजक को सीधे अधिकृत ट्रेनर से संपर्क करना होगा। कार्यक्रम के बाद साफ-सफाई की जिम्मेदारी आयोजक की होगी। इस व्यवस्था के संचालन के लिए जिले में एक टीम भी बनाई गई है।
मरम्मत-आधुनिकीकरण पर काम नहींहज कमेटी के सदस्यों के अनुसार, भवन की मरम्मत और आधुनिकीकरण के लिए 15 करोड़ रुपये का प्रस्ताव है। यह प्रस्ताव स्वीकृत भी है, लेकिन अब तक इस पर कार्रवाई नहीं हुई है। हज हाउस की दीवारों से लेकर कमरे तक, कई हिस्सों में मरम्मत की सख्त जरूरत है।
खूब हुई थी चर्चाहज हाउस जब तैयार हुआ था तो खूब इसकी खूब चर्चा हुई थी। इसमें 36 वीआईपी कमरे बनाए गए थे। एक समय 1886 यात्री एक साथ यहां ठहर सकते थे। हालांकि अब स्थिति जर्जर हो गई है। इसके बाद यहां वैवाहिक कार्यक्रमों के आयोजन को मंजूरी दी गई है। हज हाउस गाजियाबाद टीम ने बताया कि इसमें शादी और वैवाहिक कार्यक्रम के लिए 40 बुकिंग के आसपास हो चुकी है।
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