आज देशभर में श्रद्धा और भक्ति के साथ विनायक चतुर्थी का पर्व मनाया जा रहा है। हर माह आने वाली चतुर्थी तिथि को भगवान गणेश को समर्पित किया जाता है, लेकिन ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी विशेष मानी जाती है। इसे विनायक चतुर्थी कहा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन विधिवत पूजन करने से भगवान गणपति की कृपा से हर कार्य में सफलता मिलती है और विघ्न दूर होते हैं।
बन रहे हैं खास योगइस बार की विनायक चतुर्थी पर तीन विशेष योग बन रहे हैं जो इस दिन के महत्व को और बढ़ा देते हैं:
शुभ योग – यह योग दिन में बन रहा है, जो पूजा-पाठ, शुभ कार्यों और नई शुरुआत के लिए बेहद फलदायक माना जाता है।
सर्वार्थ सिद्धि योग – इस योग में किए गए कार्य अवश्य ही सफल होते हैं। यह योग पूजा के दौरान बन रहा है।
अमृत सिद्धि योग – यह भी आज के दिन मौजूद रहेगा, जो साधना, मंत्र जाप और विशेष अनुष्ठानों के लिए उत्तम होता है।
इन सभी योगों के संयोग से आज का दिन गणेश पूजन और इच्छित फल प्राप्ति के लिए अत्यंत शुभ बन गया है।
पूजन का शुभ मुहूर्तपंडितों के अनुसार, विनायक चतुर्थी का पूजन मुहूर्त इस प्रकार है:
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चतुर्थी तिथि प्रारंभ: 30 मई को रात 12:30 बजे
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चतुर्थी तिथि समाप्त: 31 मई को रात 1:53 बजे
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पूजन का सर्वश्रेष्ठ समय: 30 मई को सुबह 11:25 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक
यदि भक्त इस समय में भगवान गणेश का पूजन करते हैं तो उन्हें विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है।
पूजन विधिविनायक चतुर्थी पर भगवान गणेश का पूजन इस प्रकार करें:
प्रातः स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
पूजन स्थल को स्वच्छ कर गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करें।
गंगाजल से प्रतिमा का अभिषेक करें।
रोली, अक्षत, दूर्वा, शुद्ध घी, मोदक और फूलों से पूजन करें।
गणपति अथर्वशीर्ष या गणेश स्तोत्र का पाठ करें।
21 दूर्वा दल चढ़ाएं और मोदक का भोग लगाएं।
अंत में गणेश जी की आरती करें और परिवार सहित प्रसाद ग्रहण करें।
विनायक चतुर्थी के दिन व्रत रखने की परंपरा भी है। इस दिन उपवास रखने से मनोवांछित फल प्राप्त होता है और बुद्धि, विवेक तथा निर्णय शक्ति बढ़ती है। यह व्रत विद्यार्थी, व्यापारी और नौकरीपेशा लोगों के लिए विशेष रूप से लाभकारी माना जाता है।
निष्कर्षआज की विनायक चतुर्थी पर जो शुभ योग बन रहे हैं, वे इस दिन को अत्यंत फलदायी बना रहे हैं। ऐसे में यदि भक्त विधिपूर्वक भगवान गणेश की उपासना करते हैं तो उनके जीवन में सुख, समृद्धि और सफलता का आगमन निश्चित है। धार्मिक दृष्टिकोण से आज का दिन न केवल पूजन के लिए, बल्कि जीवन में नई शुरुआत के लिए भी उत्तम है।
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