नई दिल्ली: आज से लगभग तीन साल पहले अपने पार्टनर के हाथों दर्दनाक मौत पाने वाली श्रद्धा वाल्कर का अंतिम संस्कार आज भी अधूरा है। इस पर गौर करते हुए अदालत ने सभी पक्षों को तय तारीखों पर जरूरी सामग्री के साथ मौजूद रहने का निर्देश दिया, ताकि मुकदमे की सुनवाई तेजी से दिन-प्रतिदिन पूरी हो सके। मुंबई की रहने वाली श्रद्धा की दिल्ली के महरौली में 18 मई 2022 में उसके लिव इन पार्टनर आफताब अमीन पूनावाल ने कथित तौर पर हत्या कर दी थी।
श्रद्धा केस में साकेत कोर्ट ने क्या कहा
साकेत कोर्ट में एडिशनल सेशन जज ( PTC ) हरगुरविंदर सिंह जग्गी ने 17 अक्टूबर को पारित आदेश में कहा कि मामले की संवेदनशीलता और इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए कि मृतक/पीड़ित का अभी तक अंतिम संस्कार नहीं हुआ है। अदालत सभी पक्षों को स्पष्ट तारीखों (केस डायरी) के साथ आने का निर्देश देना उचित समझती है ताकि मुकदमे को दिन- प्रतिदिन सुनवाई के लिए लगाया जा सके।
तीन साल पहले हुआ था श्रद्धा का मर्डरइसके साथ ही अदालत ने 11, 12, 14 और 15 नवंबर की तारीखें दोपहर 2 बजे से केवल इस मामले की सुनवाई के लिए सुरक्षित कर ली। नवंबर 2022 में साउथ दिल्ली का छतरपुर पहाड़ी इलाका अचानक सुर्खियों में आया। श्रद्धा वाल्कर की उसकी लिव-इन पार्टनर आफताब अमीन पूनावाला ने हत्या कर दी थी। लाश के टुकड़े-टुकड़े कर डाले थे।
लिव-इन पार्टनर आफताब पर आरोपछतरपुर पहाड़ी के 'डी' ब्लॉक के एक फ्लैट में सब कुछ हुआ था। पेशे से शेफ, पूनावाला ने मर्डर के बाद उसी फ्लैट में श्रद्धा की लाश के टुकड़े-टुकड़े किए। आसपास के लोग मामले का खुलासा होने पर सहम से गए थे। आफताब को बाद में पुलिस ने पकड़ा। फिर आरोपी ने जज के सामने कबूल कर लिया कि उसने गुस्से में श्रद्धा का कत्ल किया था।
दिल्ली की साकेट कोर्ट में सुनवाई के दौरान आफताब ने जज के सामने कहा था मैंने जो किया, गुस्से में किया। गौर करने वाली बात यह है कि आफताब ने यह नहीं कबूल किया कि उसने श्रद्धा का मर्डर किया। उसने कहा कि जो कुछ हुआ वह गुस्से में हुआ।
श्रद्धा केस में साकेत कोर्ट ने क्या कहा
साकेत कोर्ट में एडिशनल सेशन जज ( PTC ) हरगुरविंदर सिंह जग्गी ने 17 अक्टूबर को पारित आदेश में कहा कि मामले की संवेदनशीलता और इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए कि मृतक/पीड़ित का अभी तक अंतिम संस्कार नहीं हुआ है। अदालत सभी पक्षों को स्पष्ट तारीखों (केस डायरी) के साथ आने का निर्देश देना उचित समझती है ताकि मुकदमे को दिन- प्रतिदिन सुनवाई के लिए लगाया जा सके।
तीन साल पहले हुआ था श्रद्धा का मर्डरइसके साथ ही अदालत ने 11, 12, 14 और 15 नवंबर की तारीखें दोपहर 2 बजे से केवल इस मामले की सुनवाई के लिए सुरक्षित कर ली। नवंबर 2022 में साउथ दिल्ली का छतरपुर पहाड़ी इलाका अचानक सुर्खियों में आया। श्रद्धा वाल्कर की उसकी लिव-इन पार्टनर आफताब अमीन पूनावाला ने हत्या कर दी थी। लाश के टुकड़े-टुकड़े कर डाले थे।
लिव-इन पार्टनर आफताब पर आरोपछतरपुर पहाड़ी के 'डी' ब्लॉक के एक फ्लैट में सब कुछ हुआ था। पेशे से शेफ, पूनावाला ने मर्डर के बाद उसी फ्लैट में श्रद्धा की लाश के टुकड़े-टुकड़े किए। आसपास के लोग मामले का खुलासा होने पर सहम से गए थे। आफताब को बाद में पुलिस ने पकड़ा। फिर आरोपी ने जज के सामने कबूल कर लिया कि उसने गुस्से में श्रद्धा का कत्ल किया था।
दिल्ली की साकेट कोर्ट में सुनवाई के दौरान आफताब ने जज के सामने कहा था मैंने जो किया, गुस्से में किया। गौर करने वाली बात यह है कि आफताब ने यह नहीं कबूल किया कि उसने श्रद्धा का मर्डर किया। उसने कहा कि जो कुछ हुआ वह गुस्से में हुआ।
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