इंटरनेट डेस्क। धनतेरस का त्योहार देशभर में 18 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस दिन की तैयारी जोरो शोरो से चल रही हैं और इसी दिन से पांच दिवसीय दीपोत्सव की शुरूआत हो जाएगी। वैसे धनतेरस को खरीदारी करना शुभ माना गया है। इस दिन सोना-चांदी के साथ एक झाड़ू और थोड़ा धनिया जरूर लें, ये दोनों वस्तुएं केवल परंपरा नहीं बल्कि सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि का प्रतीक हैं।
झाड़ू खरीदने का महत्व
धनतेरस पर झाड़ू खरीदने की परंपरा बहुत पुरानी है, हिंदू धर्म में झाड़ू को ‘लक्ष्मी का प्रतीक’ माना गया है, कहा जाता है कि जैसे झाड़ू घर की गंदगी को साफ करता है, वैसे ही यह नकारात्मक ऊर्जा और दरीद्रता को भी दूर करता है, धार्मिक मान्यता के अनुसार, नई झाड़ू खरीदने से घर में लक्ष्मी का आगमन होता है और पुराने झाड़ू को त्यागना दरिद्रता को बाहर निकालने का प्रतीक है।
झाड़ू खरीदने का सही समय
धनतेरस के दिन प्रदोष काल यानी सूर्यास्त के बाद का समय झाड़ू खरीदने के लिए शुभ माना जाता है, इस समय खरीदी गई वस्तु को पूरे साल के लिए शुभ और लाभकारी माना जाता है।
धनिया के बीज खरीदने की परंपरा
धनतेरस पर धनिया के बीज खरीदने की परंपरा भी उतनी ही महत्वपूर्ण है, इसका कारण सिर्फ धार्मिक नहीं बल्कि व्यावहारिक भी है, हिंदी में “धनिया” शब्द में “धन” शब्द शामिल है, जो सीधे-सीधे धन और समृद्धि से जुड़ा हुआ है। लोगों का मानना है कि धनतेरस के दिन खरीदा गया धनिया पूरे साल आर्थिक स्थिरता और समृद्धि लाता है।
pc- hindustan
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