यह समाचार बिहार की सियासत में उठ रहे अंदरूनी टकराव को और स्पष्ट करता है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) द्वारा अभी तक विधानसभा अध्यक्ष को यह आधिकारिक सूचना नहीं दी गई है कि तेज प्रताप यादव को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। इसी कारण विधानसभा की कार्यवाही में उनकी सीट में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
अगर तेज प्रताप यादव बिहार विधानसभा के मानसून सत्र (जो कि कल से शुरू हो रहा है) में शामिल होते हैं, तो वे तेजस्वी यादव के बगल वाली पहले से तय सीट पर ही बैठेंगे। इससे विधानसभा की कार्यवाही के दौरान सियासी और व्यक्तिगत रिश्तों में तल्खी के दृश्य सामने आ सकते हैं।
इस मुद्दे के कुछ मुख्य बिंदु:
-
RJD ने तेज प्रताप के निष्कासन की घोषणा की, लेकिन औपचारिक जानकारी विधानसभा अध्यक्ष को नहीं दी।
-
विधानसभा प्रक्रिया के अनुसार, जब तक स्पीकर को लिखित सूचना नहीं मिलती, सदस्य की सीट या हैसियत में बदलाव नहीं किया जा सकता।
-
अब सबकी नजर इस बात पर टिकी है कि तेज प्रताप यादव सत्र में भाग लेंगे या नहीं, और अगर लेंगे तो सदन में क्या रुख अपनाएंगे।
यह मामला न केवल RJD के आंतरिक संकट को दिखाता है,
You may also like
Goldman Sachs के पोर्टफोलियो में शामिल स्टॉक में हैवी बाइंग, कंपनी को विदेश में मिला ₹6,800 करोड़ का प्रोजेक्ट
पंजाब के रिटायर्ड IPS 88 साल के इंदरजीत सिंह चंडीगढ़ की गलियों में करते हैं सफाई, कारण जानकर सैल्यूट करेंगे आप
कालापानी-लिंपियाधुरा-लिपुलेख... भारत और नेपाल सीमा विवाद की कहानी, 6 साल बाद बातचीत शुरू करने जा रहे दोनों देश
एमपी में गजब का हुआ कमाल! विदिशा में पुलिस ने 8 से 10 साल पहले मरे लोगों पर केस दर्ज किया
कर्नाटक: पत्नी के खिलाफ पति ने जान से मारने की शिकायत कराई दर्ज, फिर भी बना आरोपी!