इंटरनेट डेस्क। विज्ञान कितनी भी बड़ी-बड़ी बातें क्यों न कर ले लेकिन आज भी कुछ ऐसे सवाल हैं जिनका जवाब विज्ञान के पास नहीं है। इन सवालों के जवाब जानने के लिए आपको अपने धर्म और शास्त्र की जानकारी होनी चाहिए। अगर आपको इस विषय में जानकारी नहीं है तो फिर आप किसी धर्म के जानकार से इस बारे में पूछ सकते हैं। आज हम आपको एक ऐसे ही सवाल के जवाब के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे लेकर अक्सर लोग चिंता में रहते हैं। सबसे सामान्य बात यह है कि इंसान जो दुनिया में आया है उसे मारना ही होता है। लेकिन करने के बाद क्या वह अपने परिवार के दूसरे लोगों से फिर से मिल पाता है... क्या ऐसा संभव हो पता है... आईए जानते हैं हिंदू धर्म की पुस्तक गरुड़ पुराण इस बारे में क्या कहती है....
परिवार के लोगों से मिलना है संभवगरुड़ पुराण की माने तो आत्मा यमलोक के लिए जाती है जहां उसके अच्छे बुरे कर्मों के हिसाब से आगे का निर्धारण किया जाता है। अगर कर्म अच्छे होते हैं तो आत्मा को स्वर्ग मिलता है और वही कर्म अच्छे ना होने पर उसे नरक लोक में जगह मिलती है। हालांकि श्रद्धा और पिंडदान या तर्पण जैसे कर्म कांडों के माध्यम से मरे हुए व्यक्ति और इस दुनिया में रह रहा व्यक्ति एक दूसरे से संपर्क में आता है। शास्त्र और गरुड़ पुराण की माने तो यह कुछ ऐसे विशिष्ट अवसर होते हैं जहां मृतक और इस दुनिया में रह रहे उनके परिजनों के बीच एक अनदेखा मिलन होता है। कई बार सपनों के जरिए भी मरे हुए व्यक्ति परिवार के लोगों को अपनी पूरी ना हो सके इच्छाओं के बारे में बताते हैं।
क्या कहता है विज्ञानहालांकि विज्ञान में इस तरह की बातों के लिए कोई स्थान नहीं है। विज्ञान का कहना है कि एक बार जो व्यक्ति की मौत हो जाती है तो फिर दोबारा उससे मिलना सिर्फ कल्पनाओं में संभव है वास्तविकता में नहीं। लेकिन यह भी सच है कि विज्ञान के पास शास्त्रों के सभी सवालों के जवाब नहीं है इसीलिए यह आप पर निर्भर करता है कि आप शास्त्र को तवज्जो देते हैं या फिर विज्ञान को।
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