नई दिल्लीः दिल्ली के नेहरू विहार में रहने वाला युवक टेलिग्राम ऐप के जरिए साइबर ठगों के चंगुल में जा फंसा। दरअसल आरोपियों ने गरीब लोगों व स्टूडेंट को कम रुपये निवेश करके मुनाफा कमाने का ऐड दिया हुआ था। आरोपियों ने पीड़ित को उधार लेकर उन्हें रकम देने पर मजबूर किया। इसके बाद और रुपये मांगे तो पीड़ित को समझ आ गया कि उनके साथ फ्रॉड हुआ है। जिसके बाद उन्होंने पुलिस में शिकायत दी, जिस पर नॉर्थ साइबर पुलिस ने केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
UPSC स्टूडेंट्स के साथ ठगीपुलिस के मुताबिक, 26 वर्षीय पीड़ित अमन मीणा नेहरू विहार इलाके में रहते हैं। वह UPSC की तैयारी कर रहे हैं। 12 अगस्त को उन्होंने टेलिग्राम पर एक ऐड देखा था, जिसमें दावा किया गया था कि जिस गरीब आदमी या स्टूडेंट को रुपयों की जरूरत है, वो मेरे पास 3 से 5 हजार रुपये निवेश करके भी मुनाफा कमा सकते हैं। पीड़ित को लगा कि वह रुपये कमाकर घरवालों की मदद कर पाएंगे। पीड़ित ने ऐड पर क्लिक किया तो वो उन्हें एक वॉट्सऐप नंबर पर ले आया। वहां चैट होने लगी। चैट करने वाले ने क्यूआर कोड भेजा। पीड़ित ने दो ट्रांजेक्शन में 2 हजार और 1 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। लेकिन आरोपी ने कहा कि अब 3 हजार और 5 हजार वाले में लोग ज्यादा हो गए हैं। इसलिए आपकी जॉइनिंग 8 हजार वाले में होगी।
पूरी रकम ना दिए बिना मुनाफा नहीं मिलेगापीड़ित ने कहा कि मेरे पास इतने रुपये नहीं हैं तो आरोपी ने कहा कि किसी से उधार ले लो। 45 मिनट में जॉइनिंग करवाकर रुपये वापस लौटा दूंगा। पीड़ित ने 5 हजार रुपये और दे दिए। 45 मिनट बाद आरोपी ने मैसेज करके कहा कि कंपनी में उनका प्रोफिट जमा हो गया है। अब मुनाफे का पैसा निकलने के लिए SIP का पैसा जमा करना पड़ेगा जो कि 16,265 था। पीड़ित ने यह भी दे दिए। 2 मिनट बाद आरोपी ने कहा कि पूरी रकम 16,265.40 रूपए थी, इसलिए 16,266 भेजने थे। यह दिए बिना मुनाफा नहीं मिलेगा। पीड़ित ने दोबारा 16,266 रुपये दिए। अब दस मिनट बाद आरोपी जीएसटी मांगने लगा, जिसके बाद पीड़ित को ठगे जाने का ऐहसास हो गया। उन्होंने आरोपी के खिलाफ शिकायत की, जिस पर केस दर्ज कर लिया गया है।
UPSC स्टूडेंट्स के साथ ठगीपुलिस के मुताबिक, 26 वर्षीय पीड़ित अमन मीणा नेहरू विहार इलाके में रहते हैं। वह UPSC की तैयारी कर रहे हैं। 12 अगस्त को उन्होंने टेलिग्राम पर एक ऐड देखा था, जिसमें दावा किया गया था कि जिस गरीब आदमी या स्टूडेंट को रुपयों की जरूरत है, वो मेरे पास 3 से 5 हजार रुपये निवेश करके भी मुनाफा कमा सकते हैं। पीड़ित को लगा कि वह रुपये कमाकर घरवालों की मदद कर पाएंगे। पीड़ित ने ऐड पर क्लिक किया तो वो उन्हें एक वॉट्सऐप नंबर पर ले आया। वहां चैट होने लगी। चैट करने वाले ने क्यूआर कोड भेजा। पीड़ित ने दो ट्रांजेक्शन में 2 हजार और 1 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। लेकिन आरोपी ने कहा कि अब 3 हजार और 5 हजार वाले में लोग ज्यादा हो गए हैं। इसलिए आपकी जॉइनिंग 8 हजार वाले में होगी।
पूरी रकम ना दिए बिना मुनाफा नहीं मिलेगापीड़ित ने कहा कि मेरे पास इतने रुपये नहीं हैं तो आरोपी ने कहा कि किसी से उधार ले लो। 45 मिनट में जॉइनिंग करवाकर रुपये वापस लौटा दूंगा। पीड़ित ने 5 हजार रुपये और दे दिए। 45 मिनट बाद आरोपी ने मैसेज करके कहा कि कंपनी में उनका प्रोफिट जमा हो गया है। अब मुनाफे का पैसा निकलने के लिए SIP का पैसा जमा करना पड़ेगा जो कि 16,265 था। पीड़ित ने यह भी दे दिए। 2 मिनट बाद आरोपी ने कहा कि पूरी रकम 16,265.40 रूपए थी, इसलिए 16,266 भेजने थे। यह दिए बिना मुनाफा नहीं मिलेगा। पीड़ित ने दोबारा 16,266 रुपये दिए। अब दस मिनट बाद आरोपी जीएसटी मांगने लगा, जिसके बाद पीड़ित को ठगे जाने का ऐहसास हो गया। उन्होंने आरोपी के खिलाफ शिकायत की, जिस पर केस दर्ज कर लिया गया है।
You may also like
भारत के 10 सबसे भ्रष्ट विभाग: एक विस्तृत विश्लेषण
Sabar Bonda: A Touching Tale of Love and Loss in Rural Maharashtra
कनाडा में परिवार के घर में घुसा विशाल भालू, देखिए क्या हुआ
पान के पत्ते के अद्भुत स्वास्थ्य लाभ: यौन स्वास्थ्य से लेकर कैंसर रोकने तक
Marathi Film 'Sabar Bonda' Set to Release in India After Sundance Success