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भिलाई में 30 वर्षीय महिला बनी सेक्सटॉर्शन का शिकार: सोशल मीडिया की दोस्ती पहुंची ब्लैकमेलिंग और लाखों की ठगी तक

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छत्तीसगढ़ के भिलाई से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां सोशल मीडिया के जरिए दोस्ती करने की चाह रखने वाली एक महिला सेक्सटॉर्शन गैंग का शिकार बन गई। अकेलेपन से जूझ रही महिला को यह नहीं पता था कि उसका सोशल मीडिया पर दोस्त बनाने का शौक उसे इस हद तक नुकसान पहुंचाएगा कि उसे अपनी इज्जत और गहनों की कीमत चुकानी पड़ेगी।

अकेलेपन में सोशल मीडिया बना सहारा

भिलाई के नंदिनी थाना क्षेत्र की रहने वाली 30 वर्षीय महिला का पति अक्सर काम के सिलसिले में शहर से बाहर रहता था। अकेलेपन और खाली समय में महिला सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने लगी और नए दोस्तों की तलाश करने लगी। इसी दौरान उसे एक अजनबी की फ्रेंड रिक्वेस्ट आई, जिसे उसने यह सोचकर स्वीकार कर लिया कि शायद वह उसकी नीरस जिंदगी में थोड़ी रौशनी ला सके।

दोस्ती से अश्लीलता तक

शुरुआत में सामान्य बातचीत के बाद महिला को उस शख्स पर इतना भरोसा हो गया कि वह अपनी निजी बातें और भावनाएं साझा करने लगी। बातचीत तेजी से वर्चुअल नजदीकियों में बदल गई और फिर महिला ने शर्म की सारी हदें पार करते हुए वीडियो कॉल पर अश्लील हरकतें तक करना शुरू कर दिया। महज चार दिनों की दोस्ती में महिला ने 26 जून को संपर्क बनाया और 29 जून को नहाते हुए वॉशरूम की तस्वीरें व वीडियो क्लिप्स उस व्यक्ति के साथ साझा कर दीं।

दोस्त बना ब्लैकमेलर

30 जून की सुबह महिला के होश उड़ गए जब उसे एक धमकी भरा मैसेज मिला। उस व्यक्ति ने साफ कहा कि अगर उसकी पैसों की मांग पूरी नहीं की गई तो वह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर देगा। महिला बदनामी के डर से घबरा गई और अपनी इज्जत बचाने के लिए पहले पांच लाख रुपये ट्रांसफर किए। इसके बाद भी जब ब्लैकमेलिंग जारी रही, तो महिला ने अपने गहने बेचकर और पैसे भेज दिए, लेकिन शातिर ठग की लालच खत्म नहीं हुई।

आखिरकार पुलिस का सहारा

आखिरकार जब महिला की सहनशीलता की सीमा पार हो गई और उसे समझ आ गया कि ये मांगें कभी खत्म नहीं होंगी, तो उसने हिम्मत कर पुलिस का रुख किया। उसने नंदिनी थाना में जाकर पूरी आपबीती बताई। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और भरोसा दिलाया है कि जल्दी ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

सोशल मीडिया की अंधी दुनिया में चेतावनी

यह मामला सिर्फ एक महिला की कहानी नहीं, बल्कि साइबर अपराधों की उस खतरनाक हकीकत का आइना है जिससे आज हर सोशल मीडिया यूजर को सतर्क रहने की जरूरत है। अकेलापन चाहे जितना भी हो, वर्चुअल दुनिया में किसी पर भी अंधा विश्वास करना भारी पड़ सकता है। पुलिस बार-बार चेतावनी देती रही है कि वीडियो कॉल पर कोई भी आपत्तिजनक हरकत न करें, किसी अनजान को निजी जानकारी न दें और संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत सूचना दें।

