नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट में महिला टीम के पहली बार वर्ल्ड चैंपियन बनने पर उत्साह का माहौल है। हर तरफ जश्न मनाया जा रहा है, इनामों की बौछार हो रही है। टीम इंडिया को ICC से तो वर्ल्ड कप जीतने के लिए करीब 39 करोड़ रुपये की रकम मिली ही है, वहीं भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने भी 'कारूं का खजाना' खोल दिया है। BCCI ने टीम को 51 करोड़ रुपये का इनाम दने की घोषणा की है। इस रकम में जहां टीम में शामिल 15 क्रिकेटरों को हिस्सा मिलेगा, वहीं उसके हेड कोच समेत पूरे सपोर्ट स्टाफ भी इसके हिस्सेदार बनेंगे। इतना ही नहीं इस वर्ल्ड चैंपियन टीम को चुनने वाले सलेकटर्स के पैनल को भी इस रकम में हिस्सा देने की घोषणा की गई थी। अब इस घोषणा में एक बड़ा ट्विस्ट सामने आया है। BCCI ने स्पष्ट किया है कि इस इनामी रकम में किन सलेक्टर्स की 'लॉटरी' लगेगी और किनकी झोली खाली रहेगी।   
   
मौजूदा कमेटी ने नहीं किया था टीम का सलेक्शनबीसीसीआई की घोषणा के तहत इनामी रकम में किन सलेक्टर्स को हिस्सा मिलेगा, इसे लेकर बड़ा कंफ्यूजन पैदा हो रहा था। दरअसल, महिला क्रिकेट की मौजूदा सीनियर सलेक्शन कमेटी का चयन 28 सितंबर को बोर्ड की AGM में किया गया था, जिसमें अमिता शर्मा के नेतृत्व में सुलक्षणा नाइक, जया शर्मा और श्रावंती नायडू शामिल हैं। इस कमेटी में श्यामा डे शॉ भी हैं, जो पहले से ही सलेक्शन कमेटी का हिस्सा थीं। इसके उलट वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया का सलेक्शन नीतू डेविड के नेतृत्व वाली पिछली कमेटी ने 4 सितंबर को किया था।
     
मौजूदा कमेटी नहीं दिखी थी वर्ल्ड कप मैचों मेंअमिता शर्मा की मौजूदा सलेक्शन कमेटी वर्ल्ड कप मैचों के दौरान नहीं दिखाई दी थी, क्योंकि बोर्ड की तरफ से उन्हें घरेलू क्रिकेट पर फोकस करने के लिए कहा गया था। इस दौरान देश में अलग-अलग जगह पर अंडर-19 और सीनियर महिला ट्रॉफी के मैच खेले जा रहे थे, जिनमें इस सलेक्टर्स की ड्यूटी लगाई गई थी। हालांकि नवी मुंबई में जब डीवाई पाटिल स्टेडियम में टीम इंडिया सेमीफाइनल और फाइनल मैच खेल रही थी तो इनमें से कुछ सलेक्टर्स वहां पहुंची थी। फाइनल मैच के लिए नीतू डेविड के नेतृत्व वाली पिछली सलेक्शन कमेटी को आमंत्रण नहीं मिला था, इसलिए उसके मेंबर्स वहां नहीं दिखे थे।
     
किसे मिलेगा इनाम में हिस्सा, ये हो रहा था कंफ्यूजनबीसीसीआई की घोषणा में सलेक्टर्स को भी 51 करोड़ रुपये के बोनस में हिस्सा देने की बात कही गई थी। इससे विवाद शुरू हो गया था कि किसे हिस्सा मिलेगा? 'क्रिक बज' की रिपोर्ट के मुताबिक, बीसीसीआई के एक सीनियर मेंबर ने स्पष्ट कर दिया है कि यह हिस्सा मौजूदा नहीं बल्कि नीतू डेविड वाले पुराने पैनल के मेंबर्स को दिया जाएगा, जिन्होंने चैंपियन टीम का चयन किया था।
   
शेफाली के सलेक्शन में सलेक्टर्स नहीं थे शामिलबीसीसीआई के सीनियर मेंबर ने यह भी बताया है कि प्रतिका रावल को चोट लगने पर शेफाली को टीम में सलेक्टर्स ने नहीं चुना था। शेफाली को सेमीफाइनल और फाइनल के लिए टीम में शामिल किया गया था। यह फैसला टीम मैनेजमेंट ने खुद लिया था, क्योंकि प्रतिका रावल की गैरमौजूदगी में बेहतरीन इंटरनेशनल अनुभव वाली वो ही इकलौती ओपनिंग बैटर थीं। मैनेजमेंट का यह दांव बिल्कुल फिट बैठा है और शेफाली टीम के लिए फाइनल में मैच विनर साबित हुई हैं।
  
