मुंबई – पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में डोंबिवली के तीन निवासियों की मौत पर आक्रोश और दुख व्यक्त करने के लिए आज डोंबिवली पूरी तरह बंद रहा। बाजारों में बड़ी दुकानों के अलावा सब्जी मंडियां, निजी संस्थान, छोटी ट्रक दुकानें और खान-पान की दुकानें बंद रहीं। यहां तक कि सड़कों पर ऑटो रिक्शा भी नहीं चल रहे थे। डोंबिवली के तीन चचेरे भाइयों हेमंत जोशी, संजय लेले और अतुल मोने की आतंकवादी हमले में मौत के बाद डोंबिवली में व्यापक जन आक्रोश है। कल रात तीनों के अंतिम संस्कार में भी बड़ी भीड़ मौजूद थी। इस हत्याकांड पर आक्रोश व्यक्त करने और इन तीन निवासियों के सम्मान में डोंबिवली बंद की घोषणा की गई। आज आपातकालीन सेवाएं, अस्पताल, मेडिकल स्टोर और आवश्यक दुकानों को छोड़कर सब कुछ बंद रहा। कुछ दुकानें शाम 5 बजे के बाद भी खुली रहीं। बंद के बारे में डोंबिवली के कपड़ा व्यापारी किरण व्यास ने ‘गुजरात समाचार’ को बताया कि आतंकी हमले में डोंबिवली के निवासियों ने अपने परिवार का सहारा खो दिया है। इसलिए विरोध स्वरूप तथा उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए भारत बंद की घोषणा होने पर सभी व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद रखीं। शॉपिंग सेंटर से लेकर दुकानें और बाजार तक सब कुछ बंद रहा। सड़कों पर बहुत कम आवाजाही थी।
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