नई दिल्ली: भारत ने बांग्लादेश से रेडीमेड गारमेंट्स, फलों और फलों के स्वाद वाले शीतल पेय तथा कार्बोनेटेड पेय के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है। बांग्लादेश से आने वाला माल, चाहे वह जमीन से हो या समुद्र से, अब भारत में उपलब्ध नहीं होगा।
मुख्य बात यह है कि बांग्लादेश के व्यापार पर भारत के प्रतिबंधों का बहुत गंभीर प्रभाव पड़ रहा है, क्योंकि बांग्लादेश के कुल निर्यात का 70 प्रतिशत से अधिक भारत को जाता है। इसके अलावा, इसका 42 प्रतिशत आयात भारत से होता है। परिणामस्वरूप, भारत द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के कारण बांग्लादेश को 770 मिलियन डॉलर का व्यापार घाटा होने की संभावना है।
बांग्लादेश के स्थल बंदरगाहों और शुष्क बंदरगाहों में से, बांग्लादेशी माल अखुरा और दावकी बंदरगाहों के माध्यम से भारत आता है। अब जबकि भारत ने आयात बंद कर दिया है, बांग्लादेश को कम से कम 770 मिलियन डॉलर का व्यापार घाटा होने की संभावना है।
इससे पहले, बांग्लादेश ने भारत से ‘धागे’ (भूमि मार्ग से) का आयात बंद कर दिया था। भारत ने बांग्लादेश को दी जाने वाली ‘ट्रांसशिपमेंट सुविधा’ भी बंद कर दी है। अब बांग्लादेश वास्तव में इस आर्थिक नाकेबंदी से जूझ रहा है, यही कारण है कि इसके व्यापार और वाणिज्य मंत्री के वाणिज्यिक सलाहकार शेख बशीरुद्दीन ने संवाददाताओं से कहा, “हम इस गड़बड़ी को सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं।”
यह सर्वविदित है कि पिछले वर्ष अगस्त में बांग्लादेश की भारत समर्थक प्रधानमंत्री शेख हसीना को पाकिस्तान समर्थक दंगाइयों द्वारा अपदस्थ किये जाने के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ रहा है। दूसरी ओर, बांग्लादेश भारत द्वारा बर्बाद होने का जोखिम नहीं उठा सकता।
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