मौजूदा कमेटी ने नहीं किया था टीम का सलेक्शनबीसीसीआई की घोषणा के तहत इनामी रकम में किन सलेक्टर्स को हिस्सा मिलेगा, इसे लेकर बड़ा कंफ्यूजन पैदा हो रहा था। दरअसल, महिला क्रिकेट की मौजूदा सीनियर सलेक्शन कमेटी का चयन 28 सितंबर को बोर्ड की AGM में किया गया था, जिसमें अमिता शर्मा के नेतृत्व में सुलक्षणा नाइक, जया शर्मा और श्रावंती नायडू शामिल हैं। इस कमेटी में श्यामा डे शॉ भी हैं, जो पहले से ही सलेक्शन कमेटी का हिस्सा थीं। इसके उलट वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया का सलेक्शन नीतू डेविड के नेतृत्व वाली पिछली कमेटी ने 4 सितंबर को किया था।
मौजूदा कमेटी नहीं दिखी थी वर्ल्ड कप मैचों मेंअमिता शर्मा की मौजूदा सलेक्शन कमेटी वर्ल्ड कप मैचों के दौरान नहीं दिखाई दी थी, क्योंकि बोर्ड की तरफ से उन्हें घरेलू क्रिकेट पर फोकस करने के लिए कहा गया था। इस दौरान देश में अलग-अलग जगह पर अंडर-19 और सीनियर महिला ट्रॉफी के मैच खेले जा रहे थे, जिनमें इस सलेक्टर्स की ड्यूटी लगाई गई थी। हालांकि नवी मुंबई में जब डीवाई पाटिल स्टेडियम में टीम इंडिया सेमीफाइनल और फाइनल मैच खेल रही थी तो इनमें से कुछ सलेक्टर्स वहां पहुंची थी। फाइनल मैच के लिए नीतू डेविड के नेतृत्व वाली पिछली सलेक्शन कमेटी को आमंत्रण नहीं मिला था, इसलिए उसके मेंबर्स वहां नहीं दिखे थे।
किसे मिलेगा इनाम में हिस्सा, ये हो रहा था कंफ्यूजनबीसीसीआई की घोषणा में सलेक्टर्स को भी 51 करोड़ रुपये के बोनस में हिस्सा देने की बात कही गई थी। इससे विवाद शुरू हो गया था कि किसे हिस्सा मिलेगा? 'क्रिक बज' की रिपोर्ट के मुताबिक, बीसीसीआई के एक सीनियर मेंबर ने स्पष्ट कर दिया है कि यह हिस्सा मौजूदा नहीं बल्कि नीतू डेविड वाले पुराने पैनल के मेंबर्स को दिया जाएगा, जिन्होंने चैंपियन टीम का चयन किया था।
शेफाली के सलेक्शन में सलेक्टर्स नहीं थे शामिलबीसीसीआई के सीनियर मेंबर ने यह भी बताया है कि प्रतिका रावल को चोट लगने पर शेफाली को टीम में सलेक्टर्स ने नहीं चुना था। शेफाली को सेमीफाइनल और फाइनल के लिए टीम में शामिल किया गया था। यह फैसला टीम मैनेजमेंट ने खुद लिया था, क्योंकि प्रतिका रावल की गैरमौजूदगी में बेहतरीन इंटरनेशनल अनुभव वाली वो ही इकलौती ओपनिंग बैटर थीं। मैनेजमेंट का यह दांव बिल्कुल फिट बैठा है और शेफाली टीम के लिए फाइनल में मैच विनर साबित हुई हैं।
You may also like

Bilaspur Train Accident: मालगाड़ी पर चढ़ गई पैसेंजर ट्रेन, महिला बोगी क्षतिग्रस्त, कई लोगों की मौत; मंजर है भयावह

8वां वेतन आयोग: 18 महीने में रिपोर्ट, 3 सदस्य और क्या...? सरकार के नए नोटिफिकेशन से जानें सबकुछ

'बैंक क्रेडिट ग्रोथ' डिपॉजिट ग्रोथ से निकली आगे, फेस्टिव डिमांड और जीएसटी रेट कट का दिखा असर

14 साल के वैभव सूर्यवंशी ने इंडिया ए टीम में मौका मिलते ही खेल डाली धाकड़ पारी, पाकिस्तान की अब खैर नहीं

महाराष्ट्र चुनाव आयोग का ऐलान, नगर निकायों के लिए 2 दिसंबर को वोटिंग और 3 दिसंबर को आएंगे नतीजे