भिलाई की इस महिला की आपबीती एक चेतावनी है – अकेलापन अपराधियों के लिए मौका बन सकता है, अगर सतर्कता नहीं बरती गई।

छत्तीसगढ़ के भिलाई से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां सोशल मीडिया के जरिए दोस्ती करने की चाह रखने वाली एक महिला सेक्सटॉर्शन गैंग का शिकार बन गई। अकेलेपन से जूझ रही महिला को यह नहीं पता था कि उसका सोशल मीडिया पर दोस्त बनाने का शौक उसे इस हद तक नुकसान पहुंचाएगा कि उसे अपनी इज्जत और गहनों की कीमत चुकानी पड़ेगी।

अकेलेपन में सोशल मीडिया बना सहारा

भिलाई के नंदिनी थाना क्षेत्र की रहने वाली 30 वर्षीय महिला का पति अक्सर काम के सिलसिले में शहर से बाहर रहता था। अकेलेपन और खाली समय में महिला सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने लगी और नए दोस्तों की तलाश करने लगी। इसी दौरान उसे एक अजनबी की फ्रेंड रिक्वेस्ट आई, जिसे उसने यह सोचकर स्वीकार कर लिया कि शायद वह उसकी नीरस जिंदगी में थोड़ी रौशनी ला सके।

दोस्ती से अश्लीलता तक

शुरुआत में सामान्य बातचीत के बाद महिला को उस शख्स पर इतना भरोसा हो गया कि वह अपनी निजी बातें और भावनाएं साझा करने लगी। बातचीत तेजी से वर्चुअल नजदीकियों में बदल गई और फिर महिला ने शर्म की सारी हदें पार करते हुए वीडियो कॉल पर अश्लील हरकतें तक करना शुरू कर दिया। महज चार दिनों की दोस्ती में महिला ने 26 जून को संपर्क बनाया और 29 जून को नहाते हुए वॉशरूम की तस्वीरें व वीडियो क्लिप्स उस व्यक्ति के साथ साझा कर दीं।

दोस्त बना ब्लैकमेलर

30 जून की सुबह महिला के होश उड़ गए जब उसे एक धमकी भरा मैसेज मिला। उस व्यक्ति ने साफ कहा कि अगर उसकी पैसों की मांग पूरी नहीं की गई तो वह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर देगा। महिला बदनामी के डर से घबरा गई और अपनी इज्जत बचाने के लिए पहले पांच लाख रुपये ट्रांसफर किए। इसके बाद भी जब ब्लैकमेलिंग जारी रही, तो महिला ने अपने गहने बेचकर और पैसे भेज दिए, लेकिन शातिर ठग की लालच खत्म नहीं हुई।

आखिरकार पुलिस का सहारा

आखिरकार जब महिला की सहनशीलता की सीमा पार हो गई और उसे समझ आ गया कि ये मांगें कभी खत्म नहीं होंगी, तो उसने हिम्मत कर पुलिस का रुख किया। उसने नंदिनी थाना में जाकर पूरी आपबीती बताई। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और भरोसा दिलाया है कि जल्दी ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

सोशल मीडिया की अंधी दुनिया में चेतावनी

यह मामला सिर्फ एक महिला की कहानी नहीं, बल्कि साइबर अपराधों की उस खतरनाक हकीकत का आइना है जिससे आज हर सोशल मीडिया यूजर को सतर्क रहने की जरूरत है। अकेलापन चाहे जितना भी हो, वर्चुअल दुनिया में किसी पर भी अंधा विश्वास करना भारी पड़ सकता है। पुलिस बार-बार चेतावनी देती रही है कि वीडियो कॉल पर कोई भी आपत्तिजनक हरकत न करें, किसी अनजान को निजी जानकारी न दें और संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत सूचना दें।

भिलाई की इस महिला की आपबीती एक चेतावनी है – अकेलापन अपराधियों के लिए मौका बन सकता है, अगर सतर्कता नहीं बरती गई।

